
ग्वालियर22अक्टूबर2022।ग्वालियर विशेष क्षेत्र प्राधिकरण साडा के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता राकेश जादौन और तत्कालीन सीईओ व वर्तमान में निवाडी के जिला कलेक्टर (IAS) तरूण भटनागर एवं अन्य के खिलाफ विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त संगठन ग्वालियर द्वारा जांच उपरांत पद के दुरुपयोग का भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोप है कि साडा के मास्टर प्लान में छेडछाड कर शासन को एक करोड रूपए से अधिक के राजस्व की हानि पहुंचाई गई है
लोकायुक्त एसपी रामेश्वर यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक संकेत साहू निवासी घासमंडी मुरार ने दिनांक 20 जनवरी 2020 को आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था कि ग्वालियर के साडा अध्यक्ष राकेश जादौन एव साडा का सीईओ तरूण भटनागर ने अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मिलकर अधिकार न होने के बाबजूद रायरू डिस्टलरी को 26.59 हैक्टेयर आवासीय एवं सार्वजनिक न अर्धसार्वजनिक लैंडयूज की जमीन पर साडा के अफसरों ने विस्तार के लिए नियम विरूद्ध अनुमति दी एवं शराब फैक्ट्री के लिए मास्टर प्लान भी बदल दिया, जिससे शासन को 1.07 करोड रूपए के राजस्व की हानि हुई।


हांलाकि सूत्र बताते है कि इस मामले में एफआईआर राजनीतिक प्रतिद्वंदिता का नतीता है अगले साल चुनाव है तो राजनीतिक दांव पेंच लगाने की सही मौका है ये जगजाहिर भी है कि साडा के ही अध्यक्ष रहे एक और भाजपा नेता पर भी साडा मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी वो अध्यक्ष मानकर चल रहे है कि इसमें इन अध्यक्ष की भूमिका रही है।
इनका कहना है
उस वक्त की स्थिति और दस्तावेजों के हिसाब से निर्णय लिया गया था अब वर्तमान में विधि संगत निर्णय लिया जाएगा।
राकेश जादौन,तत्कालीन साडा अध्यक्ष और भाजपा नेता