सूर्या रोशनी लिमिटेड का मालनपुर में नया कदम: अत्याधुनिक डोमेस्टिक वायर प्लांट शुरू

ग्वालियर04सितंबर2025। सूर्या रोशनी लिमिटेड ने अपने मालनपुर प्लांट का विस्तार करते हुए स्वदेशी तकनीक से विश्वस्तरीय विद्युत डोमेस्टिक वायर प्लांट स्थापित किया है। मध्यप्रदेश शासन की मंशा अनुरूप लगाए गए इस प्लांट में प्रतिवर्ष लगभग 12 लाख डोमेस्टिक क्वाइल वायर विभिन्न श्रेणियों में तैयार किए जाएंगे।

कंपनी पहले से ही मालनपुर में विभिन्न इलेक्ट्रिकल उत्पाद, एलईडी लाइट, हाईमास्ट, फैन और मोनो ब्लाक पंप का उत्पादन कर रही है। अब बिजली के डोमेस्टिक वायर का उत्पादन भी शुरू कर दिया गया है। यह मशीनें पश्चिमी जर्मनी से आयातित की गई हैं।

सूर्या रोशनी लिमिटेड के चेयरमैन जयप्रकाश अग्रवाल की अगुवाई में मालनपुर उद्योग क्षेत्र में कंपनी अग्रणी उद्योग बनकर उभरी है। अब तक कंपनी यहां 550 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। कंपनी ने डोमेस्टिक वायर की बढ़ती मांग को देखते हुए इसका आधिकारिक लांच 6 सितम्बर को चेन्नई (तमिलनाडु) में करने का निर्णय लिया है।

सूर्या रोशनी लाइटिंग और ड्यूरेबल के सीईओ वसुमित्र पांडे ने बताया कि मालनपुर प्लांट से लगभग 1 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। कंपनी का वादा है कि “रोशनी के साथ सुरक्षा भी जरूरी है।”

सूर्या रोशनी लिमिटेड देश की एक बड़ी कंपनी है, जिसने अपनी स्थापना के 52 वर्ष पूरे किए हैं। वर्ष 1973 में इस कंपनी ने ईआरडब्ल्यू पाइप से अपनी शुरुआत की थी और आज यह विभिन्न तरह की लाइटिंग, फैन, अप्लायंसेज, मोनो ब्लाक पंप और वायर का उत्पादन करती है।

कुछ समय पहले ही कंपनी ने ड्यूरेबल कैटेगरी में अपना पहला डिजिटल वाटर हीटर लांच किया है। साथ ही, कंपनी ने अपनी फैक्ट्री में ही कुछ ड्यूरेबल उत्पादों का निर्माण शुरू किया है। पिछले महीने से प्लास्टिक वाटर टैंक का उत्पादन भी प्रारंभ किया गया है, जिसमें कंपनी को बड़े वॉल्यूम की उम्मीद है।

भारत सरकार के मेक इन इंडिया – एनर्जी सेविंग इनीशिएटिव के तहत कंपनी ने PLI में 25 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

कंपनी का एनजीओ सूर्या फाउंडेशन समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कई प्रकल्प चला रहा है, जिनमें महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण जागरूकता, शिक्षा, किसान जागरूकता अभियान और व्यक्तित्व विकास शिविर प्रमुख हैं।

सूर्या रोशनी लिमिटेड के चेयरमैन जयप्रकाश अग्रवाल व्यापार के साथ समाजसेवा और नए इनोवेटिव इनिशिएटिव के लिए प्रसिद्ध हैं। इन्हीं योगदानों के चलते भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी अलंकृत किया है।

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