SI सहित तीन पुलिसवालों की शिकारियों ने की हत्या, एक शिकारी नौशाद का शव मिला, शहजाद का हुआ एनकाउंटर, IG ग्वालियर हटाए गए, मृतक पुलिसवालों के परिजनों को १-१ करोड व शासकीय सेवा

गुना/ग्वालियर। ग्वालियर संभाग के गुना जिले में आज काले हिरण का शिकार करके भाग रहे शिकारियों को पकडने गई पुलिस टीम सदस्यों की शिकारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग में आक्रोश है, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटनास्थल पर देर से पहुंचने के कारण ग्वालियर रेंज के आईजी अनिल शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उन्होंने मृतक पुलिस कर्मियों के परिवार को एक -एक करोड रूपये की सम्मान निधि देने और एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की घोषणा की है। इस मामले में एक शिकारी नौशाद का शव घटनास्थल के नजदीक ही गांव में पडा मिला, जबकि एक शिकारी शहजाद देर शाम पुलिस एनकाउंटर में मारा गया।
ग्वालियर से लगभग २६४ किलोमीटर दूर गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में आज तडके आरोन पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ शिकारी काले हिरण का शिकार करके उन्हें ले जाने की फिराक में हैं। इस पर से आरोन पुलिस थाने के दरोगा राजकुमार जाटव ने अपनी टीम को लेकर शहरोक के जंगल की तरफ ३-४ बजे के बीच ४-५ बाइक से शिकारी जाते दिखे। पुलिस ने उनको रोकने की कोशिश की तो उन्होने फायरिंग शुरू कर दी जिस पर पुलिस टीम ने भी जबाबी फायरिंग खोल दी।
बदमाशों की फायरिंग से आरोन थाने का दरोगा राजकुमार जाटव और प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव , आरक्षक संतराम को गोली लगी, जिसमें नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। थाना प्रभारी जाटव लगातार फायरिंग करते रहे इसमें एक शिकारी नौशाद मेवाती भी ढेर हो गया। वहीं अन्य बदमाश भागने मेंं सफल हो गये। मौके पर पुलिस को पांच हिरण और एक मोर के अवशेष मिले हैं।
इधर यह घटना की जानकारी गुना से लेकर और ग्वालियर तक में फैलने के बाद रेंज के आईजी अनिल शर्मा ने भारी मात्रा में पुलिस बल घटनास्थल पर भेजा और भागे बदमाशों की गिरफ्तारी के प्रयास किये। लेकिन घटना की जानकारी मिलने के बाद भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा तक ने एसपी , कलेक्टर से बात की और घटना पर दुख जताया। उन्होंने ग्वालियर रेंज के आईजी अनिल शर्मा को घटना स्थल पर देर से पहुंचने के कारण तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये। और मृतक पुलिस कर्मियों के परिजनों में से एक सदस्य को शासकीय सेवा और एक-एक करोड रूपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने तीनों मृतक कर्मियों को शहीद का दर्जा देने की घोषणा भी की।
राजकीय सम्मान के साथ शहीदों का अंतिम संस्कार
काले हिरण के शिकारियों के साथ मुठभेड में मारे गये दरोगा राजकुमार जाटव का अंतिम संस्कार अशोक नगर, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव का गुना और आरक्षक संतराम मीना का अंतिम संस्कार श्योपुर में हुआ। तीनों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
आरोपियों के घरों को बुलडोजर से ढहाया
इस घटना के बाद चिन्हित किये गये ६ आरोपियों के मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। और पुलिस की एक दर्जन से अधिक टीमें उनकी गिरफ्तारी में लगी है। जहां मकान ढहाये गये वहां दो सैकडा जवान , अधिकारी व एसडीएम विवेक रघुवंशी मौजूद रहे।
ऐसी कार्रवाई करेंगे कि नजीर बनेगी: गृहमंत्री
मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि घटना दुखद है , हमारे पुलिस परिवार के ३ सदस्यों की इसमें मौत हो गई है। अपराधी कोई भी हो बख्शे नहीं जायेंगे। मैने व मुख्यमंत्री ने कडी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। अपराधियों पर ऐसी कार्रवाई की जायेगी जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री स्वयं घटना की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
गृहमंत्री इस्तीफा दें :नेता प्रतिपक्ष
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इस घटना पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि इस घटना से लगता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं कि वह पुलिस को ही नहीं छोड रहे।
घटना के बाद जागी सरकार: कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह लचर है। आखिर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो इसके लिये आवश्यक कदम उठााये जायें।

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