महापौर डॉ सिकरवार ने प्रस्तुत किया वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नगर निगम का बजट
21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये का बजट
3 लाख 1 हजार 150 रुपए के फायदे का बजट
ग्वालियर दिनांक 21 मार्च 2023- नगर निगम परिषद का विशेष सम्मेलन सभापित श्री मनोज सिंह तोमर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सम्मेलन में महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए रुपये 21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये) आय तथा रूपये 21,07,45,27,000/- (इक्कीस अरब सात करोड़ पैंतालीस लाख सत्ताईस हजार रूपये) का व्यय तथा रक्षित कोष 5 प्रतिषत रुपये 20,60,02,850/- (बीस करोड़ साठ लाख दो हजार आठ सौ पचास रूपये) इस प्रकार रुपये 3,01,150/- (तीन लाख एक हजार एक सौ पचास रूपये) आधिक्य का बजट प्रस्तुत किया।
महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वर्तमान परिषद का प्रथम बजट प्रस्तुत करते हुये मैं अपने कर्तव्य के अनुरूप वर्तमान परिषद की अल्पावधि में सभापति द्वारा लिए गए विवेकपूर्ण निर्णयों में समस्त पार्षदों के सहयोग, सामंजस्य की भावना और नगर विकास के कार्यों में सम्मानीय नागरिकों के सहयोग एवं मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए नमन करते हुए धन्यवाद करती हूॅ। आज मुझे यह कहने में किंचित भी कोई संकोच नहीं है कि हमारे प्रतिपक्ष और सत्तापक्ष के सभी पार्षदों ने परस्पर विश्वास और समन्वय की भावना को बनाए रखा है।
गालव ऋषि की तपोभूमि ग्वालियर नगर का अतीत वैभवपूर्ण है। यह नगर अपनी ऐतिहासिकता में ही नहीं बल्कि नियोजित नगर के रूप में भी प्रसिद्ध रहा है। यहां पत्थर शिल्प के कलात्मक भवनों की श्रंृखलायें, भव्य चौराहे, विशाल उद्यान, चौड़ी सड़कें, व्यवस्थित बाजार, उद्योग क्षेत्रों के साथ-साथ महाराज बाड़ा, ऐतिहासिक दुर्ग, स्वर्ण रेखा नदी, व्यवस्थित यातायात, विशाल खेल मैदान सहित आमोद-प्रमोद तथा पर्यटन के रूप में एक समृद्ध विरासत हमारे पास है, जिसके संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिये हम कृत संकल्पित हैं।
वह पथ क्या, पथिक कुषलता क्या,
जिस पथ में बिखरे शूल ना हों।
नाविक की धैर्य परीक्षा क्या,
जब धारायें प्रतिकूल ना हों।।
इसी संकल्प के साथ मैं अपना प्रथम बजट वर्ष 2023-24 समग्र विकास को दृष्टि में रखते हुए पुरानी अधूरी योजनाओं को पूर्ण करने एवं नवीन योजनाओं को प्रारंभ करने के लिए आपके एवं केंद्र सरकार/राज्य सरकार के बहुमूल्य सुझाव एवं अनुभव प्राप्त करने की आषा के साथ प्रस्तुत करती हूॅ, साथ ही मैं आप सभी से यह उम्मीद रखती हूॅ कि नगर के सम्मानीय नागरिकों ने हमें नगर के सौंदर्यीकरण एवं विकास की जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए आप सभी अपने अमूल्य सहयोग द्वारा ग्वालियर नगर के विकास की गंगा को नए सौपान चढ़ाकर हर शहरवासी को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में मेरे सहयोगी होंगे।
तकाजा है वक्त का तूफान से जूझो,
कहॉ तक चलोगे किनारे-किनारे।।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आयुक्त द्वारा प्रेषित आय-व्यय पत्रक में आय रुपये 16,53,01,93,000/- (सोलह अरब तिरेपन करोड एक लाख तिरानवे हजार रूपये) तथा व्यय भाग रूपये 16,32,55,58,000/- (सोलह अरब बत्तीस करोड पचपन लाख अठावन हजार रूपये) में दर्शाते हुए शुद्ध आधिक्य रुपये 7,14,000/- (सात लाख चौदह हजार रूपये) की व्यय दर्शाते हुए मेयर-इन-काउंसिल के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
मेयर-इन-काउंसिल द्वारा आयुक्त द्वारा प्रस्तुत बजट प्रस्तावों पर गंभीरतापूर्वक विचार उपरांत आयुक्त द्वारा प्रस्तावित आय रूपये 16,53,01,93,000/- (सोलह अरब तिरेपन करोड़ एक लाख तिरानवे हजार रूपये) में समुचित कमी/वृद्धि कर रुपये 21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये) आय तथा आयुक्त द्वारा प्रस्तावित व्यय रुपये 16,32,55,58,000/- (सोलह अरब बत्तीस करोड़ पचपन लाख अठ्ठावन हजार रूपये) कमी/वृद्धि कर रूपये 21,07,45,27,000/- (इक्कीस अरब सात करोड़ पैंतालीस लाख सत्ताईस हजार रूपये) का व्यय तथा रक्षित कोष 5 प्रतिषत रुपये 20,60,02,850/- (बीस करोड़ साठ लाख दो हजार आठ सौ पचास रूपये) इस प्रकार रुपये 3,01,150/- (तीन लाख एक हजार एक सौ पचास रूपये) आधिक्य का बजट आपके समक्ष वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित है।
स्वच्छ भारत मिशन
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्वालियर नगर में जन-जन के सहयोग से लगातार अभियान चलाया जा रहा है। शैक्षिणक संस्थाओं में अध्ययनरत् छात्र जो कल के नागरिक हैं, उन्होंने जन जागरण की दिषा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। स्वच्छता पर हमारा फोकस रहा है, ग्वालियर की जागरूक जनता, जनप्रतिनिधियों एवं निगम प्रषासन इन सबके सम्मिलित प्रयासों से इस क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार आया है। शहरी स्वच्छता और सर्वेक्षण में ग्वालियर को नम्बर 01 बनाने की दिषा में हमें सफलता मिल रही है। हमें आषा है कि इस प्रतिस्पर्धा में भी ग्वालियर का क्रम सबसे ऊपर रहेगा।
मंजिलें भी जिद्दी हैं, रास्ते भी जिद्दी हैं।
हम सफल होंगे, हमारे हौंसले भी जिद्दी हैं।।
उक्त क्रम में ग्वालियर शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण हेतु 210 वाहन द्वारा पूर्व से ही प्रत्येक घर से ठोस अपषिष्ट एवं गीला कचरा एकत्रित कर डम्पिंग साइट पर डम्प किया जा रहा है। इन वाहनों पर जी.पी.एस. के माध्यम से निगरानी भी की जा रही है। नगर निगम ग्वालियर द्वारा उक्त डोर-टू-डोर वाहन के बेडे़ में वर्ष 2023-24 में 100 नये वाहनांे को शामिल किया जाना प्रावधानित है। वर्ष 2023-24 में मोबाईल एप्लीकेषन आधारित आई.सी.टी. सिस्टम कार्ययोजना भी प्रांरभ की गई। शहर से संग्रहित कचरे के निष्पादन हेतु लैण्डफिल 250 टी.पी.डी. कम्पोस्ट यूनिट का प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है।
स्वच्छ भारत मिषन 2.0 के तहत केन्द्र सरकार से निकाय को 33 करोड़ रूपये की राषि डम्पसाईट लेगेसी बेस्ट निराकरण हेतु स्वीकृत की गई है। स्वच्छ भारत मिषन अंतर्गत सीएनडी वेस्ट प्लांट 50 (पचास) टी.पी.डी. की स्थापना की गई है, जिसमें लागत 1.99 करोड़ रूपये (एक करोड़ निन्यानवे लाख रूपये) की आयी है।
उक्त मिषन के तहत सरकार द्वारा 23 स्थानों को चिन्हित कर प्रति शौचालय 25 लाख रूपये (पच्चीस लाख रूपये) निर्माण हेतु सूची भी प्रेषित की गई एवं एन.एच.आई. के द्वारा तीन उत्कृष्ट शौचालय का निर्माण भी सी.एस.आर. मद से किया जाना प्रस्तावित है।
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिषन (छन्स्ड)
शहरी क्षेत्रों के बेरोजगार युवक/युवतियांे को रोजगार/स्वरोजगार का लाभ दिलाने के लिये शहरी गरीबी उन्मूलन उपषमन विभाग के अंतर्गत नगर निगम अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है जिसके अंतर्गतः-
- 1073 व्यक्तियों को कौषल प्रषिक्षण प्रदाय करवाकर 780 प्रषिक्षणार्थियों का प्रमाणीकरण कार्य पूर्ण कराया जाकर 163 प्रषिक्षणार्थियों को रोजगार/स्वरोजगार से जोड़ा जा चुका है, शेष प्रमाणीकरण एवं नियोजन का कार्य प्रगतिरत है। आगामी वर्ष हेतु राज्य कार्यालय से 1410 प्रषिक्षणार्थियों के प्रषिक्षण मूल्याकंन एवं नियोजन का लक्ष्य प्रदान किया गया है।
