(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर03अक्टूबर2024। भारत-बांग्लादेश टी-20 मैच की व्यवस्थाओं की तैयारियों में ग्वालियर का पुलिस और प्रशासन तो जुटा ही है साथ ही नगर निगम सहित अन्य विभागों का अमला भी झोंक दिया गया है। इन तैयारियों में प्रशासन के माध्यम से सरकार का लाखों रूपया खर्च हो रहा है। ये पैसा भी जनता का गाढ़ी कमाई का ही है अब सवाल ये है कि क्या जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम और अन्य विभाग बीसीसीआई से इस खर्च की वसूली करेंगें ? या फिर मैच के बाद खर्च का आंकलन कर बीसीसीआई को इसका बिल भेजा जाएगा। फिलहाल इसका जबाब देने के लिए कोई भी अधिकारी या जिम्मेदार जनप्रतिनिधि तैयार नहीं है। अनौपचारिक रूप से ये जरूर कहा जा रहा है कि हमें ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नही है जो कहा गया है वो कर रहें है इससे ज्यादा सोचने की आवश्यकता नही है।
दरअसल शंकरपुर में नया क्रिकेट स्टेडियम बनने के बाद पहला इंटरनेशनल मैच यहां होने जा रहा है। इस मैच को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बेहद उत्साहित है। मैच की तैयारियों को लेकर वो स्टेडियम का दौरा भी कर चुके है। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने भी मैच के तैयारियों का जायजा लिया है। ऐसे में मैच का आयोजन अघोषित रूप से सरकारी सा हो गया है।
मैच के लिए करीब 3 हजार पुलिस अधिकारी और जवान तैनात रहेंगें, तो जिला प्रशासन, नगर निगम सहित अन्य विभागों के सैकडों अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं अन्य व्यवस्थाओं में भी नगर निगम और अन्य विभागों के संसाधनों का पूरा इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन इस खर्च की भरपाई किस मद से होगी, ये किसी को पता नही है।
मैच के खिलाडियों के लिए होटल से स्टेडियम तक जाने वाली सड़को को रातों रात चमका दिया गया है। चिन्हित रूट पर ट्रेफिक व्यवस्था भी टकाटक की जा रही है। स्टेडियम में भरे पानी को सुखाने के लिए कलेक्टर से लेकर निगम निगम कमिश्नर और स्मार्ट सिटी तक के अधिकारी चिंतित दिखे। लेकिन ग्वालियर की तमाम सड़कों का हाल किसी से छिपा नही है। शहर की ट्राफिक व्यवस्था का हाल बेहाल बदस्तूर है। इस बार का बारिश में शहर के तमाम इलाके जलभराव की चपेट में थे लेकिन तब ऐसा फुर्ती शायद नदराद थी।
बहरहाल ग्वालियर में इंटरनेशनल मैच होना अच्छी बात है ग्वालियर को इस दिशा में प्रसिद्धि भी मिल रही है। लेकिन इस पर होने वाला खर्च भी बीसीसीआई को देना चाहिए, क्योंकि बीसीसीआई विश्व की सबसे धनाड्य क्रिकेट संस्था है तो मैच से होने वाली कमाई को व्यवस्थाओं पर खर्च भी करना चाहिए। आम जनता को इस मैच से क्या मिलेगा, इसका आंकलन तो नहीं किया जा सकता। लेकिन जनता के पैसों से इस तरह के खर्चे ग्वालियर के लिहाज से तो ठीक नजर नही आते।