( जितेंद्र पाठक )
ग्वालियर। ग्वालियर भाजपा (शहर) की कार्यकारिणी आते आते फिलहाल फिर अटक गई, कार्यकारिणी की सूची हांलाकि बीते बुधवार शाम तक जारी होनी थी। लेकिन देर शाम भोपाल भाजपा की कार्यकारिणी घोषित हो गई। जिसके बाद चर्चा चली कि गुरूवार को ग्वालियर और इंदौर की कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी। ग्वालियर की कार्यकारिणी गुरूवार शाम तक भी नही आ सकी।
सूत्र बताते है कि ग्वालियर भाजपा (शहर) कार्यकारिणी की पूरी सूची तैयार होकर जिलाध्यक्ष तक आ चुकी थी जिसमें 11 जिला उपाध्यक्ष, 11 जिला मंत्री और 3 महामंत्रियों के नाम शामिल थे। लेकिन महामंत्रियों में से एक नाम पर ग्वालियर से बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री – पूर्व सासंद ‘’दादा’’ राजी नही थे। चर्चा है कि दादा उस नाम को महामंत्री बनाए जाने के सख्त खिलाफ है। और पूरी तरह अड भी गए है दादा ने बीजेपी प्रदेश प्रभारी को भी अपनी नाराजगी से अवगत करा दिया। जिसके बाद सूची अभी होल्ड पर रख दी गई है। बताया जाता है कि महामंत्री बनने की कतार में शामिल जिस नाम पर आपत्ति दर्ज कराई गई है वो शहर भाजपा अध्यक्ष का बेहद खासमखास है।
दो साल से अटकी ग्वालियर भाजपा(शहर) की कार्यकारिणी एक बार फिर अटक गई है। बताया जाता है कि अब बीच का रास्ता निकालने की तैयारी चल रही है और ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के एक युवा नेता को महामंत्री बनाया जा सकता है। ये युवा नेता भाजपा की तरफ से पार्षदी की लंबी पारी खेल चुके है। कार्यकारिणी में इनका नाम जिला उपाध्यक्ष पद के लिए तय किया गया था
खैर जो भी हो, जल्दी हो जाए तो अच्छा है क्योंकि निगम मंडलों में नियुक्तियों के बाद कार्यकारिणी के डैमेज कंट्रोल को भी मैनेज करने में वक्त तो लगेगा ही, क्योंकि अब पंजा दलों के नेताओं के आदान प्रदान के बाद समीकरण काफी बदल से गए है।