- नगर निगम अंतर्गत गठित 169 स्व-सहायता समूहों में 1695 महिलाओं को जोड़ा गया है जिसमें से 165 स्व-सहायता समूह को रिवाल्विंग फण्ड के रूप में राषि रूपये 10,000 स्व-सहायता को प्रदाय किया जा चुका है एवं 51 स्व-सहायता समूहों को आर्थिक सषक्तिकरण एवं गतिविधि संचालित करने हेतु बैंक से ऋण भी उपलब्ध कराया गया है। स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद को सोनचिरैया आजीविका उत्सव मेला में राज्य एवं केन्द्र पर प्रदर्षनी लगायी जा चुकी है। गजक एवं पेपर मैसी उत्कृष्ट उत्पाद हेतु शासन से सराहा गया है। इनके उत्पाद की बिक्री हेतु ‘‘षहरी आजीविका केन्द्र’’ तैयार कर अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स बेवसाइट से जोड़ने की प्रक्रिया प्रगतिरत है एवं 06 स्व-सहायता समूहों को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापना हेतु राज्य कार्यालय से प्रस्ताव अनुमोदन उपरांत 22.80 लाख रूपये (बाईस लाख अस्सी हजार रूपये) स्वीकृत किया गया है।
- स्वरोजगार कार्यक्रम के अंतर्गत 162 शहरी गरीब हितग्राहियों को विभिन्न बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाकर स्वरोजगार योजना से जोड़ा जा चुका है।
- शासन की अतिमहत्वपूर्ण योजना पी.एम. स्वनिधि योजना जो शहरी क्षेत्र के रेहड़ी पटरी, ठेले, गुमटी वालों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिये प्रारंभ की गई थी। इस योजना अंतर्गत बैंकों द्वारा तीन चरणों में क्रमषः प्रथम चरण में 10,000/- रूपये, द्वितीय चरण में 20,000/- रूपये एवं तृतीय चरण में 50,000/- रूपये कार्यशील पूंजी के रूप में बिना ब्याज के उपलब्ध करायी जाती है।
इस सम्बंध में प्रथम चरण में निकाय द्वारा 29,836 (उन्तीस हजार आठ सौ छत्तीस रूपये) शहरी पथ विक्रेताओं को कार्यषील पूंजी के रूप मंे 10,000/- रूपये (दस हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
द्वितीय चरण में निकाय द्वारा 5,542 (पांच हजार पांच सौ ब्यालीस) शहरी पथ विक्रेताओं को 20,000/- रूपये (बीस हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
तृतीय चरण में निकाय द्वारा 367 शहरी पथ विक्रेताओं को 50,000/- रूपये (पचास हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
विदित हो कि पी.एम. स्वनिधि कार्यक्रम के तृतीय चरण योजना में ग्वालियर निकाय पूरे भारत देष मंे तृतीय स्थान पर है। - नगर निगम द्वारा गरीब कन्याआंे का विवाह वर्ष 2022-23 विवाह/निकाह शासन की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत कराया गया है। इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी गरीब कन्याओं का विवाह कराया जाना भी प्रस्तावित है।
- आगामी वर्ष में भी विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ आमजन को मिले इस हेतु नगर निगम कृत संकल्पित है। भविष्य में भी नगर निगम इसी प्रकार से अपने दायित्वों का निर्वहन सफलतापूर्वक करता रहेगा।
अमृत 2.0
अमृत 2.0 के तहत नगर पालिक निगम ग्वालियर के लिये पेयजल एवं सीवरेज परियोजना तथा वाटर वॉडीज के जीर्णोद्धार हेतु स्ट्रीट एक्षन प्लान में निम्नानुसार धनराषि आवंटित करने का निर्णय हुआ है।
क्रं. योजना का नाम धनराषि - जलप्रदाय – 812.93 करोड़ (आठ सौ बारह करोड़ तिरानवे लाख रूपये)
- सीवरेज – 100.00 करोड़ (सौ करोड़ रूपये)
- वाटरवॉडीज – 5.00 करोड़ (पांच करोड़ रूपये)
917.93 करोड़ (नौ सौ सत्रह करोड़ तिरानवे लाख रूपये)
इस प्रकार इसके विरूद्ध आगामी वित्तीय वर्ष में जलप्रदाय एवं सीवरेज कार्य हेतु कुल राषि रूपये 647.00 करोड़ (छः करोड़ सैंतालीस लाख रूपये) का प्रावधान किया गया है।
जलप्रदाय के क्षेत्र में अमृत-1 के तहत वार्ड क्र. 1 लगायत 60 में कराये गये कार्य के उपरांत डिजायन के अनुसार बिछाये जाने वाली शेष पाइप लाइन बिछाने तथा जो गलियॉं अमृत-1 के तहत स्वीकृत ड्रांइग मंे सम्मिलित नहीं हुई हैं, उन गलियों में पाइप लाइन बिछाने एवं आवष्यकता अनुसार टंकियों का निर्माण किये जाने तथा वार्ड क्रं. 61 से 66 में पेयजल प्रदाय हेतु जल वितरण नलिकाएॅं बिछाये जाने तथा नवीन टंकियों का निर्माण कार्य करने व अन्य आवष्यक कार्य के लिये अमृत-2 के तहत डी.पी.आर. तैयार की जा रही है।
वार्ड 61 से 66 की जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. लगभग तैयार हो गई है एवं वार्ड 1 से 60 की जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. तैयार हो रही है। इसी प्रकार सीवरेज के क्षेत्र में वार्ड क्रं. 1 से 66 में विभिन्न कार्य करने तथा वाटर वॉडीज के जीर्णोद्धार हेतु डी.पी.आर. तैयार की जा रही है।
राज्य स्तरीय तकनीकी समिति एवं उच्च शक्ति प्राप्त संचालन समिति के द्वारा डी.पी.आर का अनुमोदन किये जाने के पष्चात् नगर पालिक परिषद ग्वालियर से स्वीकृति ली जाकर निविदाऐं आमंत्रित की जायेगी। निविदा स्वीकृत होने के उपरांत आगामी 2 वर्ष में कार्य पूर्ण किये जायेंगे।
अमृत 2.0 के अंतर्गत भविष्य की पेयजल मांग आपूर्ति के लिये ग्वालियर में ग्राम देवरी, मुरैना से 90 एम.एल.डी. एवं कोतवाल बांध से 60 एम.एल.डी. अर्थात् कुल 150 एम.एल.डी. कच्चा पानी मोतीझील ग्वालियर तक लाने हेतु योजना स्वीकृत हुई है।
जो कार्य अमृत-1 व अमृत-2 प्रोजेक्ट में प्रावधित नहीं थे। उन कार्यों को 15वे वित्त आयोग से क्रमषः सीवरेज कार्य हेतु राषि रूपये 32 करोड़ एवं जलप्रदाय के कार्य हेतु राषि रूपये 72 करोड़़ अर्थात् कुल राषि रू. 104 करोड़ (एक सौ चार करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
विद्युत
नगर निगम ग्वालियर द्वारा शहर को प्रदूषण मुक्त करने के साथ ही पर्यावरण मित्र की भूमिका निभाते हुये आम नागरिकों की सुविधा के लिये इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दिया जाने का प्रयास कर ई-व्हीकल्स को चार्ज करने हेतु शहर के पांच स्थानों पर कुल 7 चार्जिंग स्टेषनों का निर्माण किया जावेगा। इस हेतु 15वे वित्त आयोग से वित्तीय वर्ष 2023-24 में राषि रूपये 02 करोड़ (दो करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है,
हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना के ए.एच.पी. घटक अंतर्गत राषि रूपये 396 करोड़ (तीन सौ छियानवे करोड़ रूपये) की लागत से बनने वाली 3960 (तीन हजार नौ सौ साठ) आवासीय ईकाइयों को पूर्ण किया जाकर हितग्राहियों को आधिपत्य प्रदान करने का आगामी वर्ष में लक्ष्य रखा गया है।
ऽ मानपुर-1 पर 1296 (एक हजार दो सौ छियानवे) ई.डब्ल्यू.एस, एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास
ऽ महलगंाव पहाड़ी पर 768 (सात सौ अडसठ) एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास
ऽ मानपुर-2 पर 1200 (एक हजार दौ सौ) ई.डब्ल्यू.एस. (स्लम) आवास
ऽ मेहरा सिरोल पर 696 (छः सौ छियानवे) एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास - 1200 ई.डब्ल्यू.एस. (स्लम) हितग्राहियों को राषि रूपये 2.00 लाख (दो लाख रूपये) में तथा 912 ई.डब्ल्यू.एस. (नॉनस्लम) हितग्राहियों को राषि रूपये 5.50 लाख (पांच लाख पचास हजार रूपये) में सर्वसुविधायुक्त आवास क्रॉस सब्सिडी द्वारा दिये गये हैं।
- वर्तमान में कुल 3,830 (तीन हजार आठ सौ तीस) आवासों का आवंटन किया जा चुका है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के ए.एच.पी घटक अंतर्गत योजना पूर्ण होने के उपरांत लगभग 100 करोड़ रूपये (सौ करोड़ रूपये) का अनुमानित लाभ अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है।
- शहरी गरीबों को आवास सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत स्वनिर्माण घटक (बी.एल.सी.) योजनान्तर्गत ग्वालियर शहर में 2,948 (दो हजार नौ सौ अड़तालीस) हितग्राहियों को स्वयं के आवास निर्माण हेतु राषि रूपये 2.50 लाख (दो लाख पचास हजार रूपये) की अनुदान राषि तीन किष्तों में प्रदान की जा रही है। जिसके अंतर्गत 1895 (एक हजार आठ सौ पिन्चयानवे) आवासों का निर्माण पूर्ण हो चुका है एवं गरीब आवासहीन परिवार स्वयं के आवास में निवास कर रहे है।
- नगर निगम द्वारा 263 ई.डब्ल्यू.एस. पट्टा हितग्राहियों को आदर्ष कॉलोनी निर्माण बावत् ग्राम केदारपुर में स्वयं का आवास निर्माण करने हेतु प्रथम किष्त के रूप में राषि रूपये 1.00 लाख (एक लाख रूपये) प्रति हितग्राही की दर से 2.63 करोड़ रूपये (दो करोड़ तिरेसठ लाख रूपये) वितरित किये जा चुके है।
आदर्ष गौषाला
ऽ संपूर्ण मध्य प्रदेष में केवल नगर निगम, ग्वालियर द्वारा आदर्ष गौषाला लाल टिपारा का संचालन बृहद स्तर पर किया जा रहा है। वर्तमान में निगम द्वारा अपने स्त्रोतों से लगभग 15 करोड़ रूपये (पंद्रह करोड़ रूपये) का व्यय प्रतिवर्ष किया जा रहा है। इस व्यय में कमी हेतु तथा गौशाला आत्मनिर्भर बनाने के लिये निम्न प्रयास किये जा रहे है।
ऽ गौषाला को आत्मनिर्भर बनाने की दिषा में इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेषन द्वारा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (ब्वतचवतंजम ैवबपंस त्मेचवदेपइपसपजल.ब्ैत्द्ध मद से राषि रूपये 32 करोड़ (बत्तीस करोड़ रूपये) की लागत से 100 टन (सौ टन) प्रति दिवस क्षमता वाला बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जिसे आगामी वर्ष में पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा।
ऽ बायो सी.एन.जी. प्लांट की स्थापना लगभग 10 बीघा भूमि पर की जाना प्रस्तावित है एवं भविष्य में विस्तार को दृष्टिगत रखते हुये 1 हेक्टेयर भूमि आरक्षित रखी गई है।
ऽ प्लांट स्थापना उपरांत लगभग 2 से 3 टन प्रति दिवस बायो सी.एन.जी. एवं लगभग 20 टन (बीस टन) प्रति दिवस उच्च कोटि की प्राकृतिक खाद का उत्पादन होगा, जिससे कि नगर निगम, ग्वालियर को लगभग राशि रूपये 7 करोड़ (सात करोड़ रूपये) की आय प्राप्त होना संभावित है।
ऽ नगर निगम ग्वालियर द्वारा मार्क हॉस्पीटल गोले का मंदिर पर अस्थायी रूप से संचालित गौवंष लगभग संख्या 2000 को आदर्ष गौषाला लाल टिपारा में स्थानांतरित करने हेतु लगभग 25 बीघा भूमि पर नवीन काऊ शेड, खनौटे एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। जिसमें से 100फीट ग 200फीट त्र 20000 वर्ग फीट (बीस हजार वर्ग फीट) का काऊ शेड नगर निगम ग्वालियर द्वारा स्वयं के व्यय से तैयार किया जा रहा है।
कार्यषाला
ऽ जलप्रदाय एवं स्वच्छता कार्य हेतु 50 टैªक्टर-ट्रॉली क्रय एवं स्वच्छ भारत मिषन ठोस अपषिष्ट प्रबंधन अंतर्गत 50 नग ई-कार्ट/ई-गारबेज लोडर, 05 नग रोड स्वीपर मषीन, 02 नग आर.सी. वाहन (एफ.सी.टी.एस. हेतु), 02 नग जेसीबी वाहन, 01 सीवर जेटिंग मशीन क्रय हेतु इस प्रकार कुल 110 वाहन एवं मषीनरी क्रयार्थ कुल राषि रूपये 18 करोड़ (अठारह करोड़ रूपये) बजट का प्रावधान किया गया है। जिससे शहर की स्वच्छता रेटिंग को बढ़ाया जा सके।
ऽ स्वच्छता अंतर्गत 500 नग हैंडकार्ट (हाथ-ठेला), 4000 नग डस्टबिन एवं 1500 नग ट्विन डस्टबिन क्रय हेतु 2.50 करोड़ रूपये (दो करोड़ पचास लाख रूपये) बजट का प्रावधान किया गया है।
शहर की सड़कें
किसी भी शहर की पहचान अच्छी व सुविधाजनक सड़कों से ही होती है। इस दिषा में ग्वालियर नगर निगम तेजी से काम कर रहा है। सभी चारों विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 82 करोड़ रूपये (ब्यासी करोड़ रूपये) की सड़क चौड़ीकरण के निर्माण का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में रखा गया है, जिसमें मुख्यतः 55 करोड़ रू. (पचपन करोड़ रूपये) सी.सी. सड़को के निर्माण तथा 25 करोड़ रूपये (पच्चीस करोड़ रूपये) सड़कों के डामरीकरण हेतु प्रावधानित किया गया है। इसके अतिरिक्त सड़कों की मरम्मत एवं अनुरक्षण हेतु 62 करोड़ रूपये (बासठ करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
15वे वित्त आयोग से प्राप्त राषि के विरूद्ध 18 करोड़ रूपये (अठारह करोड़ रूपये) की सड़कों का निर्माण तथा कायाकल्प अभियान अंतर्गत नगरीय क्षेत्र की 21 सड़कों के सुधार हेतु राशि रूपये 25 करोड़ (पच्चीस करोड़ रूपये) का व्यय प्रस्तावित है।
पार्क
नगर निगम ग्वालियर के पार्क विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में ग्वालियर शहर के 05 बड़े पार्क जैसे- लालटिपारा, आनंद नगर बड़ा पार्क, कटी घाटी पार्क, नवीन पार्क कांचमील, दषहरा मैदान पार्क को 02 वर्षीय उद्यानिकी रख-रखाव हेतु ठेके पर दिए गए इसके साथ ही 15वें वित्त आयोग से प्राप्त राषि अंतर्गत रेसकोर्स रोड के दोनांे ओर हरित पट्टिका का निर्माण एवं 05 वर्षीय उद्यानिकी संधारण का कार्य गतिषील है। वार्ड क्रं. 12 में लाईन नं. 02 स्थित पार्क मंे ओपन जिम लगवाए गये हैं। गोले के मंदिर चौराहे से 07 नं. चौराहे तक रोड डिवाईडरों पर नवीन रेलिंग लगाने का कार्य कराया गया है। जलबिहार स्थित तालाबों में नवीन संगीतमय फुब्बारे लगाने के अतिरिक्त गांधी पार्क एवं जलबिहार पार्क मंे प्रथम बार ट्यूलिप गार्डन तैयार कराया गया है। इसके साथ ही 05 कि.मी. रोड डिवाईडर पर वृक्षारोपण का कार्य संपन्न कराया गया है। मुरार शमषान घाट रोड़ पर नवनिर्मित डिवाईडर पर रेलिंग एवं उद्यानिकी विकास कार्य कराने के अतिरिक्त आदर्ष कॉलोनी, षिवषक्ति पचारा क्वाटर, लक्ष्मण तलैया, विनय नगर सेक्टर नं. 2, लाईन नं. 2 व 3, अल्कापुरी जल बिहार, जीवाजी चौक पार्क सहित अनेक पार्कोें में सिविल एवं उद्यानिकी कार्य कराये जा रहे हैं।
प्रस्तावित योजनाऐं
नगर निगम ग्वालियर के पार्क विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 में मुख्य-मुख्य पार्को में ऑरनामेटल गजेबो, पार्कों में खेल व ओपन जिम उपकरण स्थापित कराया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही विभिन्न सम्माननीय पार्षदों की मौलिक निधि अंतर्गत लगभग 50 पार्कों में आर.सी.सी. प्री-कॉस्ट गार्डन ब्रेन्चें स्थापित करना प्रस्तावित है। शहरी सीमा में स्थित पुलों के ऊपर सौंदर्यीकरण के क्रम में वर्टीकल गार्डन तैयार कराये जायेंगे। साथ ही कम्पू थाना से गुढ़ा-गुढ़ी का नाका तक नवीन रोड़ डिवाइडर निर्माण एवं गुढ़ा-गुढ़ी तिराहा से धर्मेन्द्र डेयरी तक रोड़ डिवाइडर पर जालियां लगाना प्रस्तावित है। आमजन के स्वास्थ्य एवं पार्कों के प्रति आकर्षण वृद्धि की दृष्टि से शहरी सीमा के विभिन्न पार्को में नवीन ओपन जिम उपकरण एवं सेल्फी प्वाइंट की स्थापना की जाने के साथ अवाड़पुरा पार्क का विकास एवं 03 वर्षीय उद्यानिकी रख-रखाव के अतिरिक्त डी.डी. नगर गेट नं.1, हेम सिंह की परेड, समाधिया कॉलोनी, कारगिल उपवन का उन्नयन, अनुपम नगर, तेजेन्द्र नाथ की गली स्थित षिवाजी पार्क का जीर्णोद्धार सांई नगर पार्क, लोचन नगर, डी.डी. नगर, एच.एच. 490 के सामने, आर.पी. कॉलोनी, सुरेष नगर स्थित शंकर पार्क, कर्मचारी आवास कॉलोनी स्थित हनुमान पार्क, कैप्टन रूप सिंह स्टैच्यू स्थल पार्क सहित अन्य कई पार्कों के विकास कार्य एवं उद्यानिकी रख रखाव संबंधी प्रस्ताव के साथ शहर में लगभग 10 नवीन पार्कों का निर्माण सम्मानीय पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों की राय से प्रस्तावित है।
