नकली प्लाज्मा कांड में बचाने का झांसा देकर ब्लड बैंक संचालक से 39 लाख की ठगी

ग्वालियर। राजपायगा रोड़ स्थित श्री राधास्वामी ब्लड बैंक के संचालक को प्लाज्मा कांड में ब्लड बैंक सील होेने व जेल जाने का भय दिखाकर दो ठगों ने 39 लाख रुपए ठग लिए। ठगी का एक अारोपी ब्लड बैंक का संचालक का दोस्ता था, जबकि दूसरे ने खुद को इटावा का डॉक्टर बताया था। ठगों ने ब्लड बैंक के संचालक को ठग ने वाट्सएप पर प्रशासन द्वारा बैंक को सील करने का तैयार किया गया अादेश भी दिखाया था। यह अादेश ठग को कहां से मिला यहां जांच की जा रही है। एक संदेही अारोपी को पुलिस को हिरासत में लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है।
श्री राधास्वामी ब्लड बैंक कं संचालक कप्तान सिंह कुशवाह ने शुक्रवार की शाम पुलिस अधीक्षक अमित सांघी से मिलकर अपने साथ हुई 39 लाख रुपए की ठगी की शिकायत की। कप्तान सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके साथ ब्लड बैंक सील होने व पूरे परिवार के जेल जाने का भय दिखाकर कार्रवाई से बचाने के लिए 70 लाख रुपए की मांग की अौर फिर 39 लाख रुपए ठगों ने कप्तान सिंह से लिए।
कप्तान सिंह ने पुलिस को बताया 13 दिसंबर 2020 को देवेंद्र कोरी ने उन्हें फोन कॉल किया। देवेंद्र, कप्तान सिंह के साथ पढ़ाई की है अौर उससे अच्छी दोस्ती है। देवेंद्र ने कप्तान से फोन पर कहा कि अापका ब्लड बैंक बंद होने वाला है अौर अाप भी जेल जाअोंगे। एेसी कार्रवाई अाप पर होने वाली है। देवेंद्र, कप्तान का दोस्त था इसलिए उसने उसकी बात पर भरोसा किया। देवेंद्र ने कप्तान को बचने का रास्ता भी बताया। उसने कहा कि उसका साथी डॉक्टर इटावा में हैं वह उसकी मदद कर सकता है। उसके साथी डॉक्टर दिल्ली में अच्छी पहचान है।
डॉक्टर ने स्वास्थ्य मंत्रालय का पत्र दिखाया, जिसमें ब्लड बैंक को सील करने का उल्लेख था
इस बातचीत के कुछ देर बाद देवेंद्र व उसका साथी डॉ. विवेक चक्रवर्ती, कप्तान सिंह के घर पहुंचे। घर पर डॉक्टर ने अपने मोबाइल वाट्सएप पर दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय का एक पत्र दिखाया जिसमें श्री राधास्वामी ब्लड बैंक को सील करने का एक उल्लेख था। यह पत्र डॉक्टर पर कहां से अाया अौर फिर तत्काल बैंक का सील करने की कार्रवाई क्यों नहीं हुई यह भी अागे की जांच का विषय है। इस पत्र को देखकर कप्तान सिंह डर गया अौर उसकी सभी बातों पर भरोसा कर लिया। कार्रवाई को रोकने के लिए डॉ. विवेक व देवेंद्र ने 70 लाख रुपए की मांग की। फिर बातचीत में 40 लाख रुपए में डील तय हुई।
डॉ. विवेक के मोबाइल में पत्र देखने के बाद डरे कप्तान सिंह ने अपने रिश्तेदार व दोस्तों से 39 लाख रुपए एकत्रित किए अौर देवेंद्र व डॉक्टर को सूचना दी। सूचना मिलने पर दोनों कुछ ही देर में कप्तान सिंह के घर पहुंचे अौर चाय पीने के बाद रुपए लेकर चले गए।
विगत 8 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम श्री राधास्वामी ब्लड बैंक पर पहुंची अौर परीक्षण करने के बाद बैंक के कामकाज पर रोक लगा दी। बैंक में 100 बेग का हिसाब नहीं मिला था अौर कुछ स्टाफ भी अनट्रेंड मिला था। गतिविधियों पर रोक लगने के बाद कप्तान सिंह देवेंद्र डॉक्टर से बात की। इस पर वह इटावा में होने की बात कर रहा था। इसके बाद देवेंद्र ने रुपए वापस कराने का भरोसा दिया, लेकिन कुछ समय बाद फोन बंद कर लिया।

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