भोपाल, 05 सितम्बर2025।इंदौर के महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में दो नवजात शिशुओं की चूहों के काटने से मौत ने प्रदेश की राजनीति गरमा दी है। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने इस घटना को भाजपा सरकार की “भ्रष्ट व्यवस्था, आपराधिक लापरवाही और अमानवीयता का परिणाम” बताया।
भाजपा राज में बार-बार दोहराई गई घटनाएं
- 2015 में एमवाय अस्पताल की मॉर्चुरी में चूहों ने एक मृत नवजात का सिर कुतर डाला।
- 2021 में नवजात के पैरों को चूहों ने काटा।
- 2023 में पेस्ट कंट्रोल का ठेका निजी कंपनी को दिया गया, लेकिन काम अधूरा छोड़कर भी 11 करोड़ देने की तैयारी की गई।
- 2025 में दो मासूमों की मौत हुई और प्रशासन ने कारण छिपाने की कोशिश करते हुए हृदय रोग बताया।
मौत पर पर्दा डालने का आरोप
नायक ने कहा कि प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बिना ही झूठ फैलाया। जांच कमेटी के सामने अस्पताल के कॉरिडोर में चूहे और वॉर्ड के बाहर कुर्सियों पर कॉकरोच नजर आए।
राहुल गांधी का बयान
नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी ने घटना को “सीधी-सीधी हत्या” बताया। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए सरकारी अस्पताल मौत के अड्डे बन चुके हैं और भाजपा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को जानबूझकर प्राइवेट हाथों में सौंप रही है।
कांग्रेस के सवाल
- वर्षों से शिकायतों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
- मासूमों की जान जाने के बाद ही सरकार क्यों जागती है?
- क्या गरीब बच्चों की मौत भाजपा के लिए केवल फाइलों और कमेटियों का विषय है?
स्वास्थ्य सेवाओं की असली तस्वीर
नायक ने सिंगरौली की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बैगा समाज की एक महिला को न जननी एक्सप्रेस मिली, न एंबुलेंस। बारिश में कच्ची सड़क पर प्रसव हुआ और जच्चा-बच्चा की हालत नाजुक बनी रही।
कांग्रेस की चेतावनी
नायक ने कहा,“आज मप्र की जनता का भविष्य चूहे कुतर रहे हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव को माफी मांगनी चाहिए और स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने की ठोस योजना घोषित करनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी – यह लड़ाई हर गरीब, हर परिवार और हर बच्चे के हक की है।”