अग्निपथ की आग ग्वालियर तक फैली, उपद्रव, तोडफोड, आगजनी, मारपीट हुई, ट्रेनों का संचालन बाधित, करीब 40 हिरासत में

ग्वालियर16जून2022।ग्वालियर में एक बार फिर सेना में भर्ती की चाह रखने वाले युवाओं ने जमकर हंगामा किया ।इन नौजवानों ने केंद्र सरकार की अग्निपथ के जरिए सेना में भर्ती की योजना का विरोध जताते हुए शहर के गोला का मंदिर चौराहे से अपना प्रदर्शन चक्का जाम करके शुरू किया। बाद में इन युवकों ने  बमुश्किल एक किलोमीटर दूर स्थित बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर अराजकता का माहौल पैदा कर दिया ।यहां रेलवे स्टेशन की कुर्सियों को तोड़ा गया ।स्टेशन प्रबंधक के कमरे में भी तोड़फोड़ की गई। ट्रैक पर स्लीपर और पेड़ डालकर उनमें आग लगा दी गई आनन-फानन में अप और डाउन ट्रैक की गाड़ियों को पूर्व के स्टेशनों पर रोका गया। करीब 5 घंटे रेलवे यातायात अवरुद्ध रहा। पुलिस की तैयारियां इस तरह के आंदोलन का सामना करने के लिए नहीं थी इसलिए कुछ ही संख्या में पुलिसकर्मी गोला का मंदिर थाने पहुंचे थे। जबकि उपद्रवियों की संख्या करीब डेढ़ हजार से भी ज्यादा थी ।उपद्रवियों ने सड़कों पर जमकर बवाल काटा। गाड़ियों में तोड़फोड़ की लोगों के साथ मारपीट की। स्थिति बिगड़ने के बाद कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंची उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में बताया।

सेना में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के विरोध में ग्वालियर में शुरू हुआ आंदोलन हिंसक हो उठा। गोला का मंदिर चौराहे से शुरू हुआ आंदोलन मेला रोड, बिरला नगर रेलवे स्टेशन तक जा पहुंचा। उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक को बधित कर दिया, वहीं निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम ट्रेन को भी उपद्रवियों ने निशाना बनाया और यात्रियों को भी नहीं छोड़ा। ऐसे में यात्रियों को वहां से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। हालात इतने काबू से बाहर हो गए कि पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अश्रु गैस का प्रयोग करना पड़ा।  उपद्रव थमने का नाम नहीं ले रहा था। इस उपद्रव को देखकर लोगों को कुछ साल पहले सेना भर्ती में हुआ उपद्रव फिर से याद आ गया है। अग्निपथ योजना के तहत भर्ती और पूर्व में हुई भर्तियों को रद्द करने की जानकारी लगने के बाद युवाओं का गुस्सा भड़क गया।

गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल से सबसे ज्यादा युवा सेना में जाते हैं।उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर इतना हंगामा किया कि ट्रेनों का संचालन ही ठप हो गया । ओएचई लाइन बंद कर दी। ट्रेनों के पहिए थम गए। कोयंबटूर निवासी वेंकटेशन इस मारपीट में घायल भी हो गए हैं। इसके अलावा एक अन्य यात्री राजकुमार को भी काफी चोंटें आई हैं। पुलिस ने जैसे-तैसे भीड़ को गोला का मंदिर से हटाया तो वो उपद्रवी शहर की तरफ बढ़ना शुरू हो गए । उपद्रवियों ने पड़ाव गांधी नगर में घर के बाहर खड़ी करीब 20 गाड़ियों के कांच भी तोड़ दिए।

गोला का मंदिर चौराहे से शुरू हुआ उपद्रव रेलवे स्टेशन तक जा पहंचा। उधर हंगामे के कारण गोला का मंदिर चौराहा, मेला रोड और अब स्टेशन तक का ट्रैफिक जाम रहा पुलिस प्रशासन स्थिति पर काबू पाने के प्रयास में जुटा हुआ है। युवाओ ने गोला का मंदिर चौराहे पर हंगामे के दौरान सड़क पर लकड़ियां एवं कागजों के जरिए आग लगा दी। ऐसे में आक्रोश भड़कते देख पुलिस प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए ।

प्रदर्शनकारियों ने बिरलानगर स्टेशन पर रेलवे रेलवे ट्रैक अवरुद्ध कर दिया । यहां आउटर पर कई ट्रेनों को रोक दिया गया था कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की। पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर युवाओं से बात करके हंगामा शांत करने के प्रयास में जुटे रहे। उधर उत्पात मचा रहे युवाओं का स्पष्ट कहना है कि वह पिछले दो साल से मैदान में पसीना बहा रहे हैं और अब कहा जा रहा है कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की जाएगी, यह सरासर अन्याय है। ये आंदोलन की केवल शुरुआत है, यदि आदेश में बदलाव नहीं किया गया तो आंदोलन विकराल रूप धारण करेगा। वहीं जानकारी के मुताबिक इस घटना में शामिल रहे करीब 40 युवकों को गिरफ्तार किया गया है।

दरअसल ग्वालियर में कुछ साल पूर्व भी सेना भर्ती के दौरान युवा इसी प्रकार से सड़कों पर उतर आए थे। तब हंगामा मेला ग्राउंड से शुरू हुआ, फिर गोला का मंदिर और स्टेशन बजरिया तक पहुंच गया था। इस दौरान गुस्साए युवाओं ने कई वाहनों को आग लगा दी थी और जमकर तोड़फोड़ की गई थी।

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