ग्वालियर14अक्टूबर2025। शहर में आगामी पर्व और व्यवस्थाओं को देखते हुए ग्वालियर पुलिस ने अपनी चेकिंग को सख्त कर दिया है। इसी कड़ी में थाटीपुर थाना पुलिस ने विवेकानंद चौराहे पर चेकिंग के दौरान एक स्कॉर्पियो चालक को पकड़ा, जो बिना किसी वैध अनुमति के अपनी लायसेंसी राइफल लेकर घूम रहा था। पुलिस ने न केवल हथियार जब्त किया है, बल्कि जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) के आदेश का उल्लंघन करने पर चालक के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर सख्ती
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री धर्मवीर सिंह के निर्देशानुसार और अति. पुलिस अधीक्षक श्रीमती विदिता डागरा की निगरानी में, शहर में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य 15 अक्टूबर को संभावित कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से निपटना है।
मंगलवार, 14 अक्टूबर को सीएसपी मुरार श्री अतुल कुमार सोनी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी थाटीपुर, निरीक्षक विपेन्द्र सिंह चौहान और उनकी टीम विवेकानंद चौराहे पर वाहनों की जांच कर रही थी। तभी उनकी नजर एक बिना नंबर की स्कॉर्पियो पर पड़ी।
लायसेंसी राइफल लेकर घूम रहा था चालक
पुलिस टीम ने गाड़ी को रोककर जांच की तो पाया कि चालक की सीट पर एक व्यक्ति 275 बोर की लायसेंसी राइफल और तीन जिंदा कारतूस के साथ बैठा है। पूछताछ में उसने अपना नाम भंवर सिंह राजावत (33) निवासी शिवनगर कुम्हरपुरा, थाटीपुर बताया।
जब पुलिस ने भंवर सिंह राजावत से पूछा कि वह हथियार लेकर सार्वजनिक स्थान पर क्यों घूम रहा है और क्या उसके पास इसकी कोई विशेष अनुमति है, तो वह कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका।
डीएम के आदेश की अवहेलना
थाना प्रभारी विपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि यह कृत्य सीधे तौर पर माननीय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, ग्वालियर द्वारा दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को जारी किए गए आदेश क्रमांक 777/2025 का उल्लंघन है। जिलाधिकारी के आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि विशेष परिस्थितियों को देखते हुए लायसेंसी हथियारों को लेकर सार्वजनिक रूप से घूमना प्रतिबंधित है।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भंवर सिंह राजावत से लायसेंसी राइफल, तीन जिंदा कारतूस और राइफल का लायसेंस जब्त कर लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 (क) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
ये रहे कार्रवाई करने वाली टीम के सदस्य:
इस सराहनीय कार्रवाई को थाना प्रभारी थाटीपुर निरी. विपेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। टीम में उप निरीक्षक हितेश शर्मा, प्रधान आरक्षक कमलेश कुमार, और प्रधान आरक्षक अमरपाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि लाइसेंस प्राप्त हथियार रखने वाले सभी नागरिक डीएम के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें, अन्यथा उनके खिलाफ इसी तरह की सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।