ग्वालियर। (22 अक्टूबर 2025) ग्वालियर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए डॉक्टर की पत्नी को जान से मारने की धमकी देकर ₹15 लाख की रंगदारी मांगने वाले आरोपी को मध्य प्रदेश के कटनी जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपनी महिला मित्र को नौकरी से निकाले जाने के प्रतिशोध में यह आपराधिक साजिश रची थी।
घटना का विवरण:
गोला का मंदिर थाना क्षेत्र की आदर्श कॉलोनी निवासी फरियादिया सुनीता कौरव, जो एक डॉक्टर की पत्नी हैं, ने 20 सितंबर 2025 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादिया ने बताया कि उनके मोबाइल पर एक धमकी भरा कॉल आया। कॉल करने वाले ने उन्हें, उनके डॉक्टर पति और उनकी बेटी को जान से मारने की सुपारी मिलने का दावा किया और धमकी दी कि यदि ₹15 लाख नहीं दिए गए तो उनके बुरे दिन शुरू हो जाएंगे। इस कॉल के बाद आरोपी लगातार व्हाट्सएप मैसेज भेजकर धमकियाँ दे रहा था।
थाना गोला का मंदिर में अज्ञात आरोपी के खिलाफ तत्काल प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों का त्वरित एक्शन:
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह (भापुसे) ने तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। अति. पुलिस अधीक्षक शहर (मध्य/यातायात) अनु बेनीवाल (भापुसे) ने त्वरित एक्शन लेते हुए थाना गोला का मंदिर पुलिस की विशेष टीम गठित कर आरोपी की तलाश में लगाया।
कटनी में मिली लोकेशन, आरोपी गिरफ्तार:
सीएसपी मुरार श्री अतुल कुमार सोनी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक हरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तकनीकी विशेषज्ञता का उपयोग किया। तकनीकी टीम की सहायता से पता चला कि धमकी देने वाले संदिग्ध व्यक्ति की लोकेशन कटनी (म.प्र.) में है।
सूचना के आधार पर, गोला का मंदिर पुलिस टीम ने आज 22 अक्टूबर 2025 को कटनी पहुँचकर आरोपी मनीष प्रधान पुत्र रविशंकर प्रधान (उम्र 26 साल) को धर दबोचा।
बदले की भावना में रची साजिश:
पुलिस की गहन पूछताछ में आरोपी मनीष प्रधान ने धमकी देने की बात स्वीकार कर ली। आरोपी ने खुलासा किया कि उसकी एक महिला मित्र डॉक्टर की पत्नी (फरियादिया) के पार्लर में काम करती थी। डॉक्टर की पत्नी ने उस महिला पर “संदिग्ध कार्य करवाने” का आरोप लगाकर उसे नौकरी से निकाल दिया था।
इसी बात पर गुस्सा होकर आरोपी ने बदला लेने की नीयत से डॉक्टर की पत्नी के मोबाइल पर ₹15 लाख न देने पर जान से मारने की धमकी भरा मैसेज भेजा था और धमकी के तुरंत बाद उसने इस्तेमाल की गई सिम तोड़कर फेंक दी थी। पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
सराहनीय भूमिका:
इस सफल गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक हरेन्द्र शर्मा, उनि. लक्ष्मण गौड़, प्र.आर. प्रवीण अगरैया, आर. धर्मेन्द्र सिंह गुर्जर, तथा साइबर सेल से उप निरी. रजनी रघुवंशी, आर. सोनू प्रजापति और आर. कपिल पाठक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।