ग्वालियर के GR मेडीकल कॉलेज और JAH का घमासान भोपाल तक, नर्सिंग आफीसर पूनम ने यौन प्रताड़ना के आरोप दोहराए, डीन-अधीक्षक बोले..कर चुके है मानहानि का दावा

ग्वालियर16जून2023। ग्वालियर का जीआर मेडीकल कॉलेज और जयआरोग्य अस्पताल अपनी उपलब्धियों के लिए कम और विवादों के लिए हमेशा सुर्खियों में बने रहते है इस बार ये सुर्खियां ग्वालियर की सीमाएं लांघकर राजधानी भोपाल तक जा पहुंची है। और इस बार मचा घमासान बेहद गंभीर और शासन ,चिकित्सा शिक्षा प्रशासन की छवि धूमिल करने वाला है। क्योंकि जयारोग्य अस्पताल की नर्सिंग आफीसर पूनम सरनकर ने ग्वालियर के बाद अपने गंभीर आरोप इस बार राजधानी भोपाल में मीडिया के सामने जीआर मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. अक्षय निगम, जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ और पूर्व सहायक अधीक्षक डॉ. देवेंद्र कुशवाह पर लगाए है।

ये आरोप यौन प्रताडना और वेतन न दिए जाने के संबंध में लगाए गए है। नर्सिंग आफीसर पूनम सरनकर ने महिला उत्पीडन विरोधी मोर्चा की महिला पदाधिकारियों के साथ प्रेस कांफ्रेस में ये आरोप लगाए है। आरोपों में कहा गया है कि उन्हे वेतन के लिए परेशान किया जा रहा है वेतन निकालने के ऐवज में यौन प्रताडन करने की कोशिश की जा रही है

गौरतलब है कि ढाई माह पहले ग्वालियर में नर्सिंग आफीसर सरनकर ने उक्त आरोपों को लेकर पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों से की थी और सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखकर खुद और उनकी बेटी के लिए इच्छामृत्यु की मांग की थी। तब ये मामला काफी चर्चा में रहा था और अब एक बार फिर भोपाल में ये मामला गर्म हो गया है। क्योंकि आरोप चिकित्सा शिक्षा मंत्री पर भी लगा है कहा गया है कि उनके संरक्षण के चलते ही डीन और अधीक्षक के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हो रही है।

इनका कहना है

पूनम सरनकर, नर्सिंग आफीसर

“मैनें ग्वालियर में डीन और अधीक्षक द्वारा यौन प्रताडना और वेतन न दिए जाने के संबंध में कमिश्नर, अजाक्स, पुलिस में शिकायत की थी लेकिन अभी भी इन लोगों पर कोई कार्यवाही नही हुई है मेरा दो माह का वेतन भी होल्ड कर दिया गया है। डीन और अधीक्षक के रसूख के चलते ही मेरी शिकायत पर कार्यवाही न करके बाबजूद मुझे ही धमकाया जा रहा है सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई है। ग्वालियर में JAH के सीएम हेल्पलाईन नंबर 07512920248 से फोन करके मुझ पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाब बनाया जा रहा है वरना टर्मिनेट करने की धमकी दी जा रही है मेरी कहीं कोई सुनवाई न होने पर ही मैनें भोपाल में मीडिया के सामने अपनी बात रखी थी”

डॉ अक्षय निगम, डीन, जीआर मेडीकल कॉलेज

”नर्सिंग आफीसर के पूरे वेतन का भुगतान अधीक्षक द्वारा करवा दिया गया है. जहां तक उनके आरोपों का सवाल है तो उनके खिलाफ मैनें भी मानहानि का दावा न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया है, अगर उनके आरोप सही है तो उन्हे उनके संबंध में ठोस प्रमाण प्रस्तुत करना चाहिए, जो उनके द्वारा कभी नही किए गए।”

डॉ आरकेएस धाकड, अधीक्षक, जयारोग्य अस्पताल समूह

”आरोप निराधार है उनके पूरे वेतन का भुगतान कर दिया गया है। वो ग्वालियर से चाइल्ड केयर लीव लेकर गई है उसके बाद भोपाल में प्रेस कांफ्रेस कर रही है ये ठीक नही है। वो अपने आरोपों को लेकर ग्वालियर में कमिश्नर और अजाक्स में शिकायत कर चुकी है तो उन्हे रिजल्ट का इँतजार करना चाहिए। उसके पहले ही इस तरह से बार बार आरोप लगाना दबाब बनाने की रणनीति है उनके पीछे कुछ लोग है जो उन्हे लगातार उकसा रहे है। आरोपों के संबंध में मानहानि का दावा न्यायालय में पेश कर चुके है 7 जुलाई को तारीख नियत हुई है।”

महिला उत्पीडन विरोधी मोर्चा की संयोजक विजया पाठक और पूनम सरनकर द्वारा भोपाल की मीडिया को जारी किया गया प्रेसनोट

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