सागर04सितंबर2025। पुलिस महानिदेशक, लोकायुक्त के निर्देश पर भ्रष्टाचार के लंबित मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में, सागर लोकायुक्त इकाई ने पिछले तीन दिनों में तीन अलग-अलग मामलों में तीन आरोपियों के खिलाफ विशेष न्यायालय में आरोप पत्र (चालान) पेश किए हैं। वर्तमान में सागर में लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा पदस्थ है जिनके नेतृत्व में लगातार भ्रष्टाचारियों को ट्रेप करने की कार्यवाहियां भी की जा रही है। वहीं ट्रेप मामलों को न्यायालय में भी शीघ्रता के साथ पेश किया जा रहा है।
जानिए किन-किन पर हुई कार्रवाई:
- दमोह में APO पर शिकंजा: लोकायुक्त पुलिस ने जनपद पंचायत पटेरा, दमोह के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी सुदर्शन पटेल को गिरफ्तार किया था। पटेल को शिकायतकर्ता आनंद सिंह से पंचायत में कराए गए काम की फोटो सत्यापित करने के एवज में 20,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया था। जाँच पूरी होने के बाद, 2 सितंबर 2025 को विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) दमोह में उनके खिलाफ अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया है।
- बीना में उप निरीक्षक पर कार्रवाई: तत्कालीन चौकी प्रभारी, नई बस्ती थाना बीना के उप निरीक्षक पीयूष साहू को भी लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया था। साहू ने शिकायतकर्ता ईशान साहू से दुर्घटना में जब्त की गई बस को न्यायालय के आदेश पर सुपुर्द करने के एवज में 30,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस मामले में 3 सितंबर 2025 को सागर स्थित विशेष न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
- निवाड़ी में परियोजना अधिकारी पर केस: महिला एवं बाल विकास परियोजना, निवाड़ी के परियोजना अधिकारी सुभाष सोनी के खिलाफ भी लोकायुक्त ने चार्जशीट पेश की है। सोनी को शिकायतकर्ता सोहनलाल शर्मा की साली को आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त करने के लिए 40,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। 4 सितंबर 2025 को उनके खिलाफ विशेष न्यायालय, टीकमगढ़ में अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया है।
इन सभी मामलों में, जाँच पूरी होने और अभियोजन की अनुमति मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई की है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देती है।