वार्ड 41 के भाजपा प्रत्याशी घर में ही घिरे, मुकाबला अपने ही दल के बागियों से, कांग्रेस से भी कडी टक्कर

(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर-7000608788)

ग्वालियर24 जून2022। लश्कर क्षेत्र के वार्ड 41 में इस बार मुकाबला दलों के हिसाब से तो त्रिकोणीय स्थिति में है लेकिन भाजपा के बागी उम्मीदवारों की वजह से मामला चतुर्कोणीय स्थिति में आ गया है यहां भाजपा छोडकर आम आदमी पार्टी में शामिल प्रत्याशी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों का समीकरण बिगाड दिया है। वहीं भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ ही खडे भाजपा के निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनावों के और रोचक बना दिया है। लिहाजा यहां मुकाबले में केवल भाजपा और कांग्रेस ही नही बल्कि आम आदमी पार्टी और भाजपा के बागियों के बीच भी है।

वार्ड 41 से भाजपा ने इस बार कांग्रेस छोडकर भाजपा में शामिल हुए सिंधिया समर्थक मोहित जाट को टिकट दिया है मोहित पिछले नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड 40 से कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के धर्मेंद्र कुशवाह के खिलाफ चुनाव लड चुके है लेकिन उन्हे हार का मुंह देखना पडा था अब बदली हुई परिस्थितियों में मोहित जाट ने पार्टी और वार्ड दोनों बदल लिए है सिंधिया समर्थक होने की वजह से उन्हे भाजपा का टिकट मिला है और सिंधिया समर्थक होने का फायदा उन्हे चुनाव में मिल भी सकता है। वहीं भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी मोहित जाट का चुनावी समीकरण बिगाड सकते है। मोहित जाट को टिकट मिलने से मूल भाजपाई नाराज है और उन्होने अपना विरोध खुलकर जता भी दिया है और चुनावी मैदान में सामने आ खडे हुए है।

कुछ दिनों पहले तक भाजपा नेता रहे और वार्ड 41 से भाजपा की तरफ से टिकट की मांग कर रहे जितेंद्र घुरैया( जीतू ) ने अब भाजपा छोड आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया है और वो यहां से आप के प्रत्याशी है। जीतू घुरैया कांग्रेस नेता अलबेल घुरैया के भाई है और उनकी भाभी वार्ड 39 से कांग्रेस की पार्षद रही है। बताया जा रहा है कि जीतू घुरैया भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अभय चौधरी के काफी नजदीकी है और उन्हे वार्ड 41 से भाजपा का टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन सिंधिया समर्थक मोहित जाट को भाजपा ने टिकट दिया, जिसके बाद जीतू भी मैदान में उतर गए है भाजपा प्रत्याशी को इससे ज्यादा नुकसान होने की आशंका है वहीं असंतुष्ट कांग्रेसियों के लिए भी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जीतू घुरैया कांग्रेस प्रत्याशी को  नुकसान पहुंचाने वाला विकल्प साबित हो सकते है हांलाकि चर्चा ये भी है कि पहले जीतू घुरैया वार्ड 50 से दावेदारी कर रहे थे लेकिन अब वो वार्ड 41 से ही चुनावी मैदान में है

उधर भाजपा नेता कौशल वाजपेयी ने भी भी वार्ड 41 से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोंक दी है उनकी पत्नी पूर्व में भाजपा के ही टिकट पर वार्ड 40 की पार्षद रह चुकी है। इस बार कौशल वाजपेयी भी वार्ड 41 से टिकट की मांग कर रहे थे कौशल पुराने भाजपाई है लेकिन पार्टी ने कौशल वाजपेयी का टिकट काटकर सिंधिया समर्थक भाजपाई मोहित को टिकट दिया, जिसके बाद अब कौशल भाजपा में रहकर ही निर्दलीय चुनाव लड रहे है जो भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी मोहित जाट के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत खडी कर सकते है क्योंकि वो अब भी भाजपा में है और भाजपा नेताओं के मनाने के बाबजूद उन्होने अपना नामांकन वापस नही लिया है ऐसे में दूसरे असंतुष्ट भाजपाईयों का समर्थन अंदरूनी तौर पर कौशल वाजपेयी को मिलने की संभावना भी है वहीं मोहित को सिंधिया समर्थक कोटे से टिकट मिलने के बाद जो मूल भाजपाई दावेदार थे उनका असंतोष भी कौशल वाजपेयी को गुपचुप समर्थन देकर भाजपा प्रत्याशी मोहित जाट का चुनाव में नुकसान कर सकता है।

भाजपा के ही हेमू कालानी मंडल के पूर्व उपाध्यक्ष अनूप उदैनियां भी वार्ड 41 से भाजपा प्रत्याशी के सामने चुनाव मैदान में है। अनूप भी वार्ड 41 से ही दावेदारी कर रहे थे लेकिन पार्टी ने उनके नाम पर विचार नही किया, वहीं अनारक्षित वार्ड से ओबीसी प्रत्याशी को टिकट दिए जाने के विरोध के चलते भी अनूप उदैनिया अब भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडेंगें।

इस मामले में कांग्रेस की स्थिति फिर भी ठीक बताई जाती है कांग्रेस ने वार्ड 41 से इस क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यवसायी परिवार सुदर्शन ग्रुप के गुप्ता परिवार के युवा चेहरे पीयूष गुप्ता को टिकट दिया है पीयूष गुप्ता कांग्रेस नेता संजीव गुप्ता के बेटे है इसी परिवार में संजीव के भाई हेमंत गुप्ता भाजपा नेता है हांलाकि भाजपा कांग्रेस की राजनीति से जुडे इस परिवार की छवि कट्टर राजनेता की नही रही है। लेकिन अपने क्षेत्र से विधानसभा या अन्य चुनाव लडने वाले भाजपा कांग्रेस नेताओं की आर्थिक और अन्य मदद ये परिवार करता रहा है इसका फायदा इस चुनाव में पीयूष को मिल सकता है। इसके अलावा यहां से कांग्रेस की तरफ से कोई हार्डकोर दावेदार नही था अब जिसकी वजह से कोई खुला विरोध नजर नही आ रहा है। कांग्रेस नेता तरूण यादव ने जरूर वार्ड 41 से ही टिकट की दावेदारी की थी लेकिन पीयूष को टिकट मिलने के बाद तरूण यादव को वरिष्ठ नेताओं ने मना लिया है और  कांग्रेस प्रत्याशी के पडोसी  होने के चलते भी तरूण यादव अब विरोध में नही है।

इनका सुनिए-

मोहित जाट, भाजपा प्रत्याशी वार्ड 41

भाजपा संगठन बहुत बडा है संगठन और सिंधिया जी के आशीर्वाद से ही मुझे टिकट मिला है कोरोनाकाल में भी मैने जनता की हर तरह से सेवा की है मैं 22 साल से राजनीति में हूं मेरे अंदर कोई क्वालिटी देखकर ही भाजपा ने मुझे टिकट दिया है भाजपा ही ये चुनाव लड रही है लेकिन अगर मुझे टिकट नही मिलता, तो ये बात  तय है कि मैं निर्दलीय चुनाव नही लडता, बाकी जनता बताएगी, कि उनके सुख दुख में कौन उनके साथ खडा था

मोहित जाट, भाजपा प्रत्याशी वार्ड 41 

जितेंद्र घुरैया(जीतू) पूर्व भाजपाई और आम आदमी पार्टी प्रत्याशी वार्ड 41

मैनें अब तक कार्यकर्ता के रूप में काम किया. लेकिन भाजपा अपने मूल उद्देश्य से अब भटक रही है पार्टी के मूल कार्यकर्ताओं की योग्यता कोई सम्मान नही है न ही उन्हे उचित स्थान दिया जा रहा है भाजपा में मूल कार्यकर्ता से ज्यादा अब आयात किए गए लोगों को सम्मान दिया जा रहा है इसलिए मैं भाजपा छोडकर आम आदमी पार्टी के साथ हूं और अब आप का प्रत्याशी बनकर भाजपा कांग्रेस दोनों की जगह एक तीसरा विकल्प आम आदमी पार्टी के रूप में देने के लिए संकल्पित हूं।

जितेंद्र घुरैया, आम आदमी पार्टी के पार्षद प्रत्याशी, वार्ड 41

कौशल वाजपेयी, भाजपा नेता और निर्दलीय प्रत्याशी वार्ड 41

अपने मूल कार्यकर्ता की जगह किसी और को टिकट देना भाजपा पार्टी की मजबरी हो सकती है लेकिन इस गलती को सुधारने का काम पार्टी के कार्यकर्ता का है जो मैं कर रहा हूं, मेरी मानसिकता भाजपा है मैं निर्दलीय चुनाव जरूर लड रहा हूं लेकिन मैं पहले भी भाजपा में था अब भी हूं और आगे भी रहूंगा, भले ही पार्टी मुझे निकाल दे, लेकिन मैं हमेशा भाजपाई रहूंगा.

कौशल वाजपेयी, भाजपा नेता और निर्दलीय प्रत्याशी वार्ड 41   

अनूप उदैनियां, भाजपा नेता और निर्दलीय प्रत्याशी वार्ड 41

भाजपा में मंडल का पूर्व उपाध्यक्ष हूं और भी कई पदों पर रहा हूं वार्ड 41 अनारक्षित श्रेणी का था लिहाजा पार्टी को सामान्य व्यक्ति को टिकट देना चाहिए था मैं इस क्षेत्र का स्थानीय निवासी हूं सामान्य श्रेणी का हूं मूल भाजपाई हूं लेकिन फिर भी मेरे नाम पर विचार ही नही किया गया, मैं इससे काफी आहत हूं, इसलिए ही मुझे अपना विरोध दर्ज कराने के लिए लडना पड रहा है।

अनूप उदैनियां, भाजपा नेता मैं और निर्दलीय प्रत्याशी वार्ड 41

पीयूष गुप्ता, कांग्रेस प्रत्याशी वार्ड 41

नगर निगम से संबंधित आम जनता की मूलभूत समस्याओं को लेकर जनता के बीच जा रहा हूं जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है ये बात सही है कि मेरे परिवार में मेरे ताऊजी हेमंत गुप्ता जी भाजपा में है लेकिन वो अब बहुत ज्यादा सक्रिय नही है मेरे पिताजी संजीव गुप्ता जी कांग्रेस में है मैं भी कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं इस नाते पार्टी ने मुझे टिकट दिया है।

पीयूष गुप्ता, कांग्रेस प्रत्याशी वार्ड 41

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