ग्वालियर16अगस्त2025। कांग्रेस ने ग्वालियर शहर की कमान अब सुरेंद्र यादव को सौंपी है। उन्हें शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, ग्रामीण अध्यक्ष पद पर प्रभुदयाल जोहरे को यथावत रखा गया है। यह फैसला राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, खासकर इसलिए क्योंकि लंबे समय बाद किसी अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के नेता को ग्वालियर जैसे महत्वपूर्ण शहर की कमान सौंपी गई है। यादव गांधी रोड वाले कांग्रेस सांसद के करीबी माने जाते है
लंबे समय बाद ओबीसी वर्ग को मिली प्राथमिकता
सुरेंद्र यादव की नियुक्ति को कांग्रेस का एक बड़ा रणनीतिक कदम माना जा रहा है। यह निर्णय पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि ओबीसी वर्ग ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में एक बड़ा वोट बैंक है। कांग्रेस इस कदम से इस वर्ग को साधने की कोशिश कर रही है, जिसका फायदा आने वाले चुनावों में मिल सकता है।
अध्यक्ष पद पर यादव की नियुक्ति चुनावी गेम चेंजर?
हांलाकि इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर ओबीसी चेहरा सामने ला सकती है लेकिन सुरेंद्र यादव का नाम चौंकाने वाला है। ओबीसी वर्ग से कई और वरिष्ठ दावेदार भी अध्यक्ष पद की दौड. में थे। लेकिन ये भी साफ हो गया है कि कांग्रेस भी अब ज्यादात मौकों पर ओबीसी कार्ड में ही विश्वास दिखा सकती है
सुरेंद्र यादव पुराने खेमों के बजाए ग्वालियर के गांधी रोड वाले नेता से जुडे माने जाते है जो पार्टी के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह फैसला आने वाले समय में ग्वालियर कांग्रेस की राजनीतिक दिशा को कैसे प्रभावित करता है।
प्रभुदयाल जोहरे का ग्रामीण नेतृत्व यथावत
प्रभुदयाल जोहरे को ग्रामीण अध्यक्ष पद पर बरकरार रखा गया है। उनका ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा खासा जनाधार है और वे पार्टी के लिए मजबूत स्तंभ माने जाते हैं। उनका अनुभव और पकड़ ग्रामीण वोट बैंक को साधने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस तरह, कांग्रेस ने शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में एक मजबूत और संतुलित नेतृत्व स्थापित करने का प्रयास किया है।