ग्वालियर, 22 अक्टूबर 2025।पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया के नेतृत्व में बुधवार को भगत सिंह नगर स्थित सेवापथ परिसर में भव्य सामूहिक गोवर्धन पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक संगठनों के गणमान्य, विद्वतजन और जनप्रतिनिधियों ने गिरिराज जी का सामूहिक पूजन और महाआरती की। गोवर्धन पूजन के साथ ही गौ-पूजन और वनस्पति पूजन भी किया गया।
पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने इस अवसर पर कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है और सनातन ही एकमात्र ऐसा धर्म है, जिसमें प्रकृति को पूजा गया है। उन्होंने कहा कि हम गंगा जी को केवल जल नहीं, बल्कि उनमें परमात्मा के लक्षण समझते हैं। उन्होंने जोर दिया कि गोवर्धन पूजा कभी अकेले में नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह गांव, मोहल्ले और कुटुंब को संगठित करने वाली परंपरा है। शहर में विलुप्त हो रही इस सामूहिक परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए ही उन्होंने यह आयोजन शुरू किया।
पवैया ने कहा, “हम गोवर्धन को केवल पर्वत नहीं मानते, बल्कि स्वयं भगवान कृष्ण का विग्रह मानते हैं, जिसे उन्होंने अपनी कनिष्ठा पर धारण किया था।”
उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से एक संकल्प लेने का आह्वान किया:
- भारत की धरती गोवंश से समृद्ध हो और दूध-नदियों वाला देश बने।
- घर की पहली रोटी गौ माता के लिए निकाली जाए।
- जो लोग होटल से खाना मंगाते हैं, वे पूजा की गुल्लक में ₹5-₹10 गौ माता के लिए निकाल कर रखें।
वरिष्ठ समाजसेवी यशवंत इंद्रापुरकर ने इस अवसर पर कहा कि गोवर्धन पूजा का पर्व हमें अपनी परंपराओं और श्रेष्ठ महापुरुषों से जुड़ने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि त्योहारों में समाज को संगठित करने का मंत्र छिपा होता है। उन्होंने प्रकृति की रक्षा पर जोर देते हुए कहा कि अगर आज हमने योगदान नहीं दिया तो आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ा संकट खड़ा होगा। उन्होंने प्रकृति, संस्कृति और गौ माता की रक्षा के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराढकर, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद भरत सिंह कुशवाह, प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल, सहित बड़ी संख्या में भाजपा के जिला अध्यक्ष, पूर्व विधायक, महापौर, और अन्य गणमान्य नागरिक तथा ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्तागण उपस्थित रहे। इस दौरान गाजे-बाजे और आतिशबाजी के बीच श्री ठाकुर जी की महाप्रसादी व छप्पन भोग का वितरण भी किया गया।