
ग्वालियर। 29 अक्टूबर। ग्वालियर में लोकायुक्त की टीम ने कलेक्ट्रेट स्थित औषधीय विभाग में कार्यवाही करते हुए एक बाबू अयूब खान को ₹25000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है जानकारी के मुताबिक रिश्वत के इस लेनदेन की डील ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर से हुई थी लेकिन वह दफ्तर में मौजूद नहीं थे लेकिन रिश्वत की रकम उनके बताए मुताबिक फरियादी ने लिपिक अयूब खान को दे दी जिसके बाद अयूब खान को लोकायुक्त ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर दिया है फरियादी महेंद्र पाल का कहना है कि उसे ड्रग लाइसेंस बनवाना था इसके लिए उसने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर से संपर्क किया अजय ठाकुर उसका ड्रग लाइसेंस बनवाने के लिए तमाम तरह के नियम कायदे बताने लगे लेकिन बाद में कहा कि ₹30000 में ड्रग लाइसेंस बड़े आराम से बन जाएगा यह ₹30000 बतौर रिश्वत ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर ने फरियादी से मांगे थे बाद में रिश्वत के लेनदेन की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी फरियादी महेंद्र पाल ने कर ली थी और इसकी शिकायत लोकायुक्त में कि आज फरियादी महेंद्र पाल रिश्वत की रकम लेकर कलेक्ट्रेट स्थित औषधीय विभाग में पहुंचा वहां पर ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर उन्हें नहीं मिले लेकिन जब फरियादी ने उनसे बात की तो ठाकुर ने उन्हें रिश्वत की रकम वहां पदस्थ बाबू अयूब खान को देने के लिए कहा फरियादी ने रिश्वत की रकम अयूब खान को दे दी और उसके बाद लोकायुक्त की टीम को इशारा कर दिया जिसके बाद बाबू अयूब खान को रंगे हाथों पकड़ लिया गया है