अन्य विकास कार्य हेतु उल्लेखनीय प्रावधान
- निकाय द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे- अटल गौरव दिवस, नवसंवत्सर, चकरी मेला, रानी लक्ष्मीबाई एवं अन्य महापुरूषों जैसे- संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, भगवान परषुराम, महाराणा प्रताप, वीरागंना झलकारी बाई, ज्योतिबाराव फुले, सावित्रीबाई फुले, संत गाड़गे महाराज, महर्षि वाल्मीकि, अग्रसेन महाराज, देवी अहिल्याबाई होल्कर, मैथलीषरण गुप्त, गुरूगोविन्द सिंह सहित अन्य महापुरूषों के जन्मोत्सव समारोह आदि को बढ़ावा दिये जाने हेतु आगामी वित्तीय वर्ष में राशि रूपये 03 करोड़ (तीन करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
शहीदों की मजारों पर लगंेगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही बांकी निशॉ होगा।
- मौलिक निधि की राषि में वृद्धि करते हुये माननीय महापौर/अध्यक्ष/वरि.पार्षदगण/पार्षदगण तथा वार्ड समिति निधि अंतर्गत कुल राषि रूपये 54 करोड़ (चौवन करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहर के पार्कों को विकसित करने हेतु राषि रू. 09 करोड़ (नौ करोड़ रूपये) का प्रावधान।
- निगम भूमियों को सुरक्षित रखने हेतु बाउण्ड्रीवाल, नवीन बाजार निर्माण हेतु (प्रोकॉस्ट हेतु) राशि रूपये 04 करोड़ (चार करोड़ रूपये) का प्रावधान है।
- पार्क एवं उद्यान शेड साइड लीनियर गार्डन हेतु राशि रू. 07 करोड़ (सात करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से ग्लब्स, मास्क एवं अन्य उपकरण हेतु प्रावधान किये गये है।
- निगम की खाली भूमि पर नवीन वर्कशॉप निर्माण हेतु प्रावधान बजट में प्रस्तावित है।
- आवारा पषुओं के वैक्सीनेषन एवं बधियाकरण हेतु राशि रू. 10 करोड़ (दस करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट हेतु राषि रूपये 30 करोड़ (तीस करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- शहर की सड़कों पर पैदल चलने हेतु राषि रूपये 10 करोड़ (दस करोड़ रूपये) का फुटपाथ निर्माण प्रस्तावित है।
- शहर के चौराहों, दीवारों पर वॉल पेंटिग एवं शहर के सौदर्यीकरण हेतु राषि रूपये 8 करोड (आठ करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सके इस हेतु संजीवनी क्लीनिक योजनान्तर्गत 35 नये क्लीनिक एवं 23 पुराने क्लीनिकों के उन्नयन हेतु एवं एस.डी.आर.एफ/एस.डी.एम.एफ. तथा अन्य जमा निधियों के विरूद्ध निर्माण कार्य हेतु राषि रूपये 70 करोड़ (सत्तर करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है, जिससे शहरवासियों को वार्ड में स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सकंे।
- शहर में महिलाओं की सुविधा हेतु पिंक टॉयलेट का निर्माण विभिन्न स्थानों पर कराये जाने हेतु राषि रूपये 7 करोड (सात करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।
- शहर के नागरिकों केे मनोरंजन एवं ग्वालियर शहर के पर्यटक केन्द्रों के संवर्धन हेतु वोट क्लब फूलबाग ग्वालियर के अंतर्गत वर्तमान में बैजाताल पर नौकायन का कार्य संचालित किया जा रहा है। आगामी वर्ष में फूलबाग स्थित वोट क्लब अंतर्गत मछलीघर को पुनः शुरू कर नवीन नौकाओं को खरीदने का प्रयास किया जायेगा। इसके साथ-साथ बैजाताल पर नवीन लाईटिंग फाउंटेन की स्थापना एवं वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां चालू की जाना प्रस्तावित है।
- वित्तीय वर्ष में शाला उन्नयन हेतु विद्यालयों में शौचालय, पेयजल एवं प्रकाश व्यवस्था हेतु राषि रूपये 3 करोड़ (तीन करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है, जिससे बालक-बालिकाओं को स्वच्छ वातावरण प्राप्त हो सके।
- शहर के युवाओं एवं खिलाडियों के प्रोत्साहन हेतु खेल गतिविधिओं को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाडियों को प्रोत्साहन एवं पूर्व में संबंधित खेल प्रतियोगिताओं के साथ नवीन महापौर खेल उत्सव हेतु राषि रूपये 2 करोड़ (दो करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है। इसके साथ-साथ शहरी खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्षन करने के लिये प्रोत्साहन अनुदान षिवाजी राव पवार खेल रत्न पुरूस्कार के साथ-साथ बालिकाओं के प्रोत्साहन हेतु वीरांगना झलकारी बाई बालिका प्रोत्साहन पुरूस्कार शामिल करते हुये राषि रूपये 4 करोड़ (चार करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- नागरिकों की सुविधा एवं स्थानीय लोगों के रोजगार की दृष्टि से नवीन बाजार निगम भूमि पर निर्माण हेतु राषि रूपये 1 करोड़ (एक करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा है।
- शहर की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ एवं विद्युत व्यय कम करने की दृष्टि से सोलर एनर्जी स्ट्रीट लाईट, पायलट प्रोजेक्ट स्तर पर चालू कराने हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहर की आवश्यकताओं को देखते हुये नये विद्युत पोल स्थापन हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा है।
- शहर की यातायात व्यवस्था के लिए विभिन्न स्थानों पर नवीन पार्किंग निर्माण हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहरी गरीब बस्तियों में अधोसंरचना कार्य जैसे- स्मार्ट स्कूल, भवन निर्माण एवं स्वच्छता, प्रकाष एवं यातायात व्यवस्था हेतु पुल एवं सड़कों के निर्माण के लिये बजट में राषि रूपये 40 करोड़ (चालीस करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
- कार्यालयीन उपयोग की सामग्री एवं अन्य उपकरण कम्प्यूटर, लेपटॉप आदि क्रय हेतु राषि रूपये 2.5 करोड़ (दो करोड़ पचास लाख रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- आर्थिक रियायतें महापौर एवं पार्षद (मनोनीत पार्षद सहित) के स्वैच्छिक अधिकार हेतु राषि रूपये 2.78 करोड़ (दो करोड़ अठहत्तर लाख रूपये) का प्रावधान किया गया है। यह निगम परिषद मेरा परिवार है और परिवार के मुखिया का दायित्व आपने मुझे दिया है, भगवान और मनुष्य में यही अंतर है कि भगवान गलती नहीं करते, जबकि मनुष्य कभी सर्वज्ञ एवं संपूर्ण नहीं होता। ग्वालियर नगर की एक स्वच्छ एवं विकसित शहर के रूप में नियोजन की महती जिम्मेदारी निभाने में कमी रहना स्वाभाविक है। जिसे इस परिषद के आईने में सुधारा जा सकता है, मुझे यह कहने में गर्व है कि आप सभी महानुभावों ने सदैव इस परिषद की स्वच्छ छवि दर्पण की तरह दिखाई है।
मुझे यह कहने में किंचित मात्र भी संकोच नहीं है कि हमने शहरवासियों से नगर विकास के अनेक वायदे किए है, जिन्हें हम सब किसी भी पार्टी के केवल सदस्य के रूप में नही अपितु दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दम-खम के साथ ग्वालियर के विकास में एक दूसरे का सहयोग करते हुये पूर्ण करेंगे।
बजट निर्माण में मेयर-इन-काउंसिल के सभी माननीय सदस्यों, निगमायुक्त, एवं निगम अधिकारी/कर्मचारी गणों द्वारा किये गये सहयोग के लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करती हूॅ, निर्वाचित सभी पार्षदों द्वारा मेयर-इन-काउंसिल को दिए गये सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करती हूं और आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास करती हूं कि निगम परिषद के सभी माननीय सदस्यगण मेयर-इन-काउंसिल द्वारा बजट 2023-24 के लिए प्रस्तावित प्रावधानों को सर्वसम्मति से अंगीकार करें।
सूचना क्रमांक‐/447/महापौर डॉ सिकरवार ने प्रस्तुत किया वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए नगर निगम का बजट
21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये का बजट
3 लाख 1 हजार 150 रुपए के फायदे का बजट
ग्वालियर दिनांक 21 मार्च 2023- नगर निगम परिषद का विशेष सम्मेलन सभापित श्री मनोज सिंह तोमर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सम्मेलन में महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए रुपये 21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये) आय तथा रूपये 21,07,45,27,000/- (इक्कीस अरब सात करोड़ पैंतालीस लाख सत्ताईस हजार रूपये) का व्यय तथा रक्षित कोष 5 प्रतिषत रुपये 20,60,02,850/- (बीस करोड़ साठ लाख दो हजार आठ सौ पचास रूपये) इस प्रकार रुपये 3,01,150/- (तीन लाख एक हजार एक सौ पचास रूपये) आधिक्य का बजट प्रस्तुत किया।
महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वर्तमान परिषद का प्रथम बजट प्रस्तुत करते हुये मैं अपने कर्तव्य के अनुरूप वर्तमान परिषद की अल्पावधि में सभापति द्वारा लिए गए विवेकपूर्ण निर्णयों में समस्त पार्षदों के सहयोग, सामंजस्य की भावना और नगर विकास के कार्यों में सम्मानीय नागरिकों के सहयोग एवं मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए नमन करते हुए धन्यवाद करती हूॅ। आज मुझे यह कहने में किंचित भी कोई संकोच नहीं है कि हमारे प्रतिपक्ष और सत्तापक्ष के सभी पार्षदों ने परस्पर विश्वास और समन्वय की भावना को बनाए रखा है।
गालव ऋषि की तपोभूमि ग्वालियर नगर का अतीत वैभवपूर्ण है। यह नगर अपनी ऐतिहासिकता में ही नहीं बल्कि नियोजित नगर के रूप में भी प्रसिद्ध रहा है। यहां पत्थर शिल्प के कलात्मक भवनों की श्रंृखलायें, भव्य चौराहे, विशाल उद्यान, चौड़ी सड़कें, व्यवस्थित बाजार, उद्योग क्षेत्रों के साथ-साथ महाराज बाड़ा, ऐतिहासिक दुर्ग, स्वर्ण रेखा नदी, व्यवस्थित यातायात, विशाल खेल मैदान सहित आमोद-प्रमोद तथा पर्यटन के रूप में एक समृद्ध विरासत हमारे पास है, जिसके संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिये हम कृत संकल्पित हैं।
वह पथ क्या, पथिक कुषलता क्या,
जिस पथ में बिखरे शूल ना हों।
नाविक की धैर्य परीक्षा क्या,
जब धारायें प्रतिकूल ना हों।।
इसी संकल्प के साथ मैं अपना प्रथम बजट वर्ष 2023-24 समग्र विकास को दृष्टि में रखते हुए पुरानी अधूरी योजनाओं को पूर्ण करने एवं नवीन योजनाओं को प्रारंभ करने के लिए आपके एवं केंद्र सरकार/राज्य सरकार के बहुमूल्य सुझाव एवं अनुभव प्राप्त करने की आषा के साथ प्रस्तुत करती हूॅ, साथ ही मैं आप सभी से यह उम्मीद रखती हूॅ कि नगर के सम्मानीय नागरिकों ने हमें नगर के सौंदर्यीकरण एवं विकास की जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए आप सभी अपने अमूल्य सहयोग द्वारा ग्वालियर नगर के विकास की गंगा को नए सौपान चढ़ाकर हर शहरवासी को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में मेरे सहयोगी होंगे।
तकाजा है वक्त का तूफान से जूझो,
कहॉ तक चलोगे किनारे-किनारे।।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आयुक्त द्वारा प्रेषित आय-व्यय पत्रक में आय रुपये 16,53,01,93,000/- (सोलह अरब तिरेपन करोड एक लाख तिरानवे हजार रूपये) तथा व्यय भाग रूपये 16,32,55,58,000/- (सोलह अरब बत्तीस करोड पचपन लाख अठावन हजार रूपये) में दर्शाते हुए शुद्ध आधिक्य रुपये 7,14,000/- (सात लाख चौदह हजार रूपये) की व्यय दर्शाते हुए मेयर-इन-काउंसिल के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
मेयर-इन-काउंसिल द्वारा आयुक्त द्वारा प्रस्तुत बजट प्रस्तावों पर गंभीरतापूर्वक विचार उपरांत आयुक्त द्वारा प्रस्तावित आय रूपये 16,53,01,93,000/- (सोलह अरब तिरेपन करोड़ एक लाख तिरानवे हजार रूपये) में समुचित कमी/वृद्धि कर रुपये 21,28,08,31,000/- (इक्कीस अरब अठ्ठाईस करोड़ आठ लाख इक्तीस हजार रूपये) आय तथा आयुक्त द्वारा प्रस्तावित व्यय रुपये 16,32,55,58,000/- (सोलह अरब बत्तीस करोड़ पचपन लाख अठ्ठावन हजार रूपये) कमी/वृद्धि कर रूपये 21,07,45,27,000/- (इक्कीस अरब सात करोड़ पैंतालीस लाख सत्ताईस हजार रूपये) का व्यय तथा रक्षित कोष 5 प्रतिषत रुपये 20,60,02,850/- (बीस करोड़ साठ लाख दो हजार आठ सौ पचास रूपये) इस प्रकार रुपये 3,01,150/- (तीन लाख एक हजार एक सौ पचास रूपये) आधिक्य का बजट आपके समक्ष वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित है।
स्वच्छ भारत मिशन
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्वालियर नगर में जन-जन के सहयोग से लगातार अभियान चलाया जा रहा है। शैक्षिणक संस्थाओं में अध्ययनरत् छात्र जो कल के नागरिक हैं, उन्होंने जन जागरण की दिषा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। स्वच्छता पर हमारा फोकस रहा है, ग्वालियर की जागरूक जनता, जनप्रतिनिधियों एवं निगम प्रषासन इन सबके सम्मिलित प्रयासों से इस क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार आया है। शहरी स्वच्छता और सर्वेक्षण में ग्वालियर को नम्बर 01 बनाने की दिषा में हमें सफलता मिल रही है। हमें आषा है कि इस प्रतिस्पर्धा में भी ग्वालियर का क्रम सबसे ऊपर रहेगा।
मंजिलें भी जिद्दी हैं, रास्ते भी जिद्दी हैं।
हम सफल होंगे, हमारे हौंसले भी जिद्दी हैं।।
उक्त क्रम में ग्वालियर शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण हेतु 210 वाहन द्वारा पूर्व से ही प्रत्येक घर से ठोस अपषिष्ट एवं गीला कचरा एकत्रित कर डम्पिंग साइट पर डम्प किया जा रहा है। इन वाहनों पर जी.पी.एस. के माध्यम से निगरानी भी की जा रही है। नगर निगम ग्वालियर द्वारा उक्त डोर-टू-डोर वाहन के बेडे़ में वर्ष 2023-24 में 100 नये वाहनांे को शामिल किया जाना प्रावधानित है। वर्ष 2023-24 में मोबाईल एप्लीकेषन आधारित आई.सी.टी. सिस्टम कार्ययोजना भी प्रांरभ की गई। शहर से संग्रहित कचरे के निष्पादन हेतु लैण्डफिल 250 टी.पी.डी. कम्पोस्ट यूनिट का प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है।
स्वच्छ भारत मिषन 2.0 के तहत केन्द्र सरकार से निकाय को 33 करोड़ रूपये की राषि डम्पसाईट लेगेसी बेस्ट निराकरण हेतु स्वीकृत की गई है। स्वच्छ भारत मिषन अंतर्गत सीएनडी वेस्ट प्लांट 50 (पचास) टी.पी.डी. की स्थापना की गई है, जिसमें लागत 1.99 करोड़ रूपये (एक करोड़ निन्यानवे लाख रूपये) की आयी है।
उक्त मिषन के तहत सरकार द्वारा 23 स्थानों को चिन्हित कर प्रति शौचालय 25 लाख रूपये (पच्चीस लाख रूपये) निर्माण हेतु सूची भी प्रेषित की गई एवं एन.एच.आई. के द्वारा तीन उत्कृष्ट शौचालय का निर्माण भी सी.एस.आर. मद से किया जाना प्रस्तावित है।
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिषन (छन्स्ड)
शहरी क्षेत्रों के बेरोजगार युवक/युवतियांे को रोजगार/स्वरोजगार का लाभ दिलाने के लिये शहरी गरीबी उन्मूलन उपषमन विभाग के अंतर्गत नगर निगम अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है जिसके अंतर्गतः-
- 1073 व्यक्तियों को कौषल प्रषिक्षण प्रदाय करवाकर 780 प्रषिक्षणार्थियों का प्रमाणीकरण कार्य पूर्ण कराया जाकर 163 प्रषिक्षणार्थियों को रोजगार/स्वरोजगार से जोड़ा जा चुका है, शेष प्रमाणीकरण एवं नियोजन का कार्य प्रगतिरत है। आगामी वर्ष हेतु राज्य कार्यालय से 1410 प्रषिक्षणार्थियों के प्रषिक्षण मूल्याकंन एवं नियोजन का लक्ष्य प्रदान किया गया है।
- नगर निगम अंतर्गत गठित 169 स्व-सहायता समूहों में 1695 महिलाओं को जोड़ा गया है जिसमें से 165 स्व-सहायता समूह को रिवाल्विंग फण्ड के रूप में राषि रूपये 10,000 स्व-सहायता को प्रदाय किया जा चुका है एवं 51 स्व-सहायता समूहों को आर्थिक सषक्तिकरण एवं गतिविधि संचालित करने हेतु बैंक से ऋण भी उपलब्ध कराया गया है। स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद को सोनचिरैया आजीविका उत्सव मेला में राज्य एवं केन्द्र पर प्रदर्षनी लगायी जा चुकी है। गजक एवं पेपर मैसी उत्कृष्ट उत्पाद हेतु शासन से सराहा गया है। इनके उत्पाद की बिक्री हेतु ‘‘षहरी आजीविका केन्द्र’’ तैयार कर अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स बेवसाइट से जोड़ने की प्रक्रिया प्रगतिरत है एवं 06 स्व-सहायता समूहों को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापना हेतु राज्य कार्यालय से प्रस्ताव अनुमोदन उपरांत 22.80 लाख रूपये (बाईस लाख अस्सी हजार रूपये) स्वीकृत किया गया है।
- स्वरोजगार कार्यक्रम के अंतर्गत 162 शहरी गरीब हितग्राहियों को विभिन्न बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाकर स्वरोजगार योजना से जोड़ा जा चुका है।
- शासन की अतिमहत्वपूर्ण योजना पी.एम. स्वनिधि योजना जो शहरी क्षेत्र के रेहड़ी पटरी, ठेले, गुमटी वालों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिये प्रारंभ की गई थी। इस योजना अंतर्गत बैंकों द्वारा तीन चरणों में क्रमषः प्रथम चरण में 10,000/- रूपये, द्वितीय चरण में 20,000/- रूपये एवं तृतीय चरण में 50,000/- रूपये कार्यशील पूंजी के रूप में बिना ब्याज के उपलब्ध करायी जाती है।
इस सम्बंध में प्रथम चरण में निकाय द्वारा 29,836 (उन्तीस हजार आठ सौ छत्तीस रूपये) शहरी पथ विक्रेताओं को कार्यषील पूंजी के रूप मंे 10,000/- रूपये (दस हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
द्वितीय चरण में निकाय द्वारा 5,542 (पांच हजार पांच सौ ब्यालीस) शहरी पथ विक्रेताओं को 20,000/- रूपये (बीस हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
तृतीय चरण में निकाय द्वारा 367 शहरी पथ विक्रेताओं को 50,000/- रूपये (पचास हजार रूपये) प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।
विदित हो कि पी.एम. स्वनिधि कार्यक्रम के तृतीय चरण योजना में ग्वालियर निकाय पूरे भारत देष मंे तृतीय स्थान पर है। - नगर निगम द्वारा गरीब कन्याआंे का विवाह वर्ष 2022-23 विवाह/निकाह शासन की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत कराया गया है। इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी गरीब कन्याओं का विवाह कराया जाना भी प्रस्तावित है।
- आगामी वर्ष में भी विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ आमजन को मिले इस हेतु नगर निगम कृत संकल्पित है। भविष्य में भी नगर निगम इसी प्रकार से अपने दायित्वों का निर्वहन सफलतापूर्वक करता रहेगा।
अमृत 2.0
अमृत 2.0 के तहत नगर पालिक निगम ग्वालियर के लिये पेयजल एवं सीवरेज परियोजना तथा वाटर वॉडीज के जीर्णोद्धार हेतु स्ट्रीट एक्षन प्लान में निम्नानुसार धनराषि आवंटित करने का निर्णय हुआ है।
क्रं. योजना का नाम धनराषि - जलप्रदाय – 812.93 करोड़ (आठ सौ बारह करोड़ तिरानवे लाख रूपये)
- सीवरेज – 100.00 करोड़ (सौ करोड़ रूपये)
- वाटरवॉडीज – 5.00 करोड़ (पांच करोड़ रूपये)
917.93 करोड़ (नौ सौ सत्रह करोड़ तिरानवे लाख रूपये)
इस प्रकार इसके विरूद्ध आगामी वित्तीय वर्ष में जलप्रदाय एवं सीवरेज कार्य हेतु कुल राषि रूपये 647.00 करोड़ (छः करोड़ सैंतालीस लाख रूपये) का प्रावधान किया गया है।
जलप्रदाय के क्षेत्र में अमृत-1 के तहत वार्ड क्र. 1 लगायत 60 में कराये गये कार्य के उपरांत डिजायन के अनुसार बिछाये जाने वाली शेष पाइप लाइन बिछाने तथा जो गलियॉं अमृत-1 के तहत स्वीकृत ड्रांइग मंे सम्मिलित नहीं हुई हैं, उन गलियों में पाइप लाइन बिछाने एवं आवष्यकता अनुसार टंकियों का निर्माण किये जाने तथा वार्ड क्रं. 61 से 66 में पेयजल प्रदाय हेतु जल वितरण नलिकाएॅं बिछाये जाने तथा नवीन टंकियों का निर्माण कार्य करने व अन्य आवष्यक कार्य के लिये अमृत-2 के तहत डी.पी.आर. तैयार की जा रही है।
वार्ड 61 से 66 की जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. लगभग तैयार हो गई है एवं वार्ड 1 से 60 की जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. तैयार हो रही है। इसी प्रकार सीवरेज के क्षेत्र में वार्ड क्रं. 1 से 66 में विभिन्न कार्य करने तथा वाटर वॉडीज के जीर्णोद्धार हेतु डी.पी.आर. तैयार की जा रही है।
राज्य स्तरीय तकनीकी समिति एवं उच्च शक्ति प्राप्त संचालन समिति के द्वारा डी.पी.आर का अनुमोदन किये जाने के पष्चात् नगर पालिक परिषद ग्वालियर से स्वीकृति ली जाकर निविदाऐं आमंत्रित की जायेगी। निविदा स्वीकृत होने के उपरांत आगामी 2 वर्ष में कार्य पूर्ण किये जायेंगे।
अमृत 2.0 के अंतर्गत भविष्य की पेयजल मांग आपूर्ति के लिये ग्वालियर में ग्राम देवरी, मुरैना से 90 एम.एल.डी. एवं कोतवाल बांध से 60 एम.एल.डी. अर्थात् कुल 150 एम.एल.डी. कच्चा पानी मोतीझील ग्वालियर तक लाने हेतु योजना स्वीकृत हुई है।
जो कार्य अमृत-1 व अमृत-2 प्रोजेक्ट में प्रावधित नहीं थे। उन कार्यों को 15वे वित्त आयोग से क्रमषः सीवरेज कार्य हेतु राषि रूपये 32 करोड़ एवं जलप्रदाय के कार्य हेतु राषि रूपये 72 करोड़़ अर्थात् कुल राषि रू. 104 करोड़ (एक सौ चार करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
विद्युत
नगर निगम ग्वालियर द्वारा शहर को प्रदूषण मुक्त करने के साथ ही पर्यावरण मित्र की भूमिका निभाते हुये आम नागरिकों की सुविधा के लिये इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दिया जाने का प्रयास कर ई-व्हीकल्स को चार्ज करने हेतु शहर के पांच स्थानों पर कुल 7 चार्जिंग स्टेषनों का निर्माण किया जावेगा। इस हेतु 15वे वित्त आयोग से वित्तीय वर्ष 2023-24 में राषि रूपये 02 करोड़ (दो करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है,
हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना के ए.एच.पी. घटक अंतर्गत राषि रूपये 396 करोड़ (तीन सौ छियानवे करोड़ रूपये) की लागत से बनने वाली 3960 (तीन हजार नौ सौ साठ) आवासीय ईकाइयों को पूर्ण किया जाकर हितग्राहियों को आधिपत्य प्रदान करने का आगामी वर्ष में लक्ष्य रखा गया है।
ऽ मानपुर-1 पर 1296 (एक हजार दो सौ छियानवे) ई.डब्ल्यू.एस, एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास
ऽ महलगंाव पहाड़ी पर 768 (सात सौ अडसठ) एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास
ऽ मानपुर-2 पर 1200 (एक हजार दौ सौ) ई.डब्ल्यू.एस. (स्लम) आवास
ऽ मेहरा सिरोल पर 696 (छः सौ छियानवे) एल.आई.जी. एवं एम.आई.जी. आवास - 1200 ई.डब्ल्यू.एस. (स्लम) हितग्राहियों को राषि रूपये 2.00 लाख (दो लाख रूपये) में तथा 912 ई.डब्ल्यू.एस. (नॉनस्लम) हितग्राहियों को राषि रूपये 5.50 लाख (पांच लाख पचास हजार रूपये) में सर्वसुविधायुक्त आवास क्रॉस सब्सिडी द्वारा दिये गये हैं।
- वर्तमान में कुल 3,830 (तीन हजार आठ सौ तीस) आवासों का आवंटन किया जा चुका है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के ए.एच.पी घटक अंतर्गत योजना पूर्ण होने के उपरांत लगभग 100 करोड़ रूपये (सौ करोड़ रूपये) का अनुमानित लाभ अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है।
