भोपाल02मार्च2024। मध्यप्रदेश में पत्रकारों की श्रद्धानिधि के पेंशन प्रकरण नई सरकार बनने के बाद भी अभी तक अटके हैं। लगभग एक सैकडा प्रकरण समिति की बैठक के अभाव में क्लीयर नहीं हो पाये हैं, जबकि यह पत्रकार एक वर्ष से अधिक समय से श्रद्धा निधि की बाट जोह रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों की तरह ही अधिमान्य पत्रकारों को 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद श्रद्धानिधि सम्माननिधि पाने की पात्रता है । इसके लिये कम से कम 10 वर्ष अधिमान्यता की शर्त जरूरी है। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पत्रकार समागम के बाद अभी नये मुख्यमंत्री डा मोहन यादव के कार्यकाल के तीन माह पूरे हो जाने पर भी श्रद्धानिधि के प्रकरण क्लीयर नहीं किये गये हैं, जिससे वरिष्ठ पत्रकारों को अपना परिवार चलाने के लिये बेहद परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
पत्रकारों की श्रद्धानिधि के प्रकरण पिछले वर्ष अप्रैल-मई 2023 से जनसंपर्क संचालनालय में जमा हैं लेकिन फिर भी प्रकरणों को स्वीकृत न कर पेडिंग छोड कर रखा गया है। पत्रकारों ने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से शीघ्र पत्रकारों के श्रद्धानिधि प्रकरण स्वीकृत किये जाने की मांग की है।