
ग्वालियर/भिंड30जून2023। साल 1999 में पार्टीबंदी और खेमेबाजी को लेकर शुरू हुआ बदले का खेल 6 हत्याओँ तक जा पहुंचा, इसी मामले का एक आरोपी धर्मेंद्र पुत्र माताप्रसाद शर्मा 15 हजार का ईनामी भिंड पुलिस ने पकडा है। आरोपी खून के बदले खून की कहानी का एक किरदार है। जिसने अपने 8 साथियों के साथ 6 साल पहले अटेर रोड पर विकास शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी ये इस पूरी बदलापुर कहानी का आखिरी किरदार था जिसे गिरफ्तार कर पुलिस ने कहानी का पर्दा गिरा दिया है।
जानकारी के मुताबिक हत्याओं का सिलसिला साल 1999 से शुरू हुआ था। 1999 में फरियादी के परिजनों ने आरोपी के पिता माताप्रसाद और ताऊ तेजराम शर्मा की पावई में गोलियां मारकर हत्या कर दी थी इसी रंजिश को लेकर आरोपी के ताउ के पुत्र हरेंद्र को कनह्उन का पुरा में एक निमंत्रण में खाना खाने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी। इन तीन हत्याओं का बदला लेने के लिए आरोपी ने फरियादी के परिवार के विकास शर्मा की अटेर रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। फरियादी के परिजनों द्वारा विकास शर्मा की हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2018 में तीसरी बार भारौली तिराहे पर आरोपी के परिजनों राधे उर्फ फोसू शर्मा, अनिल, रामशरण को गोली मार दी थी, जिसमें राधे उर्फ फोसू व अनिल की मौत हो गई थी हत्याओं की सिलसिला चलता रहा, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तार करती रही, और अब इस आखिरी गिरफ्तारी के साथ पुलिस के कागजों में दर्ज आरोपियों में से कोई बाकी नही है।
लेकिन चंबल में एक कहावत खूब चलती है कि बैर कभी बूढा नही होता…..बहरहाल
पुलिस अधीक्षक भिंड मनीष खत्री के निर्देश पर थाना देहात व सायबर सेल द्वारा संयुक्त कार्यवाही में विकास शर्मा की हत्या का आरोपी को गिरफ्तार किया गया है इस कार्यवाही में निरीक्षक सुधीर सिंह, निरीक्षक उदयभान सिंह यादव, अपनिरीक्षक दीपेंद्र यादव, उपनिरीक्षक शिवप्रताप राजावत, उपनिरीक्षक जीतेंद्र मावई, सहा.उप.निरी. सत्यवाही सिंह, हेडकांस्टेबल प्रमोद पाराशर, सतेंद्र यादव, महेश, सोनेंद्र सिंह, गुरूदास सोही, सुमित तोमर, केशव भदौरिया, यतेंद्र राजावत, आरक्षक आनंद दीक्षित, ज्ञानेंद्र मिश्रा, राहुल यादव, हरपाल, संदीप राजावत की भूमिका सराहनीय रही है।