- शहरी गरीबों को आवास सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत स्वनिर्माण घटक (बी.एल.सी.) योजनान्तर्गत ग्वालियर शहर में 2,948 (दो हजार नौ सौ अड़तालीस) हितग्राहियों को स्वयं के आवास निर्माण हेतु राषि रूपये 2.50 लाख (दो लाख पचास हजार रूपये) की अनुदान राषि तीन किष्तों में प्रदान की जा रही है। जिसके अंतर्गत 1895 (एक हजार आठ सौ पिन्चयानवे) आवासों का निर्माण पूर्ण हो चुका है एवं गरीब आवासहीन परिवार स्वयं के आवास में निवास कर रहे है।
- नगर निगम द्वारा 263 ई.डब्ल्यू.एस. पट्टा हितग्राहियों को आदर्ष कॉलोनी निर्माण बावत् ग्राम केदारपुर में स्वयं का आवास निर्माण करने हेतु प्रथम किष्त के रूप में राषि रूपये 1.00 लाख (एक लाख रूपये) प्रति हितग्राही की दर से 2.63 करोड़ रूपये (दो करोड़ तिरेसठ लाख रूपये) वितरित किये जा चुके है।
आदर्ष गौषाला
ऽ संपूर्ण मध्य प्रदेष में केवल नगर निगम, ग्वालियर द्वारा आदर्ष गौषाला लाल टिपारा का संचालन बृहद स्तर पर किया जा रहा है। वर्तमान में निगम द्वारा अपने स्त्रोतों से लगभग 15 करोड़ रूपये (पंद्रह करोड़ रूपये) का व्यय प्रतिवर्ष किया जा रहा है। इस व्यय में कमी हेतु तथा गौशाला आत्मनिर्भर बनाने के लिये निम्न प्रयास किये जा रहे है।
ऽ गौषाला को आत्मनिर्भर बनाने की दिषा में इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेषन द्वारा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (ब्वतचवतंजम ैवबपंस त्मेचवदेपइपसपजल.ब्ैत्द्ध मद से राषि रूपये 32 करोड़ (बत्तीस करोड़ रूपये) की लागत से 100 टन (सौ टन) प्रति दिवस क्षमता वाला बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जिसे आगामी वर्ष में पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा।
ऽ बायो सी.एन.जी. प्लांट की स्थापना लगभग 10 बीघा भूमि पर की जाना प्रस्तावित है एवं भविष्य में विस्तार को दृष्टिगत रखते हुये 1 हेक्टेयर भूमि आरक्षित रखी गई है।
ऽ प्लांट स्थापना उपरांत लगभग 2 से 3 टन प्रति दिवस बायो सी.एन.जी. एवं लगभग 20 टन (बीस टन) प्रति दिवस उच्च कोटि की प्राकृतिक खाद का उत्पादन होगा, जिससे कि नगर निगम, ग्वालियर को लगभग राशि रूपये 7 करोड़ (सात करोड़ रूपये) की आय प्राप्त होना संभावित है।
ऽ नगर निगम ग्वालियर द्वारा मार्क हॉस्पीटल गोले का मंदिर पर अस्थायी रूप से संचालित गौवंष लगभग संख्या 2000 को आदर्ष गौषाला लाल टिपारा में स्थानांतरित करने हेतु लगभग 25 बीघा भूमि पर नवीन काऊ शेड, खनौटे एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। जिसमें से 100फीट ग 200फीट त्र 20000 वर्ग फीट (बीस हजार वर्ग फीट) का काऊ शेड नगर निगम ग्वालियर द्वारा स्वयं के व्यय से तैयार किया जा रहा है।
कार्यषाला
ऽ जलप्रदाय एवं स्वच्छता कार्य हेतु 50 टैªक्टर-ट्रॉली क्रय एवं स्वच्छ भारत मिषन ठोस अपषिष्ट प्रबंधन अंतर्गत 50 नग ई-कार्ट/ई-गारबेज लोडर, 05 नग रोड स्वीपर मषीन, 02 नग आर.सी. वाहन (एफ.सी.टी.एस. हेतु), 02 नग जेसीबी वाहन, 01 सीवर जेटिंग मशीन क्रय हेतु इस प्रकार कुल 110 वाहन एवं मषीनरी क्रयार्थ कुल राषि रूपये 18 करोड़ (अठारह करोड़ रूपये) बजट का प्रावधान किया गया है। जिससे शहर की स्वच्छता रेटिंग को बढ़ाया जा सके।
ऽ स्वच्छता अंतर्गत 500 नग हैंडकार्ट (हाथ-ठेला), 4000 नग डस्टबिन एवं 1500 नग ट्विन डस्टबिन क्रय हेतु 2.50 करोड़ रूपये (दो करोड़ पचास लाख रूपये) बजट का प्रावधान किया गया है।
शहर की सड़कें
किसी भी शहर की पहचान अच्छी व सुविधाजनक सड़कों से ही होती है। इस दिषा में ग्वालियर नगर निगम तेजी से काम कर रहा है। सभी चारों विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 82 करोड़ रूपये (ब्यासी करोड़ रूपये) की सड़क चौड़ीकरण के निर्माण का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में रखा गया है, जिसमें मुख्यतः 55 करोड़ रू. (पचपन करोड़ रूपये) सी.सी. सड़को के निर्माण तथा 25 करोड़ रूपये (पच्चीस करोड़ रूपये) सड़कों के डामरीकरण हेतु प्रावधानित किया गया है। इसके अतिरिक्त सड़कों की मरम्मत एवं अनुरक्षण हेतु 62 करोड़ रूपये (बासठ करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
15वे वित्त आयोग से प्राप्त राषि के विरूद्ध 18 करोड़ रूपये (अठारह करोड़ रूपये) की सड़कों का निर्माण तथा कायाकल्प अभियान अंतर्गत नगरीय क्षेत्र की 21 सड़कों के सुधार हेतु राशि रूपये 25 करोड़ (पच्चीस करोड़ रूपये) का व्यय प्रस्तावित है।
पार्क
नगर निगम ग्वालियर के पार्क विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 में ग्वालियर शहर के 05 बड़े पार्क जैसे- लालटिपारा, आनंद नगर बड़ा पार्क, कटी घाटी पार्क, नवीन पार्क कांचमील, दषहरा मैदान पार्क को 02 वर्षीय उद्यानिकी रख-रखाव हेतु ठेके पर दिए गए इसके साथ ही 15वें वित्त आयोग से प्राप्त राषि अंतर्गत रेसकोर्स रोड के दोनांे ओर हरित पट्टिका का निर्माण एवं 05 वर्षीय उद्यानिकी संधारण का कार्य गतिषील है। वार्ड क्रं. 12 में लाईन नं. 02 स्थित पार्क मंे ओपन जिम लगवाए गये हैं। गोले के मंदिर चौराहे से 07 नं. चौराहे तक रोड डिवाईडरों पर नवीन रेलिंग लगाने का कार्य कराया गया है। जलबिहार स्थित तालाबों में नवीन संगीतमय फुब्बारे लगाने के अतिरिक्त गांधी पार्क एवं जलबिहार पार्क मंे प्रथम बार ट्यूलिप गार्डन तैयार कराया गया है। इसके साथ ही 05 कि.मी. रोड डिवाईडर पर वृक्षारोपण का कार्य संपन्न कराया गया है। मुरार शमषान घाट रोड़ पर नवनिर्मित डिवाईडर पर रेलिंग एवं उद्यानिकी विकास कार्य कराने के अतिरिक्त आदर्ष कॉलोनी, षिवषक्ति पचारा क्वाटर, लक्ष्मण तलैया, विनय नगर सेक्टर नं. 2, लाईन नं. 2 व 3, अल्कापुरी जल बिहार, जीवाजी चौक पार्क सहित अनेक पार्कोें में सिविल एवं उद्यानिकी कार्य कराये जा रहे हैं।
प्रस्तावित योजनाऐं
नगर निगम ग्वालियर के पार्क विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 में मुख्य-मुख्य पार्को में ऑरनामेटल गजेबो, पार्कों में खेल व ओपन जिम उपकरण स्थापित कराया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही विभिन्न सम्माननीय पार्षदों की मौलिक निधि अंतर्गत लगभग 50 पार्कों में आर.सी.सी. प्री-कॉस्ट गार्डन ब्रेन्चें स्थापित करना प्रस्तावित है। शहरी सीमा में स्थित पुलों के ऊपर सौंदर्यीकरण के क्रम में वर्टीकल गार्डन तैयार कराये जायेंगे। साथ ही कम्पू थाना से गुढ़ा-गुढ़ी का नाका तक नवीन रोड़ डिवाइडर निर्माण एवं गुढ़ा-गुढ़ी तिराहा से धर्मेन्द्र डेयरी तक रोड़ डिवाइडर पर जालियां लगाना प्रस्तावित है। आमजन के स्वास्थ्य एवं पार्कों के प्रति आकर्षण वृद्धि की दृष्टि से शहरी सीमा के विभिन्न पार्को में नवीन ओपन जिम उपकरण एवं सेल्फी प्वाइंट की स्थापना की जाने के साथ अवाड़पुरा पार्क का विकास एवं 03 वर्षीय उद्यानिकी रख-रखाव के अतिरिक्त डी.डी. नगर गेट नं.1, हेम सिंह की परेड, समाधिया कॉलोनी, कारगिल उपवन का उन्नयन, अनुपम नगर, तेजेन्द्र नाथ की गली स्थित षिवाजी पार्क का जीर्णोद्धार सांई नगर पार्क, लोचन नगर, डी.डी. नगर, एच.एच. 490 के सामने, आर.पी. कॉलोनी, सुरेष नगर स्थित शंकर पार्क, कर्मचारी आवास कॉलोनी स्थित हनुमान पार्क, कैप्टन रूप सिंह स्टैच्यू स्थल पार्क सहित अन्य कई पार्कों के विकास कार्य एवं उद्यानिकी रख रखाव संबंधी प्रस्ताव के साथ शहर में लगभग 10 नवीन पार्कों का निर्माण सम्मानीय पार्षदों एवं जनप्रतिनिधियों की राय से प्रस्तावित है।
