एक बार फिर संपत्ति को पाने के लिये रिश्ते हुए शर्मसार
थाना गिजौर्रा पुलिस को मिली बड़ी सफलता हत्या के षड़यंत्र का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
🔴 मृतक के भतीजे ने अपनी माँ एवं पत्नी के साथ मिल कर अपने दुश्मनों को फंसाने के लिये व मृतक की जमीन हड़पने के लिये की थी हत्या।
🔴 आरोपी लगाना चाहते थे एक तीर से दो निशाने, जमीन के लालच में अपनों ने ही किया कत्ल।
ग्वालियर 10.07.2023 – थाना गिजौर्रा में दिनांक 05.06.2023 को फरियादिया नीलम बघेल पत्नी सोनू बघेल निवासी ग्राम इकोना ने रिपोर्ट की थी कि उसका कुछ लोगों से जमीनी विवाद चल रहा है, जिसका आज सीमांकन होने वाला था इसी बात पर उन लोगों ने मेरे चाचा ससुर मोहन बघेल की हत्या कर दी है। रिपोर्ट पर आरोपीगण के विरुद्ध धारा 307,341,506,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। उपचार के दौरान घायल मोहन बघेल की मृत्यु हो जाने से प्रकरण में धारा 302 भादवि इजाफा की गई। फरियादिया व साक्षीयान के कथन के आधार पर एफआईआर में उल्लेखित 02 आरोपीगण को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इसी दौरान प्रकरण के आरोपी विजयराम की पत्नी श्रीमती रिंकी गुर्जर ने एक शिकायती आवेदन पत्र दिया जिसमें आरोपीगण का निर्दाेष होना बताया गया। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे द्वारा प्रकरण में बारीकी से अनुसंधान करने हेतु निर्देशित किया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री जयराज कुवेर, एसडीओपी डबरा श्री विवेक शर्मा के कुशल मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी थाना गिजौर्रा सुमित कुमार सुमन एवं उनकी टीम द्वारा मुखविर तंत्र एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर 03 असली आरोपियों को पकड़ लिया।
जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक के भतीजे द्वारा अपनी पत्नी व माँ के साथ मिल कर 04 लाख रुपये में मृतक मोहन को मारने की सुपारी दी थी एवं मृतक का भतीजा पुलिस से बचने के लिये घटना के दिन भोपाल चला गया था अपनी पत्नी व माँ को मृतक के साथ भेज दिया, जिनके द्वारा हत्या करने वालों को मृतक मोहन की ओर इशारा किया गया और संकेत मिलते ही बदमाशों ने धमनिका तिराहे पर चाकू व बका से मोहन वघेल पर हमला कर दिया जिससे मोहन बघेल को गम्भीर चोटें आईं और इलाज के दौरान मोहन वघेल की दिनांक 08.06.2023 को मृत्यु हो गई।
मृतक की शादी नहीं हुई थी मृतक की जमीन पर उसके ही अपनो की नियति खराब हो गई और उन्होंने एक तीर से दो निशाने लगाने का षड़यंत्र रच दिया मृतक एवं उसके परिजनों का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था इसी का फायदा उठा कर मृतक की भाभी व भतीजे एवं भतीजे की पत्नी ने मिलकर मोहन को मरवाने के लिये सुपारी दे डाली।
जब पुलिस ने मृतक के भतीजे को कथन के लिये बुलाया तो उसने थाने आने से इंकार कर दिया। इसी बात पर पुलिस को उस पर शक हुआ और बारीकी से विवेचना की तो वही हत्या का मास्टर माइन्ड निकला पुलिस ने हत्या करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनसे पूछताछ चल रही है। घटना में सम्मलित शेष फरार तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मुख्य भूमिका:- उप निरीक्षक सुमित सुमन थाना प्रभारी गिजौर्रा, प्र.आर. गब्बर सिंह, आरक्षक मुकेश कुशवाह, विवेक कौरव, एवं थाना पिछोर से आरक्षक राकेश गौड़।
सराहनीय भूमिका:- सउनि रामजी शरण यादव, रूपचन्द्र, सत्यप्रकाश तखरिया, प्र.आर. कुअरभान सिंह, जितेन्द्र तिवारी(एसडीओपी डबरा कार्या.), आरक्षक जयवीर गुर्जर, रमाशंकर गुर्जर, जगत सिंह, राजेन्द्र गूर्जर, राधमोहन कटारे, आर. चालक संदीप, सैनिक खुमान एवं थाना थाटीपुर से प्र.आर. शिवशांत पाण्डेय।