IPL में सट्टे के खिलाफ क्राईम ब्रांच की बडी मुहिम, 58 दिन और 54 मामलों में 88 आरोपी, पूरे प्रदेश में सटोरियों के खिलाफ कार्यवाही में संभवतः ग्वालियर अव्वल

(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)

ग्वालियर30मई2022। ग्वालियर क्राईम ब्रांच ने आईपीएल के इस सीजन मे रिकार्ड तोड कार्यवाही की है। आईपीएल पर सट्टा लगवाने वाले सटोरियों के खिलाफ मुहिम में क्राईम ब्रांच ने संभवतः पूरे प्रदेश में बाजी मारी है क्राईम ब्रांच ने इस दौरान ग्वालियर में नामचीन सटोरियों के गुर्गों को तो दाखिले हवालात किया ही, वहीं इनके जरिए बडे सटोरियों के चलते हुए धंधे में भी सेंध लगा दी। हांलाकि आईपीएल खत्म हो चुका है लेकिन बताया जा रहा है कि क्राईम ब्रांच अभी अपने स्तर पर आईपीएल खेलेगी, जिसमें बडे सटोरियों को आउट करने की पूरी तैयारी है।

क्राईम ब्रांच के मुखिया एएसपी राजेश डंडौतिया का कहना है कि आंकडों की बात की जाए तो बीते 58 दिनों में क्राईम ब्रांच ने शहर के 13 थानों में आईपीएल सटोरियों के खिलाफ 50 मामले दर्ज किए, जिनमें 83 आरोपियों पर शिकंजा कसा गया और उनके कब्जे से करीब ढाई करोड रूपए से ज्यादा के सामान की जप्ती की गई, जिसमें 18 कार 4 मोटरसायकल, 104 मोबाइल 4 लैपटॉप शामिल है इसके अलावा क्राईम ब्रांच ने आरोपियों से करीब 25 लाख रूपए की नगदी भी बरामद की है।

क्राईम ब्रांच द्वारा आपीएल के सटोरियों को खिलाफ की गई ये कार्यवाही इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि आईपीएल पर सट्टा लगाकर बहुत कम समय में पैसा बनाने के चक्कर में कई लोग बर्बाद हो गए, कुछ लोगों ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया तो कुछ लोगों ने सट्टे में हारी रकम की भरपाई के लिए लूट जैसी झूठी कहानियां गढकर पुलिस को गुमराह भी किया, हाल ही में डबरा में एक फायनेंस कंपनी के मैनेजर ने लूट की फर्जी कहानी भी आईपीएल सट्टे में हारी रकम चुकाने के लिए बनाई थी।

आँकडों के लिहाज से देशभर के बात की जाए तो आईपीएल और अन्य मैचों में सट्टा हारने की वजह से पिछले 3 साल में करीब 28 लोग आत्महत्या कर चुके है जिनमें इंजीनियर, छात्र और कारोबारी भी शामिल है।

हालांकि ये बात सही है कि क्राईम ब्रांच अपनी कार्यवाही मे बडे नामचीन सटोरियों के गुर्गों पर ही हाथ डाल पाई है एक भी बडा सटोरिया गिरफ्त में नही आ पाया है चर्चा है कि आईपीएल सटोरियों में बडा नाम ग्वालियर का संतोष घुरैया अब टारगेट पर है लेकिन ये भी इस बात पर निर्भर करेगा कि विदेश घूमने का शौकीन संतोष फिलहाल देश में है या नही, लेकिन जितना आत्मविश्वास से आईपीएल के सटोरियों पर पुलिस की कार्यवाही हो रही है उसे देखकर लगता है कि वो भी जल्दी ही पकडा जाएगा।

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पिछले कुछ सालों का ट्रेंड है कि ओवरऑल सामान्य सट्टे और जुआ की तुलना में आईपीएल का ऑनलाईऩ सट्टा बडे स्तर पर फैला है है और उसमें काफी पढे लिखे लोग फंस रहे है जिनमें नई उम्र के लडके बडी तादाद में है वहीं जल्दी पैसा कमाने के लिए भी इस धंधे में लडके किस्मत आजमा रहे है ऐसे में क्राईम ब्रांच द्वारा लगातार की गई कार्यवाही से सटोरियों के हौसलें पस्त होंगे।

राजेश डंडौतिया, एएसपी, क्राईम ब्रांच

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