
ग्वालियर02नवंबर2022। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर बाल भवन में आयोजित समारोह में अंतरराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना डॉल जयेश कुमार ने महाकाल लोक उज्जैन को संगीत की नगरी ग्वालियर से शिवस्तुति समर्पित की… ध्रुपद “शंकर अति प्रचंड…”पर अतभूत भाव पक्ष और मजबूत फुटवर्क से उपस्थित आतिथिगण ओर श्रोताओं को तालिया बजाने के लिए मजबूर कर दिया।प्रस्तुति के दौरान यह नही लग रहा था कि बाल कलाकार मंच पर है।बड़े उस्तादों की तरह मंच को अपना बना कर प्रस्तुति दी। ध्रुपद में शिवस्तुति में आवाज बलराज ओर वनराज शास्त्री की थी पखावज ओर तबला जोबी जाय और संगीत कथक गुरु आदरणीय राजेन्द्र गंगानी जी का है।
शिवस्तुति के साथ ही डॉल ने थाट, आमद ओर कुछ बंदिशें प्रस्तुत की।डॉल को पिछले वर्ष भी प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया था।आपको बता दे कि ग्वालियर की 13 साल की बेटी डॉल जयेश कुमार के नाम कथक को लेकर 4 राष्ट्रीय रिकार्ड है। वह 616 स्टेज शो ओर 100 से ज्यादा डिजिटल शो (क्लासीकल कथक के) कर चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता काठमांडु और राजा मानसिंह विश्वविद्यालय के राज्यस्तरीय युवा उत्सव 2018-19 की राज्यस्तरीय विजेता सहित 140 पीवर क्लासीकल प्रतियोगिताओ में लगातार विजेता का खिताब जीता है।डॉल को नेपाल में अंतरराष्ट्रीय नृत्य और कला अवार्ड के साथ 110 अवार्ड मिले है।वही दूरदर्शन में क्लासीकल नृत्यांगना के रूप में 15 से ज्यादा प्रस्तुतियां का प्रसारण हो चुका है…इतना ही नही अब तक 1149 प्रस्तुतियां दे चुकी है….डॉल को कई अंतरराष्ट्रीय ओर राष्ट्रीय समारोह में प्रस्तुति का अवसर मिला है।विदेशों के साथ ही देश के ज्यादातर शहरों में प्रस्तुतियों के साथ सम्मान भी मिला है। डॉल जयेश कुमार संगीत की नगरी ग्वालियर जो गायन ओर वादन में प्रसिद्ध है उसमें नृत्य को भी जोडने में लगी है…जिससे संगीत शब्द पूरा हो पाए