भाई ने हड़पी भाई की जमीन, खसरे में साफ दिख रही कांट-छांट, पीड़ित ने की अपील,पुराने रिकार्ड व जांच से हुआ खुलासा

बड़वानी/ग्वालियर26अप्रैल2025। एक भाई की जमीन दूसरे भाई द्वारा हड़पने के खेल में बड़वानी के राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है जिसमें तहसील सेंधवा जिला बडवानी में भूमि सर्वे कमांक 94/12 रकवा 3.015 हे. ग्राम सेंधवा की भूमि वर्ष 2010 तक कैलाश चन्द्र शर्मा व शंभूदयाल शर्मा पुत्रगण नत्थू प्रसाद शर्मा के नाम से राजस्व खसरे मे दर्ज दिखती है, लेकिन शंभूदयाल शर्मा की मृत्यु 2003-2004 में होते ही उनके एक अन्य भाई श्याम शर्मा ने राजस्व कर्मचारियो व पटवारियो से मिलीभगत कर वर्ष 2011-15 के खसरे में शंभूदयाल का नाम काट कर खुद का नाम चढाने का खेल किया है।अहम बात यह है कि शंभूदयाल ने अपने जीवनकाल मे शादी नहीं की थी न उनका कोई वारिस था ।

(ऊपर वो खसरा है जिसमें शंभूदयाल के नाम पर कांटछांट की गई है)

मिलीभगत से हुए फर्जीवाड़े का जब खुलासा हुआ, तो पता लगा कि पहले हस्त लिखित खसरे में कांट छांट के बाद उनके सगे भाई ने ऑपरेटर से जुगाड़ कर कम्प्यूटर में भी चढ़वा लिया है। इसके बाद शंभूदयाल के अन्य भाईयो द्वारा एसडीएम सेंधवा के यहां धारा 115 के तहत इन्द्राज दुरूस्ती का प्रकरण दर्ज कराया, तो इस मामले में विभागीय कर्मचारियो व पटवारियो में गड़बड़ ख्रुलते देख हड़कंप मच गया।

(ऊपर वो खसरा है जिसमें शंभूदयाल का नाम खसरे में पूर्व से ही दर्ज था)

उधर पटवारी सेंधवा ने निष्पक्ष जांच के बाद दिए अपने प्रतिवेदन में राजस्व खसरा अभिलेख 2011 से 2015 मे शंभूदयाल के नाम पर श्याम शर्मा के नाम की प्रविष्टि बिना किसी प्रकरण क्रमांक के होकर फर्जी होना बताई गई है और अब इस मामले की सुनवाई न्यायालय अपर कलेक्टर कमल किशोर मालवीय जिला बडवानी के न्यायालय में प्रकरण क्रमांक 0026 / अपील / 2024-25 में सुनवाई होकर 15 अप्रैल 2025 को आदेश हेतु सुरक्षित कर लिया गया है।

खसरों में गड़बड़ी होने का नमूना मात्र है ये मामला
ये प्रकरण शासकीय कर्मचारि व भू माफियाओ की सांठ गांठ को उजागर करता है कि किस प्रकार राजस्व अभिलेख से छेड़छाड़ कर लोग करोड़ों रुपए की जमीन फर्जी तरीके से हड़प लेते है। पीडित पक्ष इस मामले में आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई भी श्याम कुमार शर्मा के खिलाफ करने जा रहा है।

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