ग्वालियर, 7 अक्टूबर2025।सिरोल थाना पुलिस ने गांव में फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर की ओर से दो-दो हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने उनके कब्जे से एक आई-20 कार, पिस्टल, कट्टा और जिंदा राउंड बरामद किए हैं।
थाना प्रभारी सिरोल गोविंद बगौली ने बताया कि घटना बीते जून महीने की है। फरियादी मुकेश रजक, निवासी ग्राम आदर्शपुरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 30 जून को उसकी मां के पैर पर बिजली गिरने से चोट लग गई थी, जिसके चलते रिश्तेदार घर पर आए हुए थे। इसी दौरान गांव के संजू गुर्जर और महेंद्र गुर्जर अपने साथियों के साथ पहुंचे और फरियादी से गाली-गलौज करने लगे। जब उसने विरोध किया तो आरोपियों ने धमकी दी और थोड़ी देर बाद सफेद रंग की आई-20 कार से लौटकर घर के बाहर फायरिंग कर दी।
फायरिंग के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। इस मामले में सिरोल थाना पुलिस ने उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था। घटना की गंभीरता देखते हुए एसएसपी धर्मवीर सिंह (भापुसे) ने आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए और दोनों पर इनाम घोषित किया था।
थाना प्रभारी गोविंद बगौली ने बताया कि को सोमवार देर शाम मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी आई-20 कार से नैनागिर की ओर से कादम्बरी नगर होते हुए उटीला जा रहे हैं। इस पर थाना प्रभारी निरीक्षक गोविन्द बल्लभ बगौली के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कादम्बरी नगर तिराहे के पास नाकाबंदी कर दी। कुछ देर में एक सफेद आई-20 कार (क्रमांक एमपी07-सी-6108) आती दिखी। पुलिस को देखकर कार ने रास्ता बदला तो टीम ने पीछा कर वाहन को रोका।
कार में बैठे दोनों व्यक्तियों ने अपने नाम महेन्द्र गुर्जर (35 वर्ष) निवासी उत्तम नगर सिरोल और संजू उर्फ चतुर सिंह गुर्जर (45 वर्ष) निवासी ग्राम रौरा बताए। तलाशी में महेंद्र से 32 बोर की पिस्टल और संजू से 12 बोर का कट्टा व जिंदा राउंड मिला। पूछताछ में दोनों ने फायरिंग की वारदात में शामिल होना स्वीकार किया।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की है। उनके कब्जे से हथियारों के अलावा घटना में प्रयुक्त आई-20 कार भी जब्त की गई है।
टीम का सराहनीय योगदान:
थाना प्रभारी सिरोल निरीक्षक गोविन्द बल्लभ बगौली, उनि. उपेन्द्र सिंह धाकड़, उनि. कमल किशोर, प्रआर. रूप सिंह रावत, आर. बलराम रावत, आर. सोनू मौर्य, आर. पप्पू भिलाला और आर. ध्यानेन्द्र सिंह की भूमिका सराहनीय रही।