
ग्वालियर26अक्टूबर2023। चुनावी मौसम में 15-ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित हुए एक दशहरा मिलन समारोह के कार्यक्रम से वहां का राजनीतिक माहौल और गर्मा गया है। क्योंकि इस दशहरा मिलन समारोह के बहाने चुनावी चर्चाएं भी हुई है। और कई मामलों पर सहमति और असहमति भी हुई है। हांलाकि कार्यक्रम जनसहयोग समिति के बैनर पर आयोजित हुआ था लेकिन इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से स्थानीय राजनीति में जुडे लोग भी शामिल हुए।
वार्ड न. 16 के सिंधिया पार्क चंदन पुरा बिरला नगर मे आयोजित हुए इस दशहरा मिलन समारोह अलग अलग राजनीतिक दलों से जुडे हुए लोग शामिल थे। इस दौरान सामान्य चर्चा तो हुई ही, चुनाव में प्रत्याशियों और उनको मिलने वाले समर्थन और विरोध दोनों मुद्दों पर चर्चा हुई। चुनाव सिर पर है ऐसे में इस कार्यक्रम ने कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के प्रत्याशियों की धडकने बढा दी है। सूत्र बताते है कि अब दोनों ही दल बारीकी से इस बात की पडताल कर रहे है कि ये मिलन समारोह कहीं राजनीतिक वजह से नही हुई है। क्योंकि इस कार्यक्रम में करीब दो सैकड़ा लोग शामिल हुए थे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थापक सदस्य उमेश सिंह राजावत. नितिन तोमर (मोंटी), नितिन सिंह तोमर, रमेश सिंह तोमर. महेश सिंह तोमर. सत्यबीर सिंह तोमर. अजीत चंदेल. सहदेव सिंह तोमर. धर्मेंद्र सिंह राजावत, सचिन भदौरिया, धर्मवीर सिंह ,विनोद राजावत, योगेंद्र सिंह सेंगर, सतेंद्र सिंह सेंगर, राजेश सिंह चौहान, शामिल रहे।
इनका कहना हैः

जनसहयोग सेवा समिति द्वारा दशहरा मिलन समारोह का कार्यक्रम था समाज और क्षेत्र की गतिविधियों को लेकर चर्चा हुई थी काफी संख्या में युवा वर्ग भी शामिल था। चुनावी माहौल है तो राजनीतिक चर्चा होना स्वाभाविक है। किसी के विरोध या समर्थन की बात नही थी। जो सबको लेकर साथ चलेगा, उसका समर्थन किया जाना सामान्य प्रक्रिया है। कांग्रेस या भाजपा की बात नही है नेताओं की व्यक्तिगत छवि को लेकर हम ज्यादा सजग हैं
उमेश राजावात, संस्थापक सदस्य