ग्वालियर30अगस्त2023। शहर के बहुचर्चित स्कूली छात्रा अक्षया हत्याकांड में शामिल आखिरी आरोपी को भी क्राइम ब्रांच व माधौगंज थाने की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर देर रात दबोच लिया। पकड़े गए बदमाश की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित था।
एसपी राजेश सिंह चंदेल को मंगलवार बुधवार की दरम्यानी रात मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी, कि माधौगंज थाना क्षेत्र में छात्रा अक्षया यादव की गोली मारकर की गई हत्या की वारदात में शामिल बदमाश पृथ्वीराज उर्फ राज चौहान राखी का त्योहार मनाने गुड़ागुड़ी का नाका स्थित अपने घर पर आया हुआ है। इस पर एसपी द्वारा तत्काल एएसपी गजेंद्र सिंह वर्धमान व क्राइम डीएसपी सियाज केएम को इसकी जानकारी देकर उक्त आरोपी को अरेस्ट करने की टास्क दी गई । जिन्होंने क्राइम ब्रांच व माधौगंज थाने की संयुक्त टीम को मौके पर पहुंचाया। जिसने आरोपी के घर पर दबिश दी, तो वहां मौजूद राज चौहान ने पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया, जिसे पहले से ही अलर्ट टीम ने घेराबंदी कर धरदबोचा।
राज की तलाशी लेने पर उसके पास से 32 बोर की पिस्टल व एक राउंड सहित 315 बोर का कट्टा बरामद हुआ है। पुलिस द्वारा आरोपी को थाने लाकर की गई पूछताछ में उसने छात्रा की हत्या में शामिल होना स्वीकारा है। राज को गिरफ्तार करने वाली टीम में क्राइम ब्रांच टीआई अमरसिंह सिकरवार, माधौगंज टीआई राजेश तोमर, एएसआई राजीव सोलंकी, शाकिर अली खान, हेड कांस्टेबल रामबाबू सिंह, कांस्टेबल गौरव आर्य, अनिल मौर्य, अरुण पवैया व रामवीर सगर शामिल थे।
ये था घटनाक्रम- बीती 10 जुलाई की शाम सिकंदर कंपू निवासी नाबालिग छात्रा जब अपनी सहेली के साथ कोचिंग से घर वापस लौट रही थी, तब माधौगंज थाना क्षेत्रांतर्गत बेटी बचाओ चौराहे पर सुमित रावत ने अपने भाई व अन्य साथियों के साथ मिलकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की थी। जिनकी गिरफ्तारी पर एसपी द्वारा इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस ने मशक्कत कर छह आरोपियों को तो पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि राज वारदात के बाद से ही लगातार फरार बना हुआ था। जिसके रक्षाबंधन मनाने के लिए घर आते ही पुलिस ने उसे धरदबोचा। अक्षया मर्डर केस में नामजद आखिरी आरोपी को देर रात अरेस्ट कर लिया गया है, उसने ही वारदात में प्रयुक्त वैपन मुहैया करवाया था, वह भी बरामद हो गया है।