शराब, गांजा, स्मैक के नशेलचियों के लिए सेफ जोन बना छत्री खेल मैदान
(जितेंद्र पाठक,ग्वालियर)
ग्वालियर14दिसंबर2024। एक तरफ ग्वालियर पुलिस अधीक्षक नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे है। वहीं दूसरी तरफ थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर शराब से लेकर स्मैक और गांजे के नशेडियों का अड्डा शाम होते ही सजने लगता है इतना ही नही नशेड़ियों के साथ आने वालों जुआरियों के फड़ भी लग रहे हैं ऐसा नही है कि ये पूरा तमाशा चोरी छिपे चल रहा हो, खुलेआम शहर के बीचों बीच घने इलाके में पुलिस की नाक के नीचे ये खेल हो रहा है।
ग्वालियर के जनकगंज थाना क्षेत्र से महज 100 मीटर दूरी पर खिलाडियों के प्रतिभा संवारने के लिए बनाए गए छत्री खेल मैदान में फिलहाल खिलाडी कम हैं और नशेडियों की जमात पूरे शबाब पर है। स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए इस खेल मैदान में नशेडियों और जुआरियों के जमावड़े के चलते शाम के समय वॉक के लिए आने वाले लोगों में भी डर का माहौल है लिहाजा उन्होने भी यहां से किनारा कर लिया है।
दरअसल इस इलाके के आसपास रहने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के युवा लड़के, मंडी में काम करने वाले कई लोग शाम के समय शराब-बीयर की बोतलें, गांजे की चिलम, स्मैक की पुडिया और नशे की अन्य सामान लेकर खेल मैदान में खुलेआम पहुंच जाते है फिर यहां देर रात तक नशे का दौर चलता है। इसी दौरान जुआरियों के फड़ भी यहां शुरू हो जाते है। कई बार नशेड़ियों के बीच विवाद और मारपीट की घटनाएं भी होती है और किसी दिन कोई बड़ा हादसा भी इस माहौल के चलते यहां होने की पूरी आशंका है।
पहले यहां आने वाले नशेड़ीं चोरी छिपे दीवार फांदकर आते थे लेकिन अब बेखौफ होकर मुख्य द्वार प्रवेश करते है। सुबह के समय खाली शराब-बीयर शराब की बोतलें, गिलास, पानी के पाउच और सिगरेटों से पूरी दर्शकदीर्घा अटी पड़ी नजर आती है। देती है। दर्शक दीर्घा में लगे लाल पत्थरों को नशेडियों ने गुटखा पानमसाला की पीक से लाल कर दिया है। सुबह का नजारा देखकर ऐसा लगता है कि जैसे रात में यहां ओपन अहाता संचालित हुआ हो।
इस स्थिति को देखकर लगता है कि थाने के पास ये हालात है तो बाकी जगहों पर पुलिस की मुस्तैदी कितनी कड़क होगी। ऐसा लगता नही है कि यहां के इस माहौल की जानकारी पुलिस के पास के पास न हो, लेकिन पुलिस का डर नशेड़ियों में नजर नही आ रहा है। हांलाकि यहां एक चौकीदार अपने परिवार के साथ ही स्टेडियम के अँदर ही निवास करता है लेकिन नशेड़ियों के खौफ और परिवार की सुरक्षा के मद्देनजर वो किसी को रोकने की हिम्मत नही जुटा पाता।
इनका कहना हैः
वैसे तो पुलिस वहां गश्त करती रहती है शाम तक खिलाड़ी यहां रहते है तो उन्हे असहज महसूस न हो इसलिए पुलिस जाने में संकोच करती है लेकिन अगर यहां नशेड़ी इकट्ठे हो रहे है तो चैक करा लेंगे, किसी भी सूरत में नशेडियों को बर्दाश्त नही किया जाएगा। खेल मैदान में खेलने और वॉक के लिए आने वाले बेझिझक आएं, पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करेगी।
विपेंद्र सिंह चौहान, टीआई, जनकगंज थाना