82 लाख की ठगी करने वाले चार आरोपी गुजरात से गिरफ्तार, ग्वालियर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, निवेश के नाम पर दिया था मुनाफे का झांसा

ग्वालियर। 29 जुलाई, 2025।क्राइम ब्रांच ग्वालियर ने 82 लाख रुपये की ठगी के एक बड़े प्रकरण में फरार चल रहे चार आरोपियों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक स्थानीय व्यापारी को अधिक मुनाफे और निश्चित ब्याज के झांसे में लेकर यह रकम हड़प ली थी।

थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच अमित शर्मा के मुताबिक ग्वालियर निवासी सानीध्य शिवहरे ने थाना क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वर्ष 2023 में वे व्यापार करने की सोच रहे थे, तब उनके परिचित दिग्विजय सिंह शेखावत ने उनकी मुलाकात बलबीर सिंह से कराई। बलबीर ने उन्हें ललित और पंकज नामक दो लोगों से जोड़ा। इन लोगों ने खुद को सफल व्यापारी बताते हुए दावा किया कि उनके व्यापार में 50 से 70 प्रतिशत तक मुनाफा होता है और किसी प्रकार का जोखिम नहीं है। इसके अलावा उन्होंने यह गारंटी भी दी कि यदि व्यापार में घाटा होता है तो वे 24 प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित पूरी मूलधन राशि वापस कर देंगे।

इन आश्वासनों के आधार पर सानीध्य ने आरोपियों को कुल 82 लाख रुपये निवेश के नाम पर दे दिए। शुरुआत में कुछ समय तक संपर्क बना रहा, लेकिन बाद में जब उन्होंने लाभांश और मूलधन मांगा, तो उन्हें सिर्फ 45 हजार रुपये देकर बाकी रकम देने से इनकार कर दिया गया और उनका संपर्क तोड़ लिया गया।

जब पीड़ित ने जांच की तो उसे पता चला कि आरोपियों ने जिस फर्म ‘श्री सेठ सावरिया कंस्ट्रक्शन’ में उसे पार्टनर बताया था, वह फर्म अब बंद हो चुकी है और कोई व्यवसाय नहीं कर रही है। शिकायत के अनुसार ललित, पंकज, विहारिका, विवेकदन और संपत ने मिलकर आपसी साजिश के तहत धोखाधड़ी की और 82 लाख रुपये की ठगी की।

इस पर थाना क्राइम ब्रांच ग्वालियर में अपराध क्रमांक 19/25, धारा 318(4), 613(5) बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व/यातायात/अपराध) कृष्ण लालचंदानी द्वारा डीएसपी अपराध नागेन्द्र सिंह सिकरवार और क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शर्मा को आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।

क्राईम ब्रांच थाना प्रभारी अमित शर्मा ने बताया कि विवेचना के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि चारों आरोपी गुजरात के सूरत जिले के जहांगीरपुरा स्थित वैष्णोदेवी टाउनशिप में रह रहे हैं। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए 28 जुलाई को सभी आरोपियों को वहां से हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने ठगी की बात स्वीकार की, जिसके बाद उन्हें ग्वालियर लाया गया और विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस द्वारा आरोपियों से ठगी के पूरे घटनाक्रम को लेकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है और अन्य सहयोगियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक अमित शर्मा, उप निरीक्षक गंभीर सिंह कुशवाह, आरक्षक रत्नेश राजावत, आरक्षक मनीष कटारे और महिला आरक्षक वर्षा यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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