
ग्वालियर 18 दिसंबर,2024| आयुक्त नगर निगम ग्वालियर- श्री अमन वैष्णव का व्यवहार एवं बर्ताव व्यापार विरोधी है| ऐसा प्रतीत होता है कि निगमायुक्त लोकसेवक के रूप में नहीं बल्कि अंग्रेजी शासक के रूप में कार्य करना चाहते हैं| इस आशय का एक पत्र म.प्र. चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्बारा प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लिखकर निगमायुक्त को ग्वालियर से तत्काल हटाए जाने की मांग की है|
अध्यक्ष-डॉ. प्रवीण अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष-हेमंत गुप्ता, उपाध्यक्ष-डॉ. राकेश अग्रवाल, मानसेवी सचिव-दीपक अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव-पवन कुमार अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष-संदीपनारायण अग्रवाल ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया है कि गारबेज शुल्क, ट्रेड लायसेंस एवं ट्रांसपोर्ट नगर की जर्जर एवं बदहाल सड़कों को लेकर विगत दिवस आयुक्त नगर निगम ग्वालियर को व्यापारी ज्ञापन देने गये थे| वहां कोई अधिकारी नहीं मिला, व्यापारियों से मुख्यालय-बाल भवन और बालभवन से मुख्यालय तक चक्कर लगवाये गये और एक घंटे बाद भी निगम कमिश्नर द्बारा स्वयं न आकर एडिशनल कमिश्नर को भेजा| यदि वह पहले ही उन्हें भेज देते तो व्यापारी, अधिकारियों की व्यस्तता को समझते हुए अपने आपको अपमानित महसूस नहीं करते| एक घंटे बाद खुद न आकर एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन लेने भेजना और व्यापारियों को चक्कर कटवाना| यह न केवल चेम्बर ऑफ कॉमर्स का अपितु पूरे ग्वालियर के व्यवसाय एवं उद्योग जगत का अपमान महसूस हो रहा है|
पदाधिकारियों ने पत्र में उल्लेख किया है कि निगमायुक्त के इस बर्ताव के कारण व्यापारियों में बहुत रोष है क्योंकि 119 वर्ष पुरानी संस्था को ज्ञापन देने में कभी इतनी मशक्कत एवं ऐसे बर्ताव का सामना नहीं करना पड़ा| ऐसा पहली बार हुआ है| जब से निगमायुक्त ग्वालियर में पदस्थ हुए हैं, इनका व्यवहार व्यापार विरोधी रहा है| ऐसे कई उदाहरण इन्होंने ग्वालियर में अपने कार्यकाल में स्थापित कर दिये हैं| इनके व्यवहार एवं बर्ताव से ऐसा महसूस होता है कि यह लोकसेवक के रूप में नहीं बल्कि अंग्रेजी शासक के रूप में कार्य करना चाहते हैं|
MPCCI ने पत्र के माध्यम से मांग की है कि आयुक्त नगर निगम ग्वालियर श्री अमन वैष्णव को तुरंत ग्वालियर से हटाया जाए, न केवल ग्वालियर से हटाया जाए बल्कि यह पब्लिक डीलिंग में न रहें, यह ध्यान दिया जाए क्योंकि इनका बर्ताव पब्लिक डीलिंग जैसा नहीं है|