ग्वालियर, 1 अक्टूबर 2025/ प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को प्रसिद्ध एनाटॉमिस्ट स्वर्गीय डॉ. बी.डी. चौरसिया की जयंति श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जाती है। इसी कड़ी में मंगलवार को गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय (जीआरएमसी) के एनाटॉमी विभाग में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. आर.के.एस. धाकड़ के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. धाकड़ ने स्वर्गीय डॉ. चौरसिया के छोटे भाई की पत्नी गीता देवी जी को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि डॉ. चौरसिया ने मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अपने अप्रतिम योगदान से न केवल ग्वालियर बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। उनकी लिखी गई ह्यूमन एनाटॉमी की पुस्तकें आज भी विश्वभर में मेडिकल छात्रों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई हैं।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने डॉ. चौरसिया के जीवन और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि डॉ. चौरसिया ने एनाटॉमी जैसे कठिन विषय को सरल भाषा और रेखा चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया, जिससे यह विद्यार्थियों के लिए रोचक और समझने योग्य बना। यही कारण है कि उनकी पुस्तकें आज भी मेडिकल शिक्षा में सबसे लोकप्रिय और उपयोगी मानी जाती हैं।
इस अवसर पर डॉ. चौरसिया की पुत्रवधू भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में डॉ. सुधीर सक्सेना, डॉ. अखिलेश त्रिवेदी, डॉ. मनीष चतुर्वेदी, डॉ. संजीव सिंह, डॉ. अनुराग सिंह चौहान, डॉ. के.पी. रंजन, डॉ. अनिल सत्या सहित विभाग के अन्य चिकित्सा शिक्षक और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में शामिल हुए।