उपनगर ग्वालियर के गोसपुरा में शादी से बीस दिन पहले दूल्हे व उसके परिजन ने दुल्हन पक्ष से अचानक दहेज में 8 लाख रुपए की मांग कर दी। जब दुल्हन के पिता ने कम समय में इतने रुपयों का इंतजाम हो पाना मुश्किल होने की बात कही तो दुल्हा पक्ष ने शादी तोड़ दी। जबकि दुल्हन पक्ष शादी के लिए गार्डन सहित सभी तैयारियां पूरी कर रिश्तेदारों में शादी के कार्ड भी बांट चुका था। पुलिस दुल्हन पक्ष की शिकायत पर दुल्हा सहित उसके परिजन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ग्वालियर थाना क्षेत्र के गोसपुरा नंबर में मोहन सिंह ने विगत वर्ष अपनी बेटी की सगाई विनय नगर में रहने वाले मनीष पुत्र लाखन सिंह कुशवाह से तय की थी। शादी तय होने के बाद 25 अक्टूबर को सगाई की रस्म भी अायोजित की गई थी, जिसमें दोनों पक्षों रिश्तेदार शामिल हुए थे। सगाई होने के बाद 18 फरवरी की तिथि का मुहूर्त शादी के लिए तय हुआ था। शादी की तारीख नजदीक आने पर जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में दुल्हा पक्ष ने दुल्हन के पिता को दहेज में 8 लाख रुपए देने की सूचना भेजी। इस पर दुल्हन के पिता मोहन सिंह लाखन सिंह से मिले अौर कम समय में इतनी बढ़ी रकम का इंतजाम होने पर असमर्थता जताई।
शादी से बीस दिन पहले लाखन सिंह ने मोहन सिंह से कहा कि उनके बेटा 8 लाख रुपए की मांग कर रहा है, इसके बिना वह शादी नहीं करेगा। अचानक आई मांग से मोहन सिंह परेशान हो गए और वह लाखन सिंह के पास रिश्तेदारों को लेकर बातचीत करने पहुंचे, लेकिन वह दहेज में 8 लाख रुपए लिए बिना शादी करने को तैयार नहीं थे और शादी तोड़ दी। मोहन सिंह ने शादी के लिए गार्डन बुकिंग सहित हलवाई अादि की बुकिंग होने व सभी रिश्तेदारों में कार्ड पहुंच जाने की मजबूरी बताई, लेकिन लाखन सिंह व उनके बेटे ने उनकी बात नहीं सुनी अौर शादी करने से इंकार कर दिया।