ग्वालियर पर्यटन कॉन्क्लेव में मिले 3500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव : CM डॉ. यादव

ग्वालियर30 अगस्त, 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर में आयोजित क्षेत्रीय पर्यटन कॉन्क्लेव में पर्यटन को देश की अर्थव्यवस्था के लिए समृद्धि का प्रवेश द्वार बताया। उन्होंने कहा कि पर्यटन से न केवल राष्ट्रीय आय बढ़ती है, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं। इस दो दिवसीय कॉन्क्लेव में 3,500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से अधिकांश होटल और रिसॉर्ट क्षेत्र में हैं।

मुख्यमंत्री ने कॉन्क्लेव के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 6 निवेशकों को ‘लेटर ऑफ अलॉटमेंट’ (LOA) भी प्रदान किए, जिससे सीधे तौर पर 60 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

प्रमुख घोषणाएँ और परियोजनाएँ

मुख्यमंत्री ने 75 करोड़ रुपये से अधिक के विरासत कार्यों का शिलान्यास किया। इसमें ऐतिहासिक फूलबाग क्षेत्र में 17 करोड़ रुपये और राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में 58.46 करोड़ रुपये के विकास कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इंडिगो कंपनी अपने सीएसआर कोष से ग्वालियर के राजा मानसिंह किले के लिए 100 करोड़ रुपये दे रही है, जिससे इस ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण और विकास किया जाएगा।

शिल्पकारों के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘Craftgroom’ नामक एक नई ई-कॉमर्स वेबसाइट का विमोचन किया गया। इसके अलावा, ग्वालियर किले की संरक्षण कार्ययोजना का भी अनावरण हुआ। मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों के डिजिटल प्रचार के लिए चार एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जो पर्यटन को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देंगे।

निवेशकों का उत्साह और सहयोग

कॉन्क्लेव में प्रमुख निवेशकों ने ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग में निवेश की गहरी रुचि दिखाई। सर्वेल लैंड डेवलपर्स के श्री सचिन गुप्ता ने अकेले 1000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया। अन्य प्रमुख प्रस्तावों में श्रुति इंफ्रास्ट्रक्चर और जोन बाय द पार्क से 500-500 करोड़ रुपये के निवेश शामिल हैं।

विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार सृजन में यह एक मील का पत्थर साबित होगा। पर्यटन राज्यमंत्री श्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने बताया कि यूनेस्को की 62 साइट्स में से 18 अकेले मध्य प्रदेश में हैं, जो राज्य के समृद्ध पर्यटन को दर्शाती हैं।

प्रसिद्ध अभिनेता पीयूष मिश्रा ने मध्य प्रदेश की फिल्म-अनुकूल नीति की सराहना की और कहा कि यहाँ के लोग बहुत मिलनसार और सहयोगी हैं। उन्होंने कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए चल रही कार्यशालाओं का भी जिक्र किया।

कला और शिल्प का प्रदर्शन

कॉन्क्लेव में ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के कलाकारों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की एक आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें टेराकोटा शिल्प, लकड़ी के खिलौने, सिक्की आर्ट, और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बत्तो बाई गुड़िया जैसी अनूठी कलाकृतियां शामिल थीं, जिन्होंने निवेशकों और कला प्रेमियों को खूब प्रभावित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कॉन्क्लेव 11 से 13 अक्टूबर को होने वाले ‘मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट’ की तैयारियों का हिस्सा है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन प्रयासों से मध्य प्रदेश देश के अग्रणी पर्यटन राज्यों में शामिल हो जाएगा।

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