
ग्वालियर12सितंबर2022।मध्यप्रदेश की बिजली कंपनियों में कार्यरत जूनियर एवं सहायक इँजीनियरों के एकमात्र संगठन म.प्र.वि.मं. पत्रोपाधि अभियंता संघ द्वारा 7 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 सितंबर से आंदोलन का शंखनाद कर दिया है जिसके तहत पूरे प्रदेश में वृत्त स्तर पर जूनियर और सहायक इंजीनियर एकत्रित मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर अधीक्षण यंत्री को प्रमुख सचिव के नाम ज्ञापन देंगें।
संघ के प्रांतीय विधि सचिव केके आर्य तथा प्रांतीच महासचिव इंजी.केके वैष्णव द्वारा संयुक्त बयान में बताया कि संपूर्ण प्रदेश लगभग 3500 जूनियर तथा सहायक इंजीनियर द्वारा वर्षों से पदोन्नति/करंट चार्ज की मांग करते आ रहे है तथा जूनियर इंजीनियर को पदोन्नति हेतु 40 प्रतिशत कोटा के तहत लगभग 700 पद रिक्त है वहं दूसरी ओर शासन इऩ रिक्त पदों पर नए सहायक इंजीनियरों की भर्ती करने जा रहा है जिसका संघ ने विरोध किया है संघ ने 7 सूत्रीय मांगपत्र देकर आंदोलन का नोटिस दिया है जिसमें प्रमुख रूप से सहायक यंत्री के रिक्त पदों पर कनिष्ठ यंत्रियों को पदोन्नति/करंट चार्ज दिया जाए, कार्यपालन यत्री के रिक्त पदों पर सहायक यंत्री को वरीयता अनुसार करंट चार्ज/पदोन्नति दी जाए। 2018 के पश्चात भर्ती कनिष्ठ यंत्री के पद पर की जाए।
कनिष्ठ/सहायक यंत्री को जारी अकारण शोकॉज नोटिस-चार्जशीट समाप्त की जाए तथा प्रताडना पर रोक लगाई जाए। हाल ही के दिनों में प्रमुख सचिव उर्जा द्वारा बिना सोचे समझे अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध 304 ए में प्रकरण दर्ज करने बाबत बैठक में निर्देश दिए है जिससे सभी इंजीनियरों में आक्रोश व्याप्त है क्योंकि फील्ड में प्रशिक्षित स्टाफ की कमी है तथा वर्षों से लाइनमैन की भर्ती नही किए जाने से पद रिक्त है तथा अप्रशिक्षित आउटसोर्स कर्मियों से काम लेना होता है ऐसे में विधुत दुर्घटना घटित होने पर कंपनी प्रशासन जिम्मेदार है न कि कनिष्ठ और सहायक यंत्री।
संघ के जोनल सचिव अरविंद सिकरवार ने बताया कि प्रांत व्यापी आंदोलन के तहत यदि 15 सितंबर को हमारी मागों पर ध्यान नही दिया गया तो 23 सितंबर को मुख्य अभियंता स्तर पर प्रदर्शन ज्ञापन दिया जाएगा, इसके पश्चात 10 अक्टूबर को कंपनी मुख्यालय पर सभा एवं एमडी को ज्ञापन दिया जाएगा, इसके बाद 14 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक वर्क टू रूल तथा 21 अक्टूबर को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जाएगा, यदि फिर भी मांगों को निराकरम नही किया जाता है तो 25 अक्टूबर दीपावली पश्चात अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा।