
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने जांच के लिए माँगा था श्री वर्मा से उनकी आवाज की रिकॉर्डिंग का सैम्पल
ग्वालियर। रिश्वतकांड के आरोपी पूर्व सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा ने अपनी आवाज की रिकार्डिंग का सैंपल अभी तक आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) को नही दिया है। 5 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडे गए नगर निगम के पूर्व सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा की शिकायतकर्ता के साथ हुई बातचीत की रिकार्डिंग ईओडब्ल्यू के पास है, इस रिकार्डिंग में प्रदीप वर्मा की आवाज की जांच और साक्ष्य के लिए उनकी आवाज की सैंपल रिकार्डिंग की जरूरत है लेकिन अब तक श्री वर्मा ने अपनी आवाज की रिकार्डिंग का सैंपल नही दिया है। इसके लिए ईओडब्ल्यू ने श्री वर्मा को नोटिस भी जारी किया है।
उधर इस मामले में जांच को आगे बढाते हुए आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने चार दिन पहले रिश्वतकांड मामले में गवाहों के बयान कराने शुरू कर दिए है। शिकायतकर्ता के गवाहों श्री नंदलाल और श्री पचौरिया ने ईओडब्ल्यू को दिए अपने बयानों में कहा है कि जनवरी में सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा सुरेश नगर स्थित ड्यूपलेक्स पर कार्यवाही करने पहुंचे थे उस समय शिकायतकर्ता धर्मेंद्र भारद्वाज शहर से बाहर अस्पताल में थे। और तत्काल ही श्री वर्मा को 10 लाख रूपए इकट्टे करके दिए। गवाहों के मुताबिक 40 लाख रूपए की व्यवस्था करने के धमकी भी देकर भी श्री वर्मा गए थे।
वार्ड 10 के जोनल अधिकारी बृजबिहारी चंसौलिया ने भी बयान दर्ज कराते हुए बताया कि सुरेश नगर पानी की टंकी के पास स्थित ड्यूजलेक्स तोडे जाने की फाईल उन्होने ही तैयार की थी ये फाईल शिवराज भदौरिया के नाम पर तैयार कर भवन अधिकारी के पास भेजी थी इस फाइल पर सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा ने ड्यूपलेक्स तोडने के लिए आदेश करते हुए फाइल उपायुक्त के लिए मार्क की थी लेकिन फाइल उपायुक्त तक नही पहुंची।