PM मोदी ने धार में रखी देश के पहले पीएम मित्र पार्क की नींव: ‘मेक इन इंडिया’ और रोजगार को मिलेगा बूस्ट

धार 17सितंबर2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को धार जिले की बदनावर तहसील के भैंसोला गांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए देश के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्र पार्क का शिलान्यास किया। इस ऐतिहासिक मौके पर उन्होंने कहा कि यह पार्क पूरे मध्यप्रदेश के विकास को एक नई दिशा देगा और यहाँ होने वाले निवेश से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नया आधार मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों के उनके समर्पित प्रयासों से देश के 25 करोड़ लोग गरीबी के जीवन से बाहर आए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, “गरीब के चेहरे पर मुस्कान लाना ही मेरी इष्ट-पूजा और मेरा प्रण है।” उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर विशेष बल देते हुए देशवासियों से स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का हथियार बनाया था, और अब इसे विकसित भारत का आधार बनाना है।

पीएम मोदी ने बताया कि देश में 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित किए जा रहे हैं, जो भारत को विश्व का टेक्सटाइल-हब बनाएंगे। उन्होंने ‘फाइव-एफ’ विजन की बात की, जिसमें ‘फार्म टू फाइबर, फाइबर टू फैक्ट्री, फैक्ट्री टू फैशन और फैशन से फॉरेन’ शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि इस पार्क में 80% जमीन निवेशकों को आवंटित की जा चुकी है, जिससे 3 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर फोकस

पीएम मोदी ने इस दौरान कई महत्वपूर्ण अभियानों की शुरुआत भी की। उन्होंने ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ महाअभियान का शुभारंभ किया, जिसके तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में 1 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होगा। इसके अलावा, आठवें ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ और जनजातीय वर्ग के लिए ‘आदि सेवा पर्व’ की भी शुरुआत की गई। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 15 लाख से अधिक महिला हितग्राहियों के खातों में 450 करोड़ रुपये से अधिक की प्रसूति सहायता राशि सिंगल क्लिक के जरिए ट्रांसफर की।

मध्यप्रदेश के विकास को मिलेगा नया आयाम

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वह उपलब्धियाँ हासिल की हैं जो कभी कल्पना मात्र लगती थीं। उन्होंने धार में पीएम मित्र पार्क की नींव रखा जाना मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि इससे मालवा-निमाड़ अंचल के किसानों को उनकी कपास का उचित मूल्य मिलेगा और प्रदेश वस्त्रोद्योग का वैश्विक केंद्र बन सकेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *