वन्यप्राणियों(शेड्यूल1) के अंगों की तस्करी का खुलासा,3 गिरफ्तार।शेर,भालू,हिरन, उल्लू, सीफेन के अंग बरामद

ग्वालियर वन मंडल और एसटीएफ की टीम को गुरुवार की दोपहर को छापामार कार्रवाई में लाखों करोड़ों की कीमत के शेड्यूल वन्यप्राणियों के अवशेष हाथ लगे हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह अंग अन्य प्रांतों से भी खरीदा जाते थे जिसे तांत्रिक लोगों को बढ़े दामों में बिक्री किया जाता था। ग्वालियर शहर के मुरार उप नगर में भूरा पंसारी की दुकान, जो कि पूरे अंचल में फेमस है उक्त दुकान पर ही एसटीएफ ( शिकार निरोधक दस्ता) के एक जवान ने ग्राहक बनकर भूरा पंसारी की दुकान पर कुछ सामान का सौदा किया , तो दुकान पर एक कर्मचारी ने एक-एक करके काफी सामान निकाल दिया और ये सभी सामान शेड्यूल वन प्राणी के अंग के रूप में निकले।

जिसके तहत वन अधिकारियों ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर दुकान को सील कर दिया है ग्वालियर एसडीओ राजीव कौशल ने बताया कि एसटीएफ को स्थानीय क्षेत्र से खबर मिल रही थी कि भूरा पंसारी की दुकान पर काफी दिनों से शेड्यूल1 प्राणियों के अंग बिक्री हो रहे हैं जो कि अवैध है यह खबर मिलते ही ग्वालियर वन मंडल के डीएफओ अभिनव पल्लव निर्देशन में ग्वालियर वन क्षेत्र का स्टाफऔर उड़नदस्ता ने गुरुवार की दोपहर को भूरा पंसारी की दुकान पर पहुंच कर संयुक्त कार्रवाई की। यह दुकान मुरार स्थित सदर बाजार में गिरराज जी मंदिर के सामने स्थित है और लगभग 150 साल पुरानी हैं इसी दुकान पर ग्राहक बनकर पहुंची एसटीएफ की टीम को शेड्यूल1 प्राणियों के अंगों से सम्बंधित सामान मिला तो सभी दंग रह गए।

क्योंकि टाइगर, हिरन, भालू, हिमालय ताल, उल्लू और सी फैन आदि के अवशेष बड़ी भारी मात्रा में मौजूद थे जबकि उक्त सामान सभी शेड्यूल बंद प्राणी के अंग हैं उक्त सामान खरीद व बिक्री दोनों ही प्रतिबंध है साथ ही कोई भी अनजाने में भी इस सामान को अपने घरों पर भी नहीं रख सकता। फिलहाल जांच पड़ताल की जा रही है कि भूरा पंसारी की दुकान पर यह सामान कहां से और किसके माध्यम से लाया जाता था और यह सामान किस-किस को बेचा है हालांकि आशंका जताई जा रही है कि सामान तांत्रिक लोग यहां से बड़ी कीमत चुका कर खरीद रफरोख्त करते होंगे ।ग्वालियर वन मंडल के अधिकारी भी सकते में हैं कि यह सामान कब से बेचा जा रहा था और कहां से मंगाया जा रहा था आशंका जताई जा रही है कि अन्य प्रांतों के लोगों से तार मिले हुए होंगे, क्योंकि हिमालय पर पाए जाने वाला हिमालय ताल जो कि एक हिरण की दुर्लभ प्रजाति है उसका भी सामान मिला है इसी तरह दक्षिण मैं समुद्री सी फैन भी मिला है उक्त युक्त जीव भी दुर्लभ प्राणी हैं टाइगर के के दांत, गीदड़, सिंगी उल्लू के नाखून, कस्तूरी हिरण के पंजे प्रसाद, समुद्री सी फैन हिमालय ताल हिरण के सींग इसके अलावा अन्य सामान भी मिला है लगभग 8 दुर्लभ वन्यजीवों के अलग-अलग अंग हैं

छापामार कार्रवाई में मुरार स्थित भूरा पंसारी की दुकान पर मालिक दुकान मालिक चंद्र प्रकाश पुत्र रमेश चंद खंडेलवाल, मुनीम मुकेश अग्रवाल निवासी मुरार और नौकर के रूप में पान सिंह पुत्र वृंदावन सिंह कुशवाह निवासी वंशी पुरा मौके पर पकड़े गए। इनके खिलाफ वन अधिनियम के धारा 29 आदि के तहत 1 अपराध दर्ज किया गया है

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