अन्य विकास कार्य हेतु उल्लेखनीय प्रावधान
- निकाय द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे- अटल गौरव दिवस, नवसंवत्सर, चकरी मेला, रानी लक्ष्मीबाई एवं अन्य महापुरूषों जैसे- संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, भगवान परषुराम, महाराणा प्रताप, वीरागंना झलकारी बाई, ज्योतिबाराव फुले, सावित्रीबाई फुले, संत गाड़गे महाराज, महर्षि वाल्मीकि, अग्रसेन महाराज, देवी अहिल्याबाई होल्कर, मैथलीषरण गुप्त, गुरूगोविन्द सिंह सहित अन्य महापुरूषों के जन्मोत्सव समारोह आदि को बढ़ावा दिये जाने हेतु आगामी वित्तीय वर्ष में राशि रूपये 03 करोड़ (तीन करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
शहीदों की मजारों पर लगंेगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही बांकी निशॉ होगा।
- मौलिक निधि की राषि में वृद्धि करते हुये माननीय महापौर/अध्यक्ष/वरि.पार्षदगण/पार्षदगण तथा वार्ड समिति निधि अंतर्गत कुल राषि रूपये 54 करोड़ (चौवन करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहर के पार्कों को विकसित करने हेतु राषि रू. 09 करोड़ (नौ करोड़ रूपये) का प्रावधान।
- निगम भूमियों को सुरक्षित रखने हेतु बाउण्ड्रीवाल, नवीन बाजार निर्माण हेतु (प्रोकॉस्ट हेतु) राशि रूपये 04 करोड़ (चार करोड़ रूपये) का प्रावधान है।
- पार्क एवं उद्यान शेड साइड लीनियर गार्डन हेतु राशि रू. 07 करोड़ (सात करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से ग्लब्स, मास्क एवं अन्य उपकरण हेतु प्रावधान किये गये है।
- निगम की खाली भूमि पर नवीन वर्कशॉप निर्माण हेतु प्रावधान बजट में प्रस्तावित है।
- आवारा पषुओं के वैक्सीनेषन एवं बधियाकरण हेतु राशि रू. 10 करोड़ (दस करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट हेतु राषि रूपये 30 करोड़ (तीस करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- शहर की सड़कों पर पैदल चलने हेतु राषि रूपये 10 करोड़ (दस करोड़ रूपये) का फुटपाथ निर्माण प्रस्तावित है।
- शहर के चौराहों, दीवारों पर वॉल पेंटिग एवं शहर के सौदर्यीकरण हेतु राषि रूपये 8 करोड (आठ करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सके इस हेतु संजीवनी क्लीनिक योजनान्तर्गत 35 नये क्लीनिक एवं 23 पुराने क्लीनिकों के उन्नयन हेतु एवं एस.डी.आर.एफ/एस.डी.एम.एफ. तथा अन्य जमा निधियों के विरूद्ध निर्माण कार्य हेतु राषि रूपये 70 करोड़ (सत्तर करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है, जिससे शहरवासियों को वार्ड में स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सकंे।
- शहर में महिलाओं की सुविधा हेतु पिंक टॉयलेट का निर्माण विभिन्न स्थानों पर कराये जाने हेतु राषि रूपये 7 करोड (सात करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।
- शहर के नागरिकों केे मनोरंजन एवं ग्वालियर शहर के पर्यटक केन्द्रों के संवर्धन हेतु वोट क्लब फूलबाग ग्वालियर के अंतर्गत वर्तमान में बैजाताल पर नौकायन का कार्य संचालित किया जा रहा है। आगामी वर्ष में फूलबाग स्थित वोट क्लब अंतर्गत मछलीघर को पुनः शुरू कर नवीन नौकाओं को खरीदने का प्रयास किया जायेगा। इसके साथ-साथ बैजाताल पर नवीन लाईटिंग फाउंटेन की स्थापना एवं वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां चालू की जाना प्रस्तावित है।
- वित्तीय वर्ष में शाला उन्नयन हेतु विद्यालयों में शौचालय, पेयजल एवं प्रकाश व्यवस्था हेतु राषि रूपये 3 करोड़ (तीन करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है, जिससे बालक-बालिकाओं को स्वच्छ वातावरण प्राप्त हो सके।
- शहर के युवाओं एवं खिलाडियों के प्रोत्साहन हेतु खेल गतिविधिओं को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाडियों को प्रोत्साहन एवं पूर्व में संबंधित खेल प्रतियोगिताओं के साथ नवीन महापौर खेल उत्सव हेतु राषि रूपये 2 करोड़ (दो करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है। इसके साथ-साथ शहरी खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्षन करने के लिये प्रोत्साहन अनुदान षिवाजी राव पवार खेल रत्न पुरूस्कार के साथ-साथ बालिकाओं के प्रोत्साहन हेतु वीरांगना झलकारी बाई बालिका प्रोत्साहन पुरूस्कार शामिल करते हुये राषि रूपये 4 करोड़ (चार करोड़ रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- नागरिकों की सुविधा एवं स्थानीय लोगों के रोजगार की दृष्टि से नवीन बाजार निगम भूमि पर निर्माण हेतु राषि रूपये 1 करोड़ (एक करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा है।
- शहर की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ एवं विद्युत व्यय कम करने की दृष्टि से सोलर एनर्जी स्ट्रीट लाईट, पायलट प्रोजेक्ट स्तर पर चालू कराने हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहर की आवश्यकताओं को देखते हुये नये विद्युत पोल स्थापन हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा है।
- शहर की यातायात व्यवस्था के लिए विभिन्न स्थानों पर नवीन पार्किंग निर्माण हेतु राषि रूपये 5 करोड़ (पांच करोड़ रूपये) का प्रावधान रखा गया है।
- शहरी गरीब बस्तियों में अधोसंरचना कार्य जैसे- स्मार्ट स्कूल, भवन निर्माण एवं स्वच्छता, प्रकाष एवं यातायात व्यवस्था हेतु पुल एवं सड़कों के निर्माण के लिये बजट में राषि रूपये 40 करोड़ (चालीस करोड़ रूपये) का प्रावधान किया गया है।
- कार्यालयीन उपयोग की सामग्री एवं अन्य उपकरण कम्प्यूटर, लेपटॉप आदि क्रय हेतु राषि रूपये 2.5 करोड़ (दो करोड़ पचास लाख रूपये) का प्रावधान प्रस्तावित है।
- आर्थिक रियायतें महापौर एवं पार्षद (मनोनीत पार्षद सहित) के स्वैच्छिक अधिकार हेतु राषि रूपये 2.78 करोड़ (दो करोड़ अठहत्तर लाख रूपये) का प्रावधान किया गया है। यह निगम परिषद मेरा परिवार है और परिवार के मुखिया का दायित्व आपने मुझे दिया है, भगवान और मनुष्य में यही अंतर है कि भगवान गलती नहीं करते, जबकि मनुष्य कभी सर्वज्ञ एवं संपूर्ण नहीं होता। ग्वालियर नगर की एक स्वच्छ एवं विकसित शहर के रूप में नियोजन की महती जिम्मेदारी निभाने में कमी रहना स्वाभाविक है। जिसे इस परिषद के आईने में सुधारा जा सकता है, मुझे यह कहने में गर्व है कि आप सभी महानुभावों ने सदैव इस परिषद की स्वच्छ छवि दर्पण की तरह दिखाई है।
मुझे यह कहने में किंचित मात्र भी संकोच नहीं है कि हमने शहरवासियों से नगर विकास के अनेक वायदे किए है, जिन्हें हम सब किसी भी पार्टी के केवल सदस्य के रूप में नही अपितु दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दम-खम के साथ ग्वालियर के विकास में एक दूसरे का सहयोग करते हुये पूर्ण करेंगे।
बजट निर्माण में मेयर-इन-काउंसिल के सभी माननीय सदस्यों, निगमायुक्त, एवं निगम अधिकारी/कर्मचारी गणों द्वारा किये गये सहयोग के लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करती हूॅ, निर्वाचित सभी पार्षदों द्वारा मेयर-इन-काउंसिल को दिए गये सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करती हूं और आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास करती हूं कि निगम परिषद के सभी माननीय सदस्यगण मेयर-इन-काउंसिल द्वारा बजट 2023-24 के लिए प्रस्तावित प्रावधानों को सर्वसम्मति से अंगीकार करें।