
ग्वालियर। 19. 03 2021 / आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने शुक्रवार को नगर निगम के जोन 14 के क्षेत्राधिकारी मनीष कन्नोजिया को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। वह विक्की फैक्ट्री पर बसी अवैध कॉलोनी में बने अवैध मकान तोड़ने की धमकी दे रहा था। मकान न तोड़ने के लिए फरियादी अनूप कुशवाह से 3 लाख मांगे थे, लेकिन सौदा 2 लाख में तय हो गया। फरियादी ने ईओडब्ल्यू को शिकायत की। ईओडब्ल्यू ने शुक्रवार को दोपहर जोन 14 के शारदा विहार में स्थित निगम दफ्तर में ही कन्नोजिया को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस मामले में निगम के मीटर रीडर इंदर सिंह को भी पकड़ा है।
6 माह से चल रही थी डीलिंग
भाटखेड़ी विक्की फैक्ट्री पर 2019 में एक अवैध कॉलोनी विकसित की गई है। उसमें मकान बन चुके हैं। नगर निगम ने उन्हें नोटिस थमाए थे। पहले कुछ अधिकारियों से साठगांठ हो गई। छह माह पहले जोन 14 के क्षेत्राधिकारी मनीष कन्नोजिया ने भी अपना हिस्सा मांगा। फरियादी अनूप कुशवाह से 3 लाख मांगे लेकिन सौदा 2 लाख में तय हो गया। फरियादी ने ईओडब्ल्यू को सूचना दी। कन्नोजिया ने शुक्रवार को अपने दफ्तर में 50 हजार रुपए दिए, उसी समय निरीक्षक यशवंत गोयल के नेतृत्व में ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। ईओडब्ल्यू एसपी अमित सिंह के निर्देशन में नगर निगम में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है।
5 लाख की घूस के साथ पकड़ा था वर्मा, उसी ने खोला रास्ता
नगर निगम की बिल्डिंग शाखा उस समय से ज्यादा सुर्खियों में आई जब पिछले साल नवंबर में ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा को 5 लाख की घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा था। ग्वालियर के इतिहास में इतनी मोटी घूस का यह पहला मामला था। वर्मा भवन अधिकारी बनने के बाद से ही घूसघोरी के लिए चर्चित हो गया था। ऊंची पहुंच के कारण उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाता था। उसने जब 50 लाख रुपए तक घूस के सौदे किये तो अधिनस्थ अधिकारियों को मन भी ललचाने लगा। इसी का परिणाम मनीष कन्नोजिया के रूप में सामने आ गया।