पकड़े गये आरोपी मशीन व कैमिकल के द्वारा पैसा डबल करने के नाम पर करते थे धोखाधड़ी।
पकड़े गये आरोपियों ने पैसा डबल करने के नाम पर कई लोगों को बनाया अपना षिकार।
पकड़े गये आरोपियों ने ग्वालियर शहर में चार लोगों से 11 लाख रूपये की ठगी करना किया स्वीकार। इसके अलावा अन्य लोगों के साथ भी इनके द्वारा ठगी की गई है।
विगत दिनों इन्दौर पुलिस द्वारा पकड़ी गई गैंग की तर्ज पर ही करते थे ठगी की बारदात।
ग्वालियर।07.08.2022।अति. पुलिस महानिदेषक ग्वालियर जोन श्री डी.श्रीनिवास वर्मा,भापुसेद्वारा बढ़ते सायबर अपराधों व ठगी संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही करने हेतु संबंधित को निर्देषित किया गया था।पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांघी,भापुसे को दिनांक 11.09.2022 जरिये मुखबिर सूचना मिली कि जडेरुआ बांध तिराहे के पास एक सफेद रंग की बिना नम्बर की क्रेटा कार में 5 लोग बैठे हुये है जो कि आपस में पैसा डबल करने के बारे में बातचीत कर रहे है। उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा अति0 पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) श्री राजेश डण्डोतिया को क्राइम ब्रांच व थाना मुरार की टीम बनाकर उक्त ठगी के रैकेट का पर्दाफाष कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने हेतु निर्देषित किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देषों के परिपालन में सीएसपी मुरार/डीएसपी अपराध श्री ऋषिकेष मीणा,भापुसेएवं डीएसपी अपराध ग्वालियर श्री रत्नेष तोमरके मार्गदर्षन में प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक नरेष गिलव थाना प्रभारी मुरार निरीक्षक शैलेन्द्र भार्गव द्वारा क्राईम ब्रांच व थाना मुरार की टीम को मुखबिर के बताये स्थान पर भेजा गया। पुलिस टीम को जडेरुआ बांध तिराहे के पास एक सफेद रंग की बिना नम्बर की क्रेटा कार खड़ी दिखी, जिसकी घेराबंदी की गई तो उसमें पांच लोग बैठे मिले। पांचों की तलाशी लेने पर एक संदिग्ध के पास से नीले व काले रंग का बैग मिला जिसमें कैमिकल से भरी एक प्लास्टिक की बोटल रखी हुई थी, साथ ही उसमें काले रंग के दो कपड़े, दो कांच की प्लेटें व काले रंग का पदार्थ भी मिला।
उक्त संदिग्धों से बिना नम्बर की कार के संबंध में पूछताछ करने पर उन्होने ग्राम बेड़ा थाना नूराबाद जिला मुरैना निवासी अपने साथी की होना बताया। पकड़े गये आरोपियों के खिलाफ थाना मुरार में अप0क्र0 769/22 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध होने से उक्त आरोपियों को थाना मुरार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये आरोपियों से की गई प्रारम्भिक पूछताछ में कई लोगों के साथ भी लाखों की ठगी की बारदात करना स्वीकार किया है। पकड़े गये ठगों से कई राज्यों में की गई करोड़ों की ठगी की बारदातों का खुलासा होने की संभावना है।
ज्ञात हो कि दिनांक 11.09.2022 को फरियादी पुष्पेन्द्र राजपूत निवासी गुड़ी गुढ़ा का नाका ने थाना मुरार में रिपोर्ट की थी कि दिनांक 08.09.2022 की सुबह एमएच चौराहे के पास मेरा एक दोस्त दो अन्य व्यक्तियों के साथ खड़ा हुआ था वहां पर उसने मुझे बताया कि यह दोनों लोग मषीन के जरिए पैसों को डबल कर देते हैं। लेकिन पांच लाख रूपये से कम की रकम को डबल नही करते हैं। तीन लाख रूपये मेरे पास है तुम केवल दो लाख रूपये मिला दोगेे तो पैसे डबल हो जाएंगे। मेरे द्वारा अपने पास से दो लाख रूपये अपने दोस्त को दे दिये। इसके बाद मेरा दोस्त अन्य दोनों के साथ मुझे लेकर नारकोटिक्स ऑफिस के सामने पड़े खाली खंडर में लेकर गया। वह पहले से दो और लोग मौजूद थे। उन्होने पांच लाख रूपये लेकर उन्हे कांच की प्लेटों के बीच बांध दिया उसके बाद कैमिकल लगाकर काले कपड़े में रख लिया। उसके बाद मुझसे कहा कि अब इन नोटों को आग से तपाना होगा, इससे इनमें लगा हुआ कैमिकल नोटों के साथ रखे गये कागजों को नोट बना देगा। इसके बाद उन्होने नोटों की गड्डियों को आग पर सेकना शुरू कर दिया।
इस बीच ज्यादा आग लगने से मेरे द्वारा उसको अपने पैर से बुझाने का प्रयास किया गया जिससे कपड़े में बंधी हुई कांच की प्लेटे टूट गई। इस पर से वहां मौजूद इन लोगों ने कहा कि कांच की प्लेटे टूट जाने अब पैसे डबल नही हो पाएंगे और जब नई प्लेट आएगी तभी तुम्हारे पैसे डबल हो जाएंगे। इस पर से मेरे द्वारा अपने पैसे वापस मांगे गये तो मेरे दोस्त ने कहा कि मैं पैसे डबल कर दूंगा। यह बात मैने अपने अन्य मित्र को बताई तो मेरे मित्र ने बताया कि ऐसी ही घटना मेरे साथ व मेरी पहचान के लोगों के साथ भी हो चुकी है। मुझे अपने साथ ठगी किये जाने का एहसास होने पर थाना मुरार में आकर इसकी षिकायत की गई। जिस पर थाना मुरार पुलिस द्वारा पांच ठगों के खिलाफ अप0क्र0 769/22 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
ठगी का तरीका:-गिरोह के सदस्य अलग-अलग शहरों में सॉफ्ट टारगेट की तलाष करते हैं जो कि आसानी से पैसा डबल करने के झांसे में आ जाए। इसके बाद गिरोह का सदस्य उस व्यक्ति से संपर्क करके पैसे डबल कराने के लिये अपने साथियों के पास लेकर आता था, उसके बाद यह गैंग अपनी बारदात को अंजाम देने के लियेशहर में किसी सूनसान मैदान या जगह की तलाष करते थे जहां पर वह सॉफ्ट टारगेट को लाकर पैसे डबल करने के नाम पर ठगी कर सकें।
उक्त स्थान पर पहुंचकर गिरोह के सदस्य टारगेट से रूपये लेकर नोटों के साइज में कटे हुए कागजों की गड्डी में एक नोट ऊपर व एक नोट नीचे लगाकर उसक कांच की प्लेटों सहित बांध देते थे। इसके बाद वह कैमिकल लगाकर उन गड्डियों को काले कपड़े में बांधकर आग में सैकने का बहाना लेकर जला दिया करते थे। किसी वजह से कांच की प्लेटों के टूटने पर गिरोह के सदस्य टारगेट को दुबारा प्लेट लाकर पैसे डबल करने का वादा कर वहां से फरार हो जाते थे। उक्त प्रक्रिया के दौरान गिरोह के सदस्य असली नोटों को टारगेट का ध्यान भंग कर गायब कर देते थे।
गिरफ्तार आरोपी:-गिरोह के पांच सदस्यों को किया गिरफ्तार।
जप्त मषरूका:-एकबैग जिसमें कैमिकल से भरी एक प्लास्टिक की बोटल, काले रंग के दो कपड़े, दो कांच की प्लेटें व काले रंग का पदार्थ तथा बिना नम्बर की क्रेटा कार।
सराहनीय भूमिका:-उक्त पैसे डबल करने वाले गिरोह का पर्दाफाष कर आरोपियों को पकड़ने में प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक नरेष गिल,थाना प्रभारी मुरार निरीक्षक शैलेन्द्र भार्गव क्राईम ब्रांच टीम-उनि0 अमित शर्मा, उनि रजनी रघुवंषी, म.प्र.आर. अर्चना कंसाना, आरक्षक आकाष पाण्डेय, प्रमोद शर्मा, रूपेष शर्मा, प्रदीप यादव, जेनेन्द्र गुर्जर, कपिल पाठक, श्याम शर्मा, राहुल यादवथाना मुरार टीम-सउनि श्रवण कुमार दीक्षित, आर. योगेन्द्र सिकरवार, आर.चालक योगेन्द्र गुर्जर व मय एफआरव्ही 43की सराहनीय भूमिका रही है।