ग्वालियर04अगस्त2025। थाना कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी के एक प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को भिंड जिले के गोरमी क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान एक सरपंच पति के रूप में हुई है, जो घटना के बाद से पुलिस की पकड़ से बाहर था।
सीएसपी लश्कर किरण अहिरवार एवं थाना प्रभारी मोहिनी वर्मा के मार्गदर्शन में गठित टीम ने पहले आरोपी को ग्वालियर के शताब्दीपुरम क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। दूसरे आरोपी की तलाश में टीम को भिंड भेजा गया, जहां 4 अगस्त को उसे उसके घर से दबोच लिया गया।
क्या है मामला?
फरियादी सुधीर वाजपेयी ने 3 दिसंबर 2022 को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी सुरेश ने अभियंक बिल्डर्स के साथ निर्माण कार्य का अनुबंध किया और दो प्लॉट बेचने के नाम पर नकद राशि प्राप्त की। लेकिन केवल एक प्लॉट की रजिस्ट्री कराई गई, जो बाद में फर्जी निकली। जब फरियादी ने शेष प्लॉट की रजिस्ट्री की मांग की, तो आरोपी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया और बाद में अभद्रता पर उतर आया।
जांच में सामने आया कि जिस प्लॉट की रजिस्ट्री कराई गई थी, वह जीडीए के नक्शे में था ही नहीं और वर्ष 2010 में उसका कोई पट्टा नहीं हुआ था। पुलिस ने आरोपी सुरेश और उसके सहयोगी रमेश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस टीम में थाना प्रभारी मोहिनी वर्मा, सहायक उप निरीक्षक हरदा नायक, संजय शर्मा, आरक्षक राजेश मंडेलिया, गौरव जैन, राहुल भदौरिया, नितिन गुर्जर, हिमाचल लोधी एवं धर्मेन्द्र भदौरिया शामिल थे। टीम की सतर्कता और समन्वित कार्रवाई से पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है।