दक्षिण से टिकट के लिए अनूप मिश्रा की प्रेशर पॉलिटिक्स !…….क्योंकि इस बार करो या मरो की स्थिति

(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)

ग्वालियर17मई2023। अनूप मिश्रा चुनाव में टिकट के लिए छटपटा रहे है और इस बार उन्होने चुनाव से ठीक पहले इसे जाहिर भी कर दिया है जहां ग्वालियर में अभी भाजपा के किसी भी नेता ने कहीं से भी खुले तौर पर टिकट के लिए दावेदारी नही ठोंकी है। वहीं अनूप मिश्रा ने पूरी प्लानिंग के तहत ग्वालियर दक्षिण सीट से चुनाव लडने के अपने मंसूबे मीडिया और अन्य माध्यमों से सार्वजनिक कर आलाकमान तक अपना संदेश तेवरों के साथ पहुंचा भी दिया है। इसी सिलसिले में मिश्रा जी प्रदेशाध्यक्ष के पास भोपाल भी चक्कर लगा आए है।

हांलाकि शुरूआत में अनूप ने कहा था कि वो दक्षिण से चुनाव लडना चाहते है और पार्टी से टिकट भी दक्षिण सीट के लिए मांग रहे है अब निर्णय पार्टी को लेना है लेकिन कुछ दिन बाद ही अनूप ने कहना शुरू कर दिया कि वो दक्षिण से ही चुनाव लडेंगे, ये हर हाल में तय है, इस हिसाब से अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद अनूप केवल बीजेपी के टिकट के भरोसे नही हैं।

अनूप मिश्रा 2014 में मुरैना से सांसद रह चुके है लेकिन उनकी शैली केंद्र की राजनीति करने की नही रही है  अनूप क्षेत्रीय राजनीतिक में विश्वास करते है इसलिए चुनाव हारने के बाद से अनूप न तो राष्ट्रीय संगठन में ही सक्रिय दिखे और न ही पार्टी के कार्यक्रमों में। सूत्र बताते है कि पार्टी नेतृत्व भी अनूप को चुका हुआ मानने लगा था वहीं 2013 और 2018 में भितरवार से चुनाव हारने के बाद अनूप के सामने 2023 के विधानसभा चुनाव में करो या मरो की स्थिति है।

पिछले कुछ सालों की स्थिति देखी जाए तो अनूप मिश्रा राजनीतिक हाशिए पर है एक समय के कद्दावर नेता और अटल जी के भांजे के तौर पर उनकी पार्टी में स्थिति मजबूत थी लेकिन अब न अटल है और न ही अनूप फिलहाल कोई करिश्माई राजनेता के तौर पर नजर आ रहे है ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने के बाद अनूप ने उनका हाथ थाम लिया है कई मौकों पर सिंधिया और मिश्रा की मुलाकातों में ऐसा नजर भी आया। सूत्र बताते है कि फिलहाल सिंधिया की तरफ से अनूप को दक्षिण सीट से टिकट की पैरवी करने का भरोसा दिया गया है क्योंकि सिंधिया समर्थित कोई कैंडिडेट फिलहाल दक्षिण में विधानसभा चुनाव का दावेदार नही है। संभवतः सिँधिया के भरोसे ही अनूप दक्षिण से दांव लगाने में लगे है।

अनूप मिश्रा अगर इस बार चुनावी राजनीति में जगह नही बना पाए, तो उनके राजनीतिक जीवन के लिए बडा संकट पैदा हो सकता है। हांलाकि अनूप मिश्रा को दक्षिण से टिकट हासिल करने में ऐडी चोटी का जोर लगाना पडेगा, क्योंकि वहां से भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार तैयारी में है मिश्रा का सबसे बडा टिकटी मुकाबला तो नारायण सिंह कुशवाह के साथ होना है। बहरहाल अनूप मिश्रा की इस तरह से टिकट की दावेदारी मूल भाजपाईयों की शैली नही रही है ऐसे में अब पार्टी हाईकमान इसे कैसे लेता है इसके रूझान भी जल्द आने शुरू हो जाएंगे, ऐसा भाजपा के ही सूत्र बता रहे है।

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