ग्वालियर। कोरोना के चलते पिछले साल ग्वालियर व्यापार मेले में कारोबार प्रभावित हुआ था कोरोना के चलते मेले को समय से ही काफी पहले बंद करना पडा था जिसके कारण व्यापारियों का काफी नुकसान हुआ था। लेकिन इस बार कोरोना की लहर कम हुई है लिहाजा व्यापार मेला शुरू होने और अच्छे कारोबार की उम्मीद व्यापारियों को है। लेकिन कोरोनाकाल में व्यापार मेला परिसर को अस्थाई रूप से सब्जी मंडी बनाए जाने के चलते मेला परिसर की हालत काफी खराब है इसकी व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने और अन्य मांगों को लेकर ग्वालियर व्यापार मेला संघ के पदाधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन पत्र सौंपा था जिसके बाद सिंधिया ने ग्वालियर कलेक्टर को पत्र लिखकर मेले का व्यस्थाएं दुरूस्त कराने को कहा था लेकिन अब तक मेला परिसर में कोई सुधार नही हुआ है।
ग्वालियर व्यापार मेला संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि श्री सिंधिया द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद भी आज दिनांक तक मेला परिसर में कोई सुधार कार्य शुरू नही हो पाया है। जिसकी वजह से मेला समय पर शुरू होने में विलंब हो सकता है। वहीं व्यापार मेला संघ का ये भी मानना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा केंद्रीय मंत्री सिंधिया द्वारा लिखे पत्र की भी अनदेखी की जा रही है।
व्यापार मेला संघ ने चेतावनी दी है कि अगर 7 दिन के अँदर मेले की साफ सफाई और निर्माण कार्य शुरू नही किए गए तो व्यापारी संघ धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा, जिसकी समस्त जबाबदारी जिला प्रशासन की होगी।
व्यापार मेला संघ ने संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, निगम कमिश्नर, एसपी, मेला सचिव और कृषि उपज मंडी सचिव को स्मरण पत्र के माध्यम से इससे अवगत कराया है व्यापार मेला संघ के अध्यक्ष महेंद्र भदकारिया, उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अनिल पुनियानी, उमेश उप्पल, रामबाबू कटारे, श्रषि कुमार कटारे विधिक सलाहकार, अरूण केन, राजीव चड्ढा, पीतांबर लोकवानी, अनुज गुर्जर, कल्ली पंडित, हरिकांत समाधिया, नवीन माहेश्वरी, सुरेश हिरयानी, सतीश अग्रवाल, गोविंद गुप्ता, इसमं प्रमुख रूप से शामिल थे