
ग्वालियर। महापौर पद पर सामान्य महिला सीट का ठप्पा लगने के बाद कांग्रेस में भी महिला दावेदारों की भीड उमडने लगी है। लेकिन दावेदार महिलाओं की संगठन में सक्रियता को लेकर समर्थन और विरोध की राजनीति भी चल पडी है। इसे लेकर ही आलाकमान के सामने दावेदारी ठोंकी जा रही है। लेकिन सूत्र बताते है कि जिला स्तर से लेकर आलाकमान तक चुनिंदा नामो के इर्द गिर्द ही कहानी घूम रही है। इनमें कांग्रेस के शहर सदर देवेंद्र शर्मा की पत्नी रीमा शर्मा, कांग्रेस नेती रश्मि पवार शर्मा, बालेंदु शुक्ल की पत्नी पुष्पा शुक्ला और विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार के नाम ज्यादा प्रमुखता से चर्चा में है। हांलाकि शोभा सिकरवार ने अभी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण नही की है।
कांग्रेस की तरफ से महापौर पद की राजनीति में सक्रिय महिला दावेदारों की बात करें तो रश्मि पवांर शर्मा ही सक्रिय नजर आती है लेकिन रीमा शर्मा भी पार्षद रह चुकी है. पुष्पा शुक्ला की संगठन में सक्रियता पर कांग्रेसी ही सवाल खडे कर रहे है। सबसे ज्यादा रोचक नाम शोभा सिकरवार का है क्योंकि कांग्रेस में उनका नाम भी महापौर पद की दौड में चल रहा है जबकि वो कांग्रेस में अभी शामिल नही है। लेकिन माना जा रहा है सतीश सिकरवार की तरह वो भी आनन फानन में कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव मैदान में उतर सकती है। शोभा सिकरवार के साथ प्लस पाइंट ये भी है कि वो तीन बार पार्षद रह चुकी है और एमएआईसी मेंबर की जिम्मेदारी भी उठा चुकी है।
लगभग 35 सालों से ग्वालियर नगर निगम ने कांग्रेस का महापौर नही देखा है बीजेपी का महापौर और बीजेपी शासित नगर निगम ही रही है। ऐसे में कांग्रेस इस बार पूरी एडी चोटी का जोर नगर निगम पर शासन करने के लिए लगा रही है। इस लिहाज से टिकट वितरण भी हर एंगल पर विचार हो रहा है। महापौर पद की सीट के लिए भी जिताऊ चेहरे पर ही विचार होगा, ये तो तय है इस हिसाब से देखा जाए तो कांग्रेस के पास बहुत ज्यादा दावेदार नजर नही आते है। देखना अब ये है कि दावेदारी के लिए आलाकमान की तरफ से क्रायटेरिया क्या फायनल होता है।