ग्वालियर25जनवरी2024। शहर के 32 स्कूलों के करीब 400 से ज्यादा विद्यार्थियो ने मौखिक और पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशनस ओर मॉडल के द्वारा ग्वालियर के विकास के लिए अपने आइडिया प्रस्तुत किए
इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों से आए विद्यार्थियो ने ‘ग्वालियर के विकास की बात विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ थीम’ पर अपने-अपने आइडिया प्रस्तुत किये । इस थीम के अंतर्गत पांच विषय रखे गए है थे जिनमें यातायात की व्यवस्था,स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, शिक्षा व रोजगार, पर्यटन और स्मार्ट सिटी, ग्वालियर की प्रदूषण की समस्या और पर्यावरण मुख्य थे ।
तीन समांतर सत्रों में हुआ प्रेजेंटेशन
प्रथम सत्र के कार्यक्रम में कुल तीन समानांतर सेशन चले। जिसमें हर टीम को 3 मिनट का समय दिया गया, जिसमे विद्यार्थियों ने आइडिया को जजस् के सामने प्रस्तुत किया !जजस् ने विभिन्न मानदंड जैसे नवाचार और मौलिकता, इकोनॉमिक फीजिबिलिटी और उपयोगिता, विचार की प्रस्तुति, सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरण मित्रता के आधार पर अंकन किया |
पैनल डिस्कशन में वैज्ञानिकों से पूछे सवाल
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पैनल डिस्कशन भी हुआ | पैनल डिस्कशन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञों ने स्कूल के बच्चो से सीधा संवाद किया। इस पैनल में डीआरडीई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मनीषा साठे एवं डॉ संजय उपाध्याय जी, एमआईटीएस से प्राध्यापक प्रोफेसर डॉ चंद्रशेखर मालवीय, गोदरेज के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट अविनाश मिश्रा जी ने विभिन्न विषयों पर स्कूल छात्रों से अपने अनुभव साझा किए, एवं कार्यक्रम में भौतिकी प्लस के निदेशक ऋतेश गोयल मॉडरेटर की भूमिका में रहे ।
डॉ साठे एवं डॉ उपाध्याय जी ने अंतरिक्ष में हो रही नई खोज एवं रिसर्च पर चर्चा की। चंद्रमा और मंगल पर जीवन की संभावना में यह रिसर्च भविष्य मे कितनी सहायक होगी यह विद्यार्थियो के लिए कौतूहल का विषय था। विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए उन्होंने अपनी रुचियों को प्रोत्साहन करने की बात कही फिर चाहे वो अध्यात्म, खेल, विज्ञान या किसी अन्य क्षेत्र में हो। आज का विश्व हर कोने मे पोटेंशियल डिवेलप करने पर केंद्रित है और युवाओं को अपनी रुचि के अनुसार अपने कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिए।
गोदरेज के अविनाश मिश्रा जी ने विद्यार्थियो को दोनो हाथ उठाने को कहा, फिर उन्होंने हाथों को और ऊंचा उठाने को कहा, फिर उन्होंने बताया कि जो आपने पहली बार में हाथ उठाए वो आपका कंफर्ट जोन था, पर जो बाद में जो और कोशिश की वह ही आपका वास्तविक पोटेंशियल है। ऐसे ही हमे अपने कंफर्ट जोन से बाहर जाकर अपने वास्तविक पोटेंशियल को जानने का प्रयास करना चाहिए।
विद्यार्थियो के प्रश्नों का रोचकपूर्ण तरीके से उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि हमे ग्वालियर को इस प्रकार का शैक्षणिक केंद्र बनाना है जहा किसी उपवन मे जैसे बिना बुलाए ही तितलिया आकर्षित हो चली आती है। हमे अवसर कि खोज कर अवसर निर्माता कि भूमिका में आना है।
एम आई टी एस के प्रोफेसर डॉ चंद्र शेखर मालवीय ने बताया कि कैसे सिर्फ किताबों कि अपेक्षा, व्यवहारिक ज्ञान का प्रोत्साहन भी होना चाहिए जिसमे नए टूल्स और शिक्षा प्रणाली के सुधार कि महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
कार्यक्रम के अंत में ग्वालियर के सांसद एवं पूर्व महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर जी ने विद्यार्थियो के साथ संवाद किया। ग्वालियर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और विज्ञान का उपयोग कर विकास कैसे किया जा सकता है इस विषय पर चर्चा की गई !
समापन सत्र में हुआ पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के समापन व पुरूस्कार वितरण समारोह में मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर जी, विज्ञान भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री प्रवीण रामदास उपस्थित रहे।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जी ने अपने जीवन का उदाहरण देते हुए बच्चो को सक्सेस के लिए प्लानिंग प्रोग्रामिंग और हार्डवर्क का मंत्र दिया। उन्होंने बताया कैसे बिना किसी राजनैतिक सहायता के भी उन्होंने बचपन में ही विधायक होने का लक्ष्य निर्धारण कर लिया था और फिर उसके लिए प्रयास करना भी शुरू कर दिया। इन्ही प्रयासों और सेवा कार्यों का परिणाम रहा की आज वे विधायक नहीं प्रदेश में ऊर्जा मंत्री के रूप में सेवारत है।
ग्वालियर के सांसद एवं पूर्व महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर जी ने समापन सत्र में सर्कुलर इकोनॉमी के महत्त्व एवं भारत में विज्ञान के दैनिक जीवन व पौराणिक महत्व पर प्रकाश डाला। विज्ञान कि अध्यात्म एवं सामाजिक कंद्रीयता में ही सृष्टि का कल्याण है।
कार्यक्रम में डॉ पवन कोहले जी की पुस्तक “भारतीय वैज्ञानिक आज़ादी के अमृतकाल तक” का विमोचन हुआ जिसमें भारत में वैदिक काल से आधुनिक काल पर्यंत विज्ञान क्षेत्र में नई दिशा परिवर्तन का पर्याय रहे ऐसे 75 वैज्ञानिकों का परिचय है।
ग्वालियर आइडिया कांटेस्ट में 32 स्कूल्स के 400 विद्यार्थियो ने भाग लिया, जिसमें एलए एच एस के पुलकित कोहली, अनुज श्रीवास्तव, खुशी गांगिल ने प्रथम पुरस्कार 11000 रुपए एवं शिवानी सोमानी, राजवीर ठकवानी, प्रद्युम्न शर्मा ने द्वितीय पुरुस्कार 5000 प्राप्त किए। तृतीय स्थान पर आर्मी पब्लिक स्कूल के अनिल सिंह, इशांत सिंह, अतुल शर्मा ने 3000 रुपए का पुरुस्कार प्राप्त किया।
विद्यालयों की स्पर्धा में विद्या भवन प्रथम स्थान, प्रगति विद्यापीठ द्वितीय स्थान एवं आर्मी पब्लिक स्कूल और पोदार इंटरनेशनल संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे !
सभी विद्यालयों को माननीय सांसद जी एवं ऊर्जा मंत्री जी द्वारा विजय चिन्ह प्रदान किए।
अंत में कार्यक्रम के आयोजन सचिव डा. राजीव कुमार चतुर्वेदी द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत कर कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की ! यह जानकारी संस्थान की मीडिया प्रभारी श्रीमती दीपा सिंह सिसोदिया के द्वारा दी गई।