(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर/भिंड। भिंड के वर्तमान कप्तान से पहले वाले कप्तान ने जिस दबंगी से….जिस अंदाज में जिला चलाया, उससे नए वाले ठाकुर साब से भी काफी उम्मीदें जागी थी सभी जगह मैसेज था कि साहब कडक तो हैं ही, सबसे बडी बात ये रही कि वर्तमान वाले साहब की छवि बेहद ईमानदार छवि वाले अफसर की रही है सीएम और डीजीपी महोदय की सहमति से ही ठाकुर साब ने जिला संभाला था सूत्र बताते है कि ठाकुर साहब की पोस्टिंग को लेकर किसी भी मंत्री, विधायक नेता की नही चली। ऐसे में लगने लगा था कि अब जिले में एक बार फिर किसी की दखलअंदाजी नही चलने वाली।
लेकिन जहरीली शराबकांड के बाद प्रदेश के मुखिया ने ही जब कप्तान की वीसी के जरिए अच्छी खासी खिंचाई कर दी, तो कप्तान साब असहज तो हुए ही, वहीं सूत्र ये भी बताते है कि अब साहब बहुत ज्यादा कन्फ्यूज है कि कौनसा स्टेप उठाएं और कौनसा नही, सख्ती दिखाएं या मैनेजमेंट करें या शांति से समय काटें। क्योंकि साहब जिस जिले से भिंड आए है वहां भी साहब के साथ कुछ ऐसा ही ऐपिसोड हो चुका है और भिंड आते ही मामला फिर बिगड गया।
चर्चा ये भी है कि बीते दिनों एक राज्यमंत्री के क्षेत्र में अवैध रेत के उत्खनन और परिवहन को लेकर जब साहब ने सख्ती दिखाने की कोशिश की तो एक मंत्री महोदय ने कप्तान साहब पर ये कहकर चढाई कर दी, कि आपको केवल हमारा क्षेत्र ही नजर आ रहा है क्या, जिसके बाद अब साहब फिलहाल ठंडे है और रूटीन के अलावा ज्यादा दिमाग नही लडा रहे, क्योंकि शराबकांड में उनकी सार्वजनिक फजीहत को ज्यादा दिन नही बीते है। और जब समय विपरीत हो तो कब-कौनसी विपदा गले आ पडे, कहा नही जा सकता।