
(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर29मार्च2023। ग्वालियर में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्टॉपेज को लेकर ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिँधिया के बीच श्रेय लेने की होड नजर आ रही है। वंदे भारत एक्सप्रेस को ग्वालियर में स्टॉपेज दिलाने के लिए एक तरफ जहां विवेक शेजवलकर की तरफ से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ फोटो जारी कर उन्हे पत्र लिखने, चर्चा करने और रेल मंत्री द्वारा ग्वालियर में वंदेभारत एक्सप्रेस को ग्वालियर में स्टॉपेज रखे जाने के ठोस आश्वासन दिए जाने का प्रेस नोट जारी किया गया है
वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिँधिया के लिए प्रेस नोट जारी कर बताया है कि वंदे भारत एक्सप्रेस को ग्वालियर में स्टॉपेज दिलाने के लिए सिंधिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर फोन पर भी चर्चा की थी और ट्रेन के स्टॉपेज का आग्रह किया था। रेल मंत्री ने सिंधिया की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी माँग पर ग्वालियर में वंदे भारत ट्रेन का स्टॉपेज रखा है। जिसे रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर के लिए जारी प्रेस नोट में क्या लिखा है पहले उसे देख लें।
‘’ ग्वालियर सांसद को रेल मंत्री का आश्वासन ग्वालियर में अवश्य रूकेगी वंदे भारत एक्सप्रेस
सांसद शेजवलकर ने की रेल मंत्री से भेंट
सांसद शेजवलकर ने उद्घाटन तालिका में ग्वालियर स्टेशन पर ठहराव किये जाने का किया स्वागत
ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी से भेंट कर भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली के बीच प्रस्तावित मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का ग्वालियर स्टेशन पर ठहराव करने का आग्रह किया । रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद श्री शेजवलकर को वंदे भारत एक्सप्रेस का ग्वालियर स्टेशन पर ठहराव करने का आश्वासन दिया है। इसके लिये सांसद शेजवलकर ने माननीय रेल मंत्री जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। सांसद शेजवलकर ने 01 अप्रैल 2023 से संचालित हो रही वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन तालिका में ग्वालियर स्टेशन पर ठहराव किये जाने का स्वागत करते हुये कहा कि मा. रेल मंत्री जी के आश्वसन के अनुसार यह वंदे भारत एक्सप्रेस ग्वालियर में अवश्य रूकेगी।
सांसद शेजवलकर ने भेंट के दौरान रेल मंत्री से कहा कि ग्वालियर मध्यप्रदेश के साथ ही देश का एक महत्वपूर्ण एतिहासिक एवं सांस्कृति शहर के होने के साथ ही सांस्कृति व पुरातात्विक धरोहरों से संपन्न ग्वालियर चंबल अंचल का प्रवेश द्वार भी है। इस अंचल के सुरक्षित वन भी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र हैं।यहां पर देश-विदेश के सैलानियों का वर्ष भर आवागमन होता है। औदयोगिक दृष्टि से यह शहर अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस वर्ष के बजट में ग्वालियर में रेलवे सुविधाओं के बेहतरीकरण के दृष्टिगत विशेष सौगात भी मिली है। अत्याधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ 535 करोड की लागत से ग्वालियर रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक स्वरूप में विकसित किया जायेगा। सांसद ने उपरोक्त कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ करने का भी अनुरोध किया है।‘’
अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए जारी प्रेस नोट भी देख लें।
।। प्रेस नोट।।
मोदी सरकार की अंचल को बड़ी सौगात
ग्वालियर में होगा वंदे भारत का ठहराव
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने किया था प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री वैष्णव से आग्रह
ग्वालियर । मध्य प्रदेश की पहली स्वदेशी तकनीक से बनी सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत ग्वालियर में भी रुकेगी। केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार की बड़ी सौगात बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार जताया है।
एक अप्रैल को रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू हो रही है। पश्चिम मध्य रेलवे जोन ने इसका जो पहले शेड्यूल जारी किया था उसमें भोपाल से नई दिल्ली के बीच केवल आगरा में ही ठहराव (स्टॉपेज) रखा गया था।
ग्वालियर में स्टॉपेज न होने से अंचल के लोगों को निराशा हाथ लगी थी। तब लोगों ने सिंधिया से इस ट्रेन के स्टॉपेज के लिए पुरजोर मांग की थी।
नागरिक विमानन मंत्री सिंधिया ने लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए रेल मंत्री वैष्णव को पत्र लिखकर फोन पर भी चर्चा की थी और ट्रेन के स्टॉपेज का आग्रह किया था।
रेल मंत्री ने सिंधिया की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी माँग पर ग्वालियर में वंदे भारत ट्रेन का स्टॉपेज रखा है। जिसे रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। पश्चिम मध्य रेलवे भी संशोधित शेड्यूल जारी कर इसकी विधिवत घोषणा करेगा। ट्रेन को ग्वालियर के साथ ही झांसी में भी स्टॉपेज मिला है।
ग्वालियर के नागरिकों ने सिंधिया की इस सार्थक पहल का स्वागत किया है।
एक ही काम के लिए लगभग एक ही समय पर श्रेय लेने के लिए प्रेस नोट जारी करने की रीति नीति मूल भाजपा नेताओं में नही देखी जाती है लेकिन यहां उलटी गंगा बह रही है। बहरहाल ये पहला मौका नही है जब सांसद शेजवलकर और केंद्रीय मंत्री सिँधिया के बीच ऐसा हुआ हो, इससे पहले भी शहर के विकास के लिए अधिकारियों की बैठक में सिंधिया अलग निर्देश देते थे तो शेजवलकर अलग, इस बात से कई बार अधिकारी भी कन्फ्यूजन की स्थिति में नजर आए। वंदे भारत के मामले में इसका सामूहिक श्रेय भी लिया जा सकता है लेकिन चुनाव नजदीक है ऐसे में व्यक्तिगत उपलब्धियां भी गिनाने के लिए फेहरिस्त तैयार किए जाने के तौर पर इसे देखा जा सकता है।