46 PG सीट्स हासिल कर प्रदेश के 7 नए सरकारी मेडीकल कॉलेजों में दतिया ने मारी बाजी, CM के कार्यक्रम में शार्ट फिल्म में हुआ जिक्र

ग्वालियर/दतिया30अगस्त2023। दतिया शासकीय मेडीकल कॉलेज लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। नए कोर्स और सीट्स हासिल करने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी लगातार इसकी उपलब्धियां ऊंचाई छू रही है। समकालीन मेडिकल कॉलेज की तुलना में मेडिकल कॉलेज दतिया की ख्याति भी कहीं अधिक है । मेडिकल कॉलेज दतिया को वर्ष 2022-23 में 18 और 2023-24 में 28 सीटों को मिलाकर प्री क्लिनिकल, पैराक्लिनिकल एवं क्लिनिकल subjects में सर्वाधिक कुल 46 एमडी/एमएस सीट्स एमएमसी के द्वारा स्वीकृत की गई हैं, जो कि समकालीन खंडवा, शहडोल, शिवपुरी, छिंदवाडा मेडिकल कॉलेजों की तुलना में सर्वाधिक हैं प्रपोशनल ग्रोथ और सेटअप के हिसाब से तुलना करें, तो दतिया विदिशा और रतलाम मेडीकल कॉलेज से पीजी सीट्स हासिल करने में आगे है।

दतिया मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. दिनेश उदैनियां ने बताया कि यहां एमबीबीएस का प्रथम बैच लगभग शत प्रतिशत परिणाम के साथ पास होकर इंटर्नशिप कर रहा है मेडिकल कॉलेज दतिया एनएमसी के रिकॉग्नाइज्ड मेडिकल कॉलेज में शामिल होने वाला प्रदेश का सातवां मेडिकल कॉलेज बना है। कोविड के कठिन दौर के बाद मेडिकल कॉलेज में वार्षिकोत्सव पुनः अपनी भव्यता के साथ संपन्न हुआ एवं प्रथम बार छात्रों के लिए कैंटीन की सुविधा आरम्भ कराई गई है

डॉ. उदैनियां ने बताया कि लगभग 25 करोड की लागत से 50 बिस्तरीय क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण कार्य कॉलेज कैंपस में आरम्भ हो चुका है जो कि एक वर्ष में अपनी सेवाएं आरंभ कर देगा वहीं लगभग 80 करोड रुपए की लागत से 150 अधिकारी एवं कर्मचारी आवास एवं 300 बेडेड हॉस्टल के निर्माण की स्वीकृति कराई गई है… जिससे यूजी/पीजी स्टूडेंट्स को हॉस्टल उपलब्ध होंगे एवं मेडिकल के डॉक्टर्स, नर्सिंग ऑफिसर्स को आवास मिल सकेंगे!

उधर मरीजों को मिलने को मिलने वाले उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज के 40 बेड मेडिकल व सर्जिकल आईसीयू एवं 200 समान्य बेड मरीजों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। सेंट्रल पैथोलॉजी एवं पीपीपी मोड पर कार्यरत पैथोलॉजी लैब में जरूरत की सभी जांचें मरीजों के लिए निशुल्क उपलब्ध कराईं गई हैं ब्लड बैंक में हॉल ब्लड के साथ कंपोनेंट सेप्रेशन की सुविधा प्रारंभ की गई, जिससे मरीजों को एफएफपी, पीआरपी, पैक सेल, प्लाज्मा आदि सब मिल रहा है।

डॉ उदैनियां ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले के समय जहां समान्य ऑपरेशन थिएटर में समान्य सर्जरी ही हो पाती थीं, वहीं आज मॉड्यूलर ऑप्रेशन थियेटर में टोटल नी रिप्लेसमेंट, टोटल हिप रिप्लेसमेंट, स्पाइन एवं कॉम्प्लेक्स ट्रॉमा सर्जरी, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसी तमाम अत्याधुनिक सर्जरी की गई है एवं लक्ष्य सर्टिफिकेशन में मेटरनिटी विभाग के द्वारा पूरे प्रदेश में सर्वाधिक स्कोर प्राप्त कर रिकॉर्ड बनाया गया है!

मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया कराने के लिए पीपीपी मोड पर संचालित लैब से समस्त प्रकार की जांचे मरीजों को निशुल्क उपलब्ध हैं, तथा हायर इन्वेस्टिगेशन जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई की जॉच पीपीपी मोड पर मरीजों के लिए उपल्ब्ध कराई गई है। वहीं मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया पुनः आरम्भ कराई गई है, जिसमें 6 चिकित्सा शिक्षकों के साथ, पहली बार रेडियोलोजी विभाग को प्रोफ़ेसर उपल्ब्ध हुए हैं।

डीन डॉ. दिनेश उदैनिया इस बात पर खुशी जताते हैं कि इतने कम समय में दतिया मेडीकल कॉलेज ने जो उपलब्धियां हासिल है वो शासन भी मॉनिटर कर रहा है यही वजह है कि भोपाल के हमीदिया अस्पताल परिसर में 28 अगस्त को आयोजित डॉक्टर्स महापंचायत एवं 2000 बिस्तरीय अस्पताल के भूमि पूजन समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के डॉक्टर्स की सेवाओं की सराहना करते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को सर्व श्रेष्ठ बनाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज की सुविधाओं को दिखाती शॉर्ट फिल्म प्रसारित की गई, जिसमें दतिया मेडिकल कॉलेज को उपलब्धि स्वरूप दिखाया गया। प्रदेश के बड़े मेडिकल कॉलेज के बीच दतिया मेडिकल कॉलेज का जगह बना पाना सुखद अनुभव रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *