ग्वालियर10जून2023। ग्वालियर दक्षिण से भाजपा विधायक और राज्यमंत्री रहे भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने बीते दिन ये कहकर भाजपा में गहमा गहमी ला दी, कि अगर ग्वालियर दक्षिण से पार्टी ने पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता को टिकट दिया तो वो चुनाव में काम ही नहीं करेंगे। उन्होने ये भी कहा था वो पिछला चुनाव समीक्षा गुप्ता की वजह से ही हारे थे ऐसे में पार्टी से बगावत करने वालों को सबक मिलना चाहिए।
नारायण सिंह कुशवाह की इस बात का ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष और भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वेदप्रकाश शिवहरे ने समर्थन किया है उन्होने कहा है कि पार्टी से बगावत करने वाले, पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लडकर उन्हे हराने वाले लोग भले ही पार्टी में दोबारा आए जाएँ, लेकिन उन्हे सबक मिलना जरूरी है ये इसलिए भी जरूरी है ताकि जो पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता है उनका मनोबल नही टूटे। कार्यकर्ता ही नेता की शक्ति है इसलिए कार्यकर्ताओँ का मनोबल बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाना भी ऐसे समय में जरूरी हो जाता है।
शिवहरे ने कहा कि नारायण सिंह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और नेता है और एक बगावती नेत्री की वजह से भाजपा की गढ़ मानी जाने वाली सीट हाथ से निकल गई, इसकी तकलीफ नारायण सिंह को है इसलिए उनका दर्द ही उन्होने बयान किया है। भाजपा एक दल होने के साथ ही एक विचारधारा है इस विचारधारा के साथ सतत चलने वाले ही पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता है स्वार्थ पूरा न होने पर दल और विचारधारा बदलने वाले लोग पार्टी के सच्चे हितैषी नही हो सकते है इसलिए मूल भाजपाईयों को उनका सम्मान मिलना जरूरी है।
हांलाकि वेदप्रकाश शिवहरे ये भी कहते है कि पार्टी आलाकमान के आदेश का सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान करना चाहिए, क्योंकि आलाकमान भी तमाम निर्णय स्थिति परिस्थिति देखकर पार्टी हित में ही करते है। फिर भी ऐसे निर्णयों में पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान और पार्टी हित का संतुलन बनाए रखना चाहिए।