ग्वालियर, 11 अगस्त 2025: जयारोग्य चिकित्सालय समूह ने मातृत्व का सम्मान करते हुए और अस्पताल आने वाली माताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण पहल की है। समूह के सभी चिकित्सालयों और सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में अब ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर (स्तनपान कक्ष) स्थापित किए जाएंगे। इस संबंध में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर.के.एस. धाकड़ ने आदेश जारी कर दिए हैं।
इन विशेष कक्षों का उद्देश्य अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मचारियों, अधिकारियों, मरीज़ों और उनके साथ आने वाली उन महिलाओं को सुरक्षित, स्वच्छ और निजी वातावरण प्रदान करना है जो अपने नवजात शिशुओं को स्तनपान कराना चाहती हैं।
माताओं की गरिमा और सुविधा सर्वोपरि
अधिष्ठाता डॉ. आर.के.एस. धाकड़ ने कहा है कि मातृत्व केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह भावना, जिम्मेदारी और स्नेह का प्रतीक है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि चिकित्सालय में आने वाली माताओं की गरिमा और सम्मान को बनाए रखना आवश्यक है। किसी भी माँ को खुले या असुविधाजनक स्थानों पर अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए।
विभिन्न विभागों का मिलेगा सहयोग
इस महत्वपूर्ण पहल को सफल बनाने के लिए जयारोग्य चिकित्सालय समूह के अधीक्षक डॉ. सुधीर सक्सेना को चिकित्सालय परिसर में ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर स्थापित करने के लिए निर्देशित किया गया है। नए जयारोग्य चिकित्सालय परिसर में यह कार्य कम्युनिटी मेडिसिन विभाग और पुराने जयारोग्य परिसर में बाल एवं शिशु रोग विभाग संयुक्त रूप से करेंगे। सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर स्थापित कराने में अधीक्षक डॉ. गिरजाशंकर गुप्ता सहयोग प्रदान करेंगे।
जल्द मिलेगी सुविधा
डॉ. धाकड़ ने सभी संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर की सुविधा जल्द से जल्द शुरू की जाए ताकि अस्पताल में किसी भी माँ को असहज स्थिति का सामना न करना पड़े। इन कक्षों में माताओं के लिए आरामदायक बैठने की व्यवस्था, स्वच्छता, गोपनीयता और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
जयारोग्य अस्पताल समूह का यह कदम न केवल शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होगा, बल्कि माँ और बच्चे के बीच के गहरे भावनात्मक बंधन को भी मजबूत करेगा। यह पहल ग्वालियर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में माताओं के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान का प्रतीक है।