फर्जी दस्तावेज तैयारकर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह के एक और साथीको सायबर क्राईम टीम ने किया गिरफ्तार
बैंककर्मी द्वारा पैसे लेकर गिरोह को उपलब्ध कराया जाता था बैंक में खाता।
गिरोह के सदस्यों द्वारा लोन सेटलमेंट कराने तथा एयरपोर्ट पर नौकरी लगवाने के नाम पर भी की जाती थी ठगी।
ग्वालियर। 15 दिसंबर 2021 को क्राईम ब्रांच की सायबर क्राईम टीम द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगों के साथ नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के पर्दाफाश कर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस द्वारा गिरोह के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ किये जाने पर उन्होने बताया कि ग्वालियर शहर में स्थित संबंधित बैंक के सेल्स डिपार्टमेंट में काम करने वाले एक बैककर्मी द्वारा उनको बैक में खाता उपलब्ध करवाया गया था। जिसके बदले में बैंककर्मी द्वारा गिरोह के सदस्यों से 10 हजार रूपये लिये गये थे।
गिरोह के पकड़े गये सदस्यों द्वारा बताई गई जानकारी के आधार पर संबंधित बैंक के सेल्स डिपार्टमेंट में कार्यरत बैंककर्मी को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया।
पुलिस द्वारा ठगी में उपयोग किये गये बैंक खाते के संबंध में पूछताछ करने पर उक्त बैंककर्मी द्वारा बताया गया कि उसने खाता बंद करवाने के लिये आये हुए एक बैंक कस्टमर के खाते को बंद न करवाते हुए, ठगी करने वाले गिरोह को 10 हजार रूपये में मय दस्तावेजों व एटीएम सहित बैच दिया गया था।जिसका इस्तेमाल गिरोह द्वारा लोगों से ठगी के पैसों कालेनदेन करने के लिये किया गया। पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये बैंककर्मी से उसके द्वारा खोले गये अन्य बैंक खातों के संबंध में पूछताछ की जा रही है, साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि उसके द्वारा अन्य किसी गिरोह को खाते बेचे तो नहीं गये हैं।
पुलिस टीम को गिरफ्तार गिरोह के मास्टरमाइंड आरोपी से पूछताछ के दौरान यह तथ्य भी संज्ञान में आया कि गिरोह के द्वारा लोन रिकवरी में सेंटलमेंट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती थी। इनके द्वारा भोले-भाले लोगों को लोन की रकम सेटलमेंट करने का प्रलोभन देकर उनसे रुपये ले लिये जाते थे जो कि उनके मूल लोन अकाउंट में जमा नहीं कराये जाते थे जिस बजह से ग्राहक के लोन की रकम यथावत रहती थी। इसी प्रकार इस गिरोह द्वारा बेरोजगार युवकों को एयरपोर्ट पर ग्राउण्ड स्टॉफ की नौकरी दिलवाने का प्रलोभन देकर उनसे रूपयों की ठगी की जाती थी। पुलिस टीम द्वारा गिरोह के सदस्यों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है,जिसमें अन्य ठगी की वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।