ग्वालियर30नवंबर2024।ग्वालियर में डेंगू और चिकनगुनिया के पीड़ितों की संख्या लगातार बढती जा रही है। सितंबर और अक्टूबर में ही डेंगू के 914 और नवंबर में करीब 150 मरीज डेंगू के रिपोर्ट हुए है। हालत ये है कि हर दिन डेंगू और चिकनगुनिया के पॉजीटिव केस रिपोर्ट हो रहे है। लेकिन उसके बाबजूद स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग की जो सक्रियता दिखाई देनी चाहिए, वो नजर नही आ रही है। वहीं नगर निगम द्वारा बचाव के लिए फॉगिंग के दावे किए जा रहे है लेकिन हकीकत में फॉगिंग भी होती नजर नही आ रही है।
शहर में पिछले 4 महीने से डेंगू का आतंक है और अब चिकनगुनिया ने भी पैर पसारने शुरू कर दिए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक जनवरी से अभी तक 22202 मरीजों की जांच की गई, जिसमें से 1418 डेंगू पॉजीटिव मिले, जबकि 703 चिकनगुनिया के मरीजों की जांच की गई, जिसमें से 189 पॉजीटिव पाए गए है। अब तो डेंगू और मलेरिया और ज्यादा घातक रूप धारण करता जा रहा है।
मलेरिया विभाग की टीम को इस समय प्रभावित क्षेत्रों के अलावा उन क्षेत्रों पर भी ध्यान देने की जरूरत है जो इस बीमारी के संभावित पाईंट है लेकिन आलम ये है कि खानापूर्ति की जा रही है घरों के अंदर लार्वा सर्वे भी ठीक से नहीं हो रहा है। घरों के दरवाजे पर बिना लार्वा सर्वे के ही केवल लार्वा सर्वे क्रमांक लिखकर ड्यूटी पूरी की जा रही है।
उधर नगर निगम और मलेरिया विभाग द्वारा भी इस मामले में धीमी और ढीली गति से काम किया जा रहा है। मच्छर के लार्वा को पनपने से रोकने के लिए दवा के छिड़काव का भी पर्याप्त इँतजाम नही दिखाई दे रहा है। वहीं मच्छरों को दूर करने के लिए फॉगिंग भी लंबे से समय नहीं किए जाने की बात शहरवासी बता रहे है। ऐसे में डेंगू और चिकनगुनिया का डंक अभी और डराएगा, क्योंकि फिलहाल लगातार आ रहे पॉजीटिव केसों से राहत मिलती नजर नही आ